पटना : बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में
शुक्रवार को राज्य के सभी 534 प्रखंड मुख्यालयों में समान काम-समान वेतन के
सवाल पर शिक्षकों ने धरना दिया. संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार ने कहा
कि समान काम समान वेतन शिक्षकों को संवैधानिक अधिकार है.
- बिहार में शिक्षकों को वेतन मिलने में हुई देर के लिए केंद्र जिम्मेवार : शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी
- शिक्षा विभाग ने 25 जिलों के डीईओ और डीपीओ से मांगा स्पष्टीकरण
- 47 शिक्षकों को बरखास्त करने का निर्देश जारी
- ओएमआर शीट पर अब शिक्षकों को भरना होगा डिटेल
- गुड न्यूज : एमए, एमएससी व पीएचडी डिग्रीधारियों को दी जायेगी वरीयता, ट्रेनिंग कॉलेजों में पढ़ायेंगे प्राइमरी टीचर
- समान काम समान वेतन, समान सेवाशर्त समेत सहायक शिक्षक का दर्जा, अंट्रेंड को भी ग्रेड पे, एकमुश्त प्रशिक्षण व रिक्त पदों पर बहाली के सवाल पर आगामी आंदोलनों को भी निर्णायक हम टीमवर्क के जरिये ही बनायेंगे
पूरा करे.
प्रखंड मुख्यालयों में धरना के बाद अब संघ के तत्वावधान में नियोजित
शिक्षक 17 मार्च को सभी जिला मुख्यालयों में विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे.
वहीं, 21 मार्च को बिहार के सभी जिलों में मशाल जुलूस निकालेंगे और 23
मार्च से शिक्षक बिहार विधानमंडल के सामने अनिश्चितकालीन धरना देंगे.
- शिक्षकों का वेतन तिमाही या छमाही दिया जाता है जबकि चपरासियों का समय से
- ट्रेनिंग काॅलेज में पढाएंगे उच्च योग्यताधारी प्राइमरी टीचर
- दिसम्बर 2016 के इस मांगपत्र के आधार पर जो की बिहार के मुख्यमंत्री को ज्ञापित है
- टीईटी एसटीईटी संघ को फिर से तोड़ने की साजिश , आखिर ऐसा क्यों है ?
- शिक्षकों की माँगों के लिए करेगा देशव्यापी आंदोलन!!! 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को भी मिले पेंशन!
- बिहार एकलौता ऐसा प्रदेश , जहाँ के शिक्षकों की सैलरी मिलने पर सभी अखबारों की Headline