#सातवाँ_वेतन#
::नियोजित शिक्षकों को मिला क्या??::
!!! #बाबा_जी_का_ठुल्लू!!!
इसके #दोषी कौन???
श्रेय लेने वाले संघ के रहनुमाओं आप कहाँ हैं????
*********************************
नमस्कार दोस्तों!
मैं संजीव समीर [#आम_शिक्षक_चौपाल] आपसे कुछ बातें #शेयर करना चाहता हूँ। अगर आपको अच्छा लगे तो आपलोग भी इसे शेयर कीजिये और अपने #अमूल्य सुझाव देने का कष्ट करें। आपके #सुझाव पर ही अब आगे के शिक्षक #आंदोलन का #भविष्य टिका होगा!
आज हर तरफ एक ही चर्चा है कि सातवाँ वेतन में सरकार ने #धोखा दिया है। मगर मेरे हिसाब से धोखा सरकार ने नहीं बल्कि #टुकड़ों में बँटे #संघों ने दिया है। अगर ग्रेड पे से वंचित शिक्षकों के साथ #नाइंसाफी हुई है तो उसके #दोषी/जिम्मेवार #तथाकथित श्रेय लूटने वाले बीसियों संघ हैं।
बार-बार #आम_शिक्षकों और #शिक्षक_चौपाल की एक मात्र मांग #सामूहिक आंदोलन की रही है जिसे संघों के द्वारा ठुकराया जाता रहा। जिसके कारण हम आम शिक्षक ठगे से महसूस कर रहे हैं।
सभी संघ अकेले-अकेले #आंदोलन करके आज तक न #सेवाशर्त ही लाये, न ठीक से #सातवाँ वेतनमान लागू करवा पाये, न #अनट्रेंड को #ग्रेड पे दिलवा पाए, न #समय पर वेतन का कार्य करवा पाए, न #सेवा पुस्तिका संधारण, न #प्रमोशन जैसे अन्यान्य कार्य ही करवा पाए...!
और भी बहुत से काम है जो #वर्षों से अटके पड़े हैं। किसी भी संघ से सरकार का एक बाल-बांका तक नहीं हो पाया और ना ही सरकार उनकी एक सुनना चाहती है।
फिर ये संघ किस काम के??
क्या सिर्फ चंदा उगाही ही इनका कार्य रह गया है??
तो नहीं चाहिए ऐसे संघ।
बंद होनी चाहिए इनकी दुकानदारी!
मगर उन संघो के #मठाधीशों और #नेतृत्वकर्ताओं को क्या फर्क पड़ता है, उनकी तो #रोटी ही इन्ही आन्दोलन पर टिकी हुई है । अगर शिक्षकों की सारी मांगे पूरी हो जाएंगी तो फिर संघ के लोगों को कौन पूछेगा औऱ फ़िर इनके पास अपनी दुकानदारी चलाने की विकट समस्या उत्पन्न हो जायेगी। इसलिए #जानबूझ कर शिक्षकों के आंदोलन को ईतने #टुकड़ों में #बाँट दिए हैं कि उनका अपना रोजी-रोटी चलती रहे।
संघ के #रहनुमाओं अगर आपसे शिक्षक संबंधी कोई समस्या हल नही होने वाले हैं तो संघ की दुकान को बंद कर दीजिये। संघ के नाम की दुकानदारी छानकर अपनी दुकानदारी चलाने की आवश्यकता नहीं है।
अगर नहीं तो आपलोग सभी संघ एक जगह मिल बैठकर एक साझा कार्यक्रम तय कीजिये कि आगे की रणनीति क्या होनी चाहिए और कैसे सरकार के दोरंगी नीति से लड़ा जाये।
*****************************************
नोट:-
आम शिक्षक बहनों/बन्धुओ/दोस्तों हम सभी देख ही रहे हैं कि सारे के सारे संघ अपनी मनमर्जी चला रहे है और एक मंच पर आने को तैयार नहीं हैं। इसलिए वक्त आ गया है कि अब आम शिक्षक चौपाल के आम शिक्षक ही कुछ करे..!
इसलिए 29 जून 2017 तारीख को आम शिक्षक चौपाल की #अहम् #बैठक का आयोजन #पटना के #गांधी #मैदान में पूर्वाहन 11 बजे से की गई है
जिसमे आप सभी प्रबुद्ध शिक्षकों से अनुरोध है कि अपनी राय देने हेतु इस बैठक में उपस्थित होने की कृपा करें।
यह शिक्षक चौपाल को फैसला लेने के लिए अहम् बैठक होगी। जो शिक्षक आंदोलन की #दिशा और #दशा तय करेगी।
. :::::★::::: धन्यवाद :::::★:::::
आपका
●▬▬▬ஜ🍁$۞$AM€€R🍁ஜ▬▬▬●
Tr Sanjeev Sameer
::नियोजित शिक्षकों को मिला क्या??::
!!! #बाबा_जी_का_ठुल्लू!!!
इसके #दोषी कौन???
श्रेय लेने वाले संघ के रहनुमाओं आप कहाँ हैं????
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नमस्कार दोस्तों!
मैं संजीव समीर [#आम_शिक्षक_चौपाल] आपसे कुछ बातें #शेयर करना चाहता हूँ। अगर आपको अच्छा लगे तो आपलोग भी इसे शेयर कीजिये और अपने #अमूल्य सुझाव देने का कष्ट करें। आपके #सुझाव पर ही अब आगे के शिक्षक #आंदोलन का #भविष्य टिका होगा!
आज हर तरफ एक ही चर्चा है कि सातवाँ वेतन में सरकार ने #धोखा दिया है। मगर मेरे हिसाब से धोखा सरकार ने नहीं बल्कि #टुकड़ों में बँटे #संघों ने दिया है। अगर ग्रेड पे से वंचित शिक्षकों के साथ #नाइंसाफी हुई है तो उसके #दोषी/जिम्मेवार #तथाकथित श्रेय लूटने वाले बीसियों संघ हैं।
बार-बार #आम_शिक्षकों और #शिक्षक_चौपाल की एक मात्र मांग #सामूहिक आंदोलन की रही है जिसे संघों के द्वारा ठुकराया जाता रहा। जिसके कारण हम आम शिक्षक ठगे से महसूस कर रहे हैं।
सभी संघ अकेले-अकेले #आंदोलन करके आज तक न #सेवाशर्त ही लाये, न ठीक से #सातवाँ वेतनमान लागू करवा पाये, न #अनट्रेंड को #ग्रेड पे दिलवा पाए, न #समय पर वेतन का कार्य करवा पाए, न #सेवा पुस्तिका संधारण, न #प्रमोशन जैसे अन्यान्य कार्य ही करवा पाए...!
और भी बहुत से काम है जो #वर्षों से अटके पड़े हैं। किसी भी संघ से सरकार का एक बाल-बांका तक नहीं हो पाया और ना ही सरकार उनकी एक सुनना चाहती है।
फिर ये संघ किस काम के??
क्या सिर्फ चंदा उगाही ही इनका कार्य रह गया है??
तो नहीं चाहिए ऐसे संघ।
बंद होनी चाहिए इनकी दुकानदारी!
मगर उन संघो के #मठाधीशों और #नेतृत्वकर्ताओं को क्या फर्क पड़ता है, उनकी तो #रोटी ही इन्ही आन्दोलन पर टिकी हुई है । अगर शिक्षकों की सारी मांगे पूरी हो जाएंगी तो फिर संघ के लोगों को कौन पूछेगा औऱ फ़िर इनके पास अपनी दुकानदारी चलाने की विकट समस्या उत्पन्न हो जायेगी। इसलिए #जानबूझ कर शिक्षकों के आंदोलन को ईतने #टुकड़ों में #बाँट दिए हैं कि उनका अपना रोजी-रोटी चलती रहे।
संघ के #रहनुमाओं अगर आपसे शिक्षक संबंधी कोई समस्या हल नही होने वाले हैं तो संघ की दुकान को बंद कर दीजिये। संघ के नाम की दुकानदारी छानकर अपनी दुकानदारी चलाने की आवश्यकता नहीं है।
अगर नहीं तो आपलोग सभी संघ एक जगह मिल बैठकर एक साझा कार्यक्रम तय कीजिये कि आगे की रणनीति क्या होनी चाहिए और कैसे सरकार के दोरंगी नीति से लड़ा जाये।
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नोट:-
आम शिक्षक बहनों/बन्धुओ/दोस्तों हम सभी देख ही रहे हैं कि सारे के सारे संघ अपनी मनमर्जी चला रहे है और एक मंच पर आने को तैयार नहीं हैं। इसलिए वक्त आ गया है कि अब आम शिक्षक चौपाल के आम शिक्षक ही कुछ करे..!
इसलिए 29 जून 2017 तारीख को आम शिक्षक चौपाल की #अहम् #बैठक का आयोजन #पटना के #गांधी #मैदान में पूर्वाहन 11 बजे से की गई है
जिसमे आप सभी प्रबुद्ध शिक्षकों से अनुरोध है कि अपनी राय देने हेतु इस बैठक में उपस्थित होने की कृपा करें।
यह शिक्षक चौपाल को फैसला लेने के लिए अहम् बैठक होगी। जो शिक्षक आंदोलन की #दिशा और #दशा तय करेगी।
. :::::★::::: धन्यवाद :::::★:::::
आपका
●▬▬▬ஜ🍁$۞$AM€€R🍁ஜ▬▬▬●
Tr Sanjeev Sameer