सुपौल। न सरकार वित्तरहित शिक्षकों की मांगे मानने को तैयार है और न ही
आंदोलनरत शिक्षक ही झुकने के मूड में दिख रहे हैं। नतीजा है इंटर व मैट्रिक
के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बाधित है।
बिहार राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर इंटर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य 21 वें दिन मंगलवार को भी बाधित रहा। मूल्यांकन केन्द्र बीएसएस कॉलेज परिसर में धरने पर बैठे वित्तरहित शिक्षकों ने अपना विरोध जताया तथा सरकार के शिक्षा विरोधी नीति पर जम कर भड़ास निकाली। प्रो. राजेन्द्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में आयोजित बहिष्कार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश सचिव प्रो. विश्वनाथ यादव ने कहा कि सरकार को छात्र-छात्राओं की कोई ¨चता नहीं। सरकार के इस रवैये से छात्र व अभिभावकों में आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं धरना पर बैठे वक्ताओं ने कहा कि जब तक सरकार द्वारा सम्मानजनक समझौता नहीं कर लिया जाता तब आंदोलन जारी रहेगा। धरना स्थल पर प्राचार्य मो. मुस्तफा, प्रो. दीनानाथ भगत, प्रो. विनय कुमार झा, प्रो. इरफान अहमद, प्रो. शिवेश चन्द्र ठाकुर, प्रो. अशोक कुमार यादव, प्रो. अनिल कुमार ठाकुर, प्रो. राजेन्द्र यादव, प्रो. सत्येन्द्र ¨सह, प्रो. उमेश चौधरी, प्रो. विमलाबंर झा, प्रो. लक्ष्मी प्रसाद मंडल सहित वित्तरहित शिक्षक मौजूद थे
बिहार राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर इंटर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य 21 वें दिन मंगलवार को भी बाधित रहा। मूल्यांकन केन्द्र बीएसएस कॉलेज परिसर में धरने पर बैठे वित्तरहित शिक्षकों ने अपना विरोध जताया तथा सरकार के शिक्षा विरोधी नीति पर जम कर भड़ास निकाली। प्रो. राजेन्द्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में आयोजित बहिष्कार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश सचिव प्रो. विश्वनाथ यादव ने कहा कि सरकार को छात्र-छात्राओं की कोई ¨चता नहीं। सरकार के इस रवैये से छात्र व अभिभावकों में आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं धरना पर बैठे वक्ताओं ने कहा कि जब तक सरकार द्वारा सम्मानजनक समझौता नहीं कर लिया जाता तब आंदोलन जारी रहेगा। धरना स्थल पर प्राचार्य मो. मुस्तफा, प्रो. दीनानाथ भगत, प्रो. विनय कुमार झा, प्रो. इरफान अहमद, प्रो. शिवेश चन्द्र ठाकुर, प्रो. अशोक कुमार यादव, प्रो. अनिल कुमार ठाकुर, प्रो. राजेन्द्र यादव, प्रो. सत्येन्द्र ¨सह, प्रो. उमेश चौधरी, प्रो. विमलाबंर झा, प्रो. लक्ष्मी प्रसाद मंडल सहित वित्तरहित शिक्षक मौजूद थे