खगड़िया। बीते 24 अप्रैल को जिले के अलौली प्रखंड के सभी पंचायतों में
एक साथ विद्यालयों व पीडीएस की जांच जिलाधिकारी जय ¨सह के निर्देश पर
अधिकारियों ने की थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर 53 शिक्षकों पर कार्रवाई की
अनुशंसा की गई है। तत्काल प्रभाव से इन शिक्षकों के वेतन बंद कर दिए गए
हैं।
बताते चलें कि 18 पदाधिकारियों के माध्यम से कुल 35 स्कूलों की जांच करवाई गई थी। जांचोपरान्त कुल 53 शिक्षक विभिन्न स्कूलों में अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। इन स्कूलों में प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर अलौली, मध्य विद्यालय गौड़ाचक, मध्य विद्यालय उखरौरा, मध्य विद्यालय गम्हरिया पूर्णत: बंद पाए गए थे। अर्थात उक्त विद्यालयों के सभी शिक्षक एवं कर्मचारी अनुपस्थित थे। जांच के दौरान पाया गया कि निधि कुमारी, कन्या मध्य विद्यालय सहसी 20 जनवरी से बिना सूचना के अनुपस्थित थी। वहीं सुप्रिया कुमारी भी दिनांक 22 अगस्त 2016 से लगातार विद्यालय से अनुपस्थित पाई गई। साथ ही कुछ स्कूलों में साफ-सफाई एवं सही रख-रखाव की भी कमी पाई गई। विशेषकर स्कूलों से संबंधित पंजी का संधारण विभागीय निर्देश के आलोक में संतोषजनक नहीं पाया गया।
जांच के क्रम में पाया गया कि मध्य विद्यालय रामपुर अलौली में विगत तीन वर्षों से छात्रवृत्ति की राशि का वितरण नहीं किया गया है। उक्त जांच प्रतिवेदन के आलोक में जिलाधिकारी जय ¨सह ने अनुपस्थित पाए गए सभी 53 शिक्षकों का वेतन तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का निर्देश दिया है। उक्त आशय की जानकारी देते हुए डीपीआरओ कमल ¨सह ने बताया कि अनुपस्थित पाए गए नियमित शिक्षकों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की शुरुआत कर विभागीय कार्रवाई की भी अनुशंसा किए जाने का निर्देश दिया गया है। जबकि, अनुपस्थित नियोजित शिक्षकों के निलबंन की कार्रवाई नियोजन समिति द्वारा की जाएगी। निरीक्षण में एमडीएम में गड़बड़ी पाए जाने के मामले में दोषी पाए जाने पर राशि की वसूली के साथ-साथ कई कार्रवाई करने की बात जिलाधिकारी के हवाले से डीपीआरओ ने कही है। डीएम ने कहा है कि सकारात्मक शैक्षणिक माहौल कायम रखने में जिन तत्वों के द्वारा बाधा पहुंचाई जाएगी, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। जो घर बैठे वेतन ले रहे हैं, उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षकों के कारनामें में किसी पदाधिकारी या कर्मी की संलिप्तता पाई गई तो उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा।
बताते चलें कि 18 पदाधिकारियों के माध्यम से कुल 35 स्कूलों की जांच करवाई गई थी। जांचोपरान्त कुल 53 शिक्षक विभिन्न स्कूलों में अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। इन स्कूलों में प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर अलौली, मध्य विद्यालय गौड़ाचक, मध्य विद्यालय उखरौरा, मध्य विद्यालय गम्हरिया पूर्णत: बंद पाए गए थे। अर्थात उक्त विद्यालयों के सभी शिक्षक एवं कर्मचारी अनुपस्थित थे। जांच के दौरान पाया गया कि निधि कुमारी, कन्या मध्य विद्यालय सहसी 20 जनवरी से बिना सूचना के अनुपस्थित थी। वहीं सुप्रिया कुमारी भी दिनांक 22 अगस्त 2016 से लगातार विद्यालय से अनुपस्थित पाई गई। साथ ही कुछ स्कूलों में साफ-सफाई एवं सही रख-रखाव की भी कमी पाई गई। विशेषकर स्कूलों से संबंधित पंजी का संधारण विभागीय निर्देश के आलोक में संतोषजनक नहीं पाया गया।
जांच के क्रम में पाया गया कि मध्य विद्यालय रामपुर अलौली में विगत तीन वर्षों से छात्रवृत्ति की राशि का वितरण नहीं किया गया है। उक्त जांच प्रतिवेदन के आलोक में जिलाधिकारी जय ¨सह ने अनुपस्थित पाए गए सभी 53 शिक्षकों का वेतन तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का निर्देश दिया है। उक्त आशय की जानकारी देते हुए डीपीआरओ कमल ¨सह ने बताया कि अनुपस्थित पाए गए नियमित शिक्षकों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की शुरुआत कर विभागीय कार्रवाई की भी अनुशंसा किए जाने का निर्देश दिया गया है। जबकि, अनुपस्थित नियोजित शिक्षकों के निलबंन की कार्रवाई नियोजन समिति द्वारा की जाएगी। निरीक्षण में एमडीएम में गड़बड़ी पाए जाने के मामले में दोषी पाए जाने पर राशि की वसूली के साथ-साथ कई कार्रवाई करने की बात जिलाधिकारी के हवाले से डीपीआरओ ने कही है। डीएम ने कहा है कि सकारात्मक शैक्षणिक माहौल कायम रखने में जिन तत्वों के द्वारा बाधा पहुंचाई जाएगी, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। जो घर बैठे वेतन ले रहे हैं, उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षकों के कारनामें में किसी पदाधिकारी या कर्मी की संलिप्तता पाई गई तो उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा।