Advertisement

शिक्षकों का वेतन तिमाही या छमाही दिया जाता है जबकि चपरासियों का समय से

बिहार के शिक्षामंत्री जी अक्सर बड़ी बड़ी बातें करते हैं उन्हें मेरे द्वारा दिया गया छोटा सा जवाब सह सलाह ।
शिक्षामंत्री महोदय ,
जितनी प्रतिबद्धता और समर्पण लच्छेदार व् मनमोहक बातें करने में आप दिखाते हैं उसका आधा भी कार्य शिक्षा सुधार व् शिक्षा की गुणवत्ता व् शिक्षकों की स्थिति में सुधार में करते तो आज तस्वीर कुछ और ही होती ।
कांग्रेस के अध्यक्ष के साथ साथ जब शिक्षामंत्री का पद आपने धारण किया था तो पूरे प्रदेश की उम्मीद आपसे जुड़ गई थी कि शिक्षा का क्षेत्र जिसपर पूरे देश की जनता का नजर रहता है उस अद्वितीय क्षेत्र में आप अपने कार्यों से बिहार कांग्रेस में नई जान फूकेंगे किन्तु आज आप असफल दिख रहे हैं ।
अभी हाल का निर्णय कि इस सत्र में विद्यालयों में किताबे न दी जाएँगी बल्कि पिछले सत्र में भी सभी वर्गों को किताब उपलब्ध नही हो पायी थी ।अब बच्चे पढ़ेंगे कैसे ?
दो सालों में शिक्षकों का सेवा शर्त्त शिक्षा विभाग के गर्भ से न निकला ।
कुछ राज्यों ने समान काम समान वेतन लागू कर दिया किँतु आप इसपर मुँह बन्द किये हैं ।
अन्य सभी राज्यों में टीईटी से शिक्षकों की नियुक्ति कर सहायक शिक्षक के दर्जे के साथ 9300 स्केल का मूल वेतन दिया जा रहा है किंतु बिहार में आपने पत्रताधारी शिक्षकों को सबसे कम वेतन उन्हें नियोजित बनाकर कुंठित कर दिया है जिससे योग्य शिक्षक अन्य विभागों में पलायन कर रहे हैं ।
शिक्षकों का वेतन तिमाही या छमाही दिया जाता है जबकि चपरासियों का समय से ।
अब भी कुछ वक़्त बचा है शिक्षा व् शिक्षक हित कुछ अद्वितीय निर्णय लेकर अपनी और अपने पार्टी की छवि को जनता के मष्तिष्क पर अंकित कर लीजिए ।
धन्यवाद।
Image may contain: 1 personImage may contain: 6 people

UPTET news

Blogger templates