एक नीहन काम अवुरी एक नीहन वेतन के मांग करत वित्त रहित शिक्षक अब पेट
भरे खाती जूता पॉलिश करे प मजबूर हो गईल बाड़े। अपना मांग प राज्य सरकार के
ओर से कवनो कार्रवाई ना होखे से भुखमरी के कगार प पहुँच चुकल अयीसन शिक्षक
पछिला 20 दिन से धरना देतारे, लेकिन ए धरना से शायद केहु प असर नईखे होखत।
मोतिहारी में जूता पॉलिश करत वित्त रहित शिक्षक 'एक जैसा, एक जैसा वेतन' के मांग करतारे। मोतिहारी नगर के जिला स्कूल अवुरी मंगल सेमिनरी में होखत इंटर परीक्षा के कॉपी के जांच के काम छोड़ के इ लोग पछिला 20 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल प बाड़े।
हड़ताली शिक्षक कहतारे कि, हमनी के स्कूल-कॉलेज में रेगुलर क्लास लिहला के आलावे परीक्षा के कॉपी जांच भी करेनी, जवना के बदला में सरकार हमनी के साल में एक बेर अनुदान के रूप में कुछ पईसा देवेले, जबकि नियमित शिक्षक के हरेक साल लाखों रुपया अवुरी बाकी सुविधा दिहल जाला।
जूता पॉलिश क अपना विरोध के जतावत शिक्षक लोग कहतारे कि, सरकार एक बराबर काम के अलग-अलग भुगतान करतिया। वित्त रहित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कहले कि सरकार हमनी के आपन अंग नईखे मानत जवना के चलते हमनी के भूखमरी के कगार प पहुँच गईल बानी।
उ कहले कि, सरकार के भेदभाव वाली नीति के चलते आज हमनी के आपन पेट पोसे खाती जूता पॉलिश करे प मजबूर हो गईल बानी।
मोतिहारी में जूता पॉलिश करत वित्त रहित शिक्षक 'एक जैसा, एक जैसा वेतन' के मांग करतारे। मोतिहारी नगर के जिला स्कूल अवुरी मंगल सेमिनरी में होखत इंटर परीक्षा के कॉपी के जांच के काम छोड़ के इ लोग पछिला 20 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल प बाड़े।
हड़ताली शिक्षक कहतारे कि, हमनी के स्कूल-कॉलेज में रेगुलर क्लास लिहला के आलावे परीक्षा के कॉपी जांच भी करेनी, जवना के बदला में सरकार हमनी के साल में एक बेर अनुदान के रूप में कुछ पईसा देवेले, जबकि नियमित शिक्षक के हरेक साल लाखों रुपया अवुरी बाकी सुविधा दिहल जाला।
जूता पॉलिश क अपना विरोध के जतावत शिक्षक लोग कहतारे कि, सरकार एक बराबर काम के अलग-अलग भुगतान करतिया। वित्त रहित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कहले कि सरकार हमनी के आपन अंग नईखे मानत जवना के चलते हमनी के भूखमरी के कगार प पहुँच गईल बानी।
उ कहले कि, सरकार के भेदभाव वाली नीति के चलते आज हमनी के आपन पेट पोसे खाती जूता पॉलिश करे प मजबूर हो गईल बानी।