भागलपुर : जिले के 47 नियोजित शिक्षकों को बरखास्त करने का शिक्षा विभाग
की स्थापना शाखा ने जिले की विभिन्न शिक्षक नियोजन इकाई को निर्देश जारी
किया है. सभी 47 शिक्षक फर्जी डिग्री के आधार पर नियोजित हुए थे, जिसका
खुलासा विजिलेंस ने किया था.
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- शिक्षा विभाग ने 25 जिलों के डीईओ और डीपीओ से मांगा स्पष्टीकरण
- 47 शिक्षकों को बरखास्त करने का निर्देश जारी
- ओएमआर शीट पर अब शिक्षकों को भरना होगा डिटेल
- गुड न्यूज : एमए, एमएससी व पीएचडी डिग्रीधारियों को दी जायेगी वरीयता, ट्रेनिंग कॉलेजों में पढ़ायेंगे प्राइमरी टीचर
- समान काम समान वेतन, समान सेवाशर्त समेत सहायक शिक्षक का दर्जा, अंट्रेंड को भी ग्रेड पे, एकमुश्त प्रशिक्षण व रिक्त पदों पर बहाली के सवाल पर आगामी आंदोलनों को भी निर्णायक हम टीमवर्क के जरिये ही बनायेंगे
पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर भागलपुर में शिक्षक नियोजन को लेकर
की जा रही जांच में निगरानी ने जांच के दौरान 47 शिक्षकों के अंक पत्र को
फर्जी पाया था. निगरानी के अनुसंधानकर्ता सुरेंद्र कुमार सरोज ने कोतवाली
थाने में शिक्षकों पर मामला दर्ज कराया था.
47 शिक्षकों को...
यह है मामला : पटना उच्च न्यायालय ने जनहित याचिका संख्या 15459/14 पर
आदेश पारित किया था. इसे लेकर राज्य भर में उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक,
पुस्तकालय अध्यक्ष व प्राथमिक विद्यालय में वर्ष 2006 से अब तक नियोजित
शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच निगरानी
अन्वेषण ब्यूरो द्वारा की जा रही है. वर्ष 2011 में हुई बिहार एलिमेंट्री
टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (बीइटीइटी) में अभ्यर्थियों के अंक पत्र को निगरानी
ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को सत्यापन के लिए भेजा था. न्यायालय के
आदेश पर निगरानी यह जानना चाह रही थी कि अभ्यर्थियों के अंक पत्र सही हैं
या फर्जी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 47 शिक्षकों के अंक पत्र की
जांच करने के बाद निगरानी को रिपोर्ट भेज दी.
यहां तक किया फर्जीवाड़ा : अंक पत्र में किसी ने 26 के बदले 93 अंक
बना लिया था, तो किसी ने पिता का नाम और जाति तक बदल ली. अधिकतर अंक पत्र
में बीएसइबी ने अंकों के फेरबदल करने के कारण अंक पत्र को फर्जी करार दिया,
तो किसी को अंक पत्र जारी ही नहीं हुआ और उसने नौकरी पाने के लिए फर्जी
अंक पत्र जमा कर दिया. रॉल नंबर और सीरियल नंबर नॉट इश्यूड अंकित होने के
बावजूद अंक पत्र जारी हो गया. कई अभ्यर्थी तो नॉट क्वालिफाइड थे, लेकिन
उनके अंक पत्र में क्वालिफाइड अंकित है.
पंचायत शिक्षक नियोजन इकाई को पत्र प्राप्ति के साथ 47 शिक्षकों को
बरखास्त करने का निर्देश सोमवार को जारी किया गया है. बरखास्त कर सूचना
देने के लिए कहा गया है. इनमें कोई भी शिक्षक स्कूल में हाजिरी बना रहे
होंगे, तो बीइओ के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
संजय कुमार, डीपीओ, स्थापना शाखा, भागलपुर
शिक्षक नियोजन इकाई को स्थापना शाखा के डीपीओ ने भेजा पत्र
फर्जी डिग्री पर नियोजित होने का विजिलेंस ने किया था खुलासा
गत वर्ष शिक्षकों के खिलाफ विजिलेंस ने दर्ज की थी प्राथमिकी
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