किशनगंज। जब तक नियोजित शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन देने की
घोषणा सरकार कर नहीं देती। तब तक नियोजित शिक्षक दिगभ्रमित होकर किसी के
बहकाबे में आकर हड़ताल न तोड़ें।
बल्कि एकजुटता का परिचय देते हुए अपने हक की लड़ाई के लिए संघर्ष जारी रखें। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद कुमार पांडेय व सचिव अब्दुल कादिर ने हड़ताल की शतप्रतिशत सफलता को लेकर शिक्षकों से अपली करते हुए उक्त बातें कही।
शुक्रवार को प्रखंड के विभिन्न स्कूलों के भ्रमण के दौरान अध्यक्ष ने कहा कि नियोजित शिक्षकों की एकजुटता का ही परिणाम है कि आज हड़ताल के दसवें दिन भी प्रखंड के 225 प्राथमिक व मध्य विद्यालय में पठन-पाठन के साथ एमडीएम भी बंद रहा। उन्होंने कहा कि संघ से जुड़े हमारे नियोजित शिक्षक सरकार के झांसे या बहकाबे में आने वाली नहीं है। सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेलापन अपनाए हुए है। वहीं बच्चों के भविष्य को लेकर ¨चतित भी नहीं दिखती। वरना संघ के साथ सार्थक बात अवश्य करती। उन्होंने बताया कि बच्चों का भविष्य बनाने वाला शिक्षक समान काम के बदले समान वेतन के अभाव में अपने आप में अपमानित महसूस कर रही है। बेहतर होगा सरकार नियोजित शिक्षकों के मांगों को मानते हुए हड़ताल तोड़वाने में समुचित ठोस पहल करें। सरकार यह भूल भुलैया में कदापि न रहे कि नियोजित शिक्षक बिना अपना हक लिये हड़ताल तोड़ देगी।
बल्कि एकजुटता का परिचय देते हुए अपने हक की लड़ाई के लिए संघर्ष जारी रखें। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद कुमार पांडेय व सचिव अब्दुल कादिर ने हड़ताल की शतप्रतिशत सफलता को लेकर शिक्षकों से अपली करते हुए उक्त बातें कही।
शुक्रवार को प्रखंड के विभिन्न स्कूलों के भ्रमण के दौरान अध्यक्ष ने कहा कि नियोजित शिक्षकों की एकजुटता का ही परिणाम है कि आज हड़ताल के दसवें दिन भी प्रखंड के 225 प्राथमिक व मध्य विद्यालय में पठन-पाठन के साथ एमडीएम भी बंद रहा। उन्होंने कहा कि संघ से जुड़े हमारे नियोजित शिक्षक सरकार के झांसे या बहकाबे में आने वाली नहीं है। सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेलापन अपनाए हुए है। वहीं बच्चों के भविष्य को लेकर ¨चतित भी नहीं दिखती। वरना संघ के साथ सार्थक बात अवश्य करती। उन्होंने बताया कि बच्चों का भविष्य बनाने वाला शिक्षक समान काम के बदले समान वेतन के अभाव में अपने आप में अपमानित महसूस कर रही है। बेहतर होगा सरकार नियोजित शिक्षकों के मांगों को मानते हुए हड़ताल तोड़वाने में समुचित ठोस पहल करें। सरकार यह भूल भुलैया में कदापि न रहे कि नियोजित शिक्षक बिना अपना हक लिये हड़ताल तोड़ देगी।