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टॉपर्स घोटालाः आठ गिरफ्तार, लालकेश्वर फरार

पटना। बिहार इंटरमीडियेट परीक्षा टॉपर्स फर्जीवाड़ा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आज बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो.लालकेश्वर प्रसाद सिंह के दो करीबी शिक्षकों को जहां गिरफ्तार किया वहीं इस मामले के उजागर होने के बाद से भूमिगत सिंह की पत्नी एवं प्राचार्य उषा सिन्हा की गिरफ्तारी के लिए दबिश बढ़ा दी है।
एसआईटी की कमान संभाल रहे पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टॉपर्स घोटाला मामले में पटना विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में तदर्थ शिक्षक के रूप में कार्यरत अजीत शक्तिमान तथा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में कार्यरत संजीव कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। मिश्रा भागलपुर विश्वविद्यालय के संस्कृत कॉलेज में कार्यरत थे लेकिन विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सिंह ने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर यहां पदस्थापित करवाया था।
महाराज ने कहा कि अब तक की जांच से पता चला है कि पूर्व अध्यक्ष सिंह के करीबी शक्तिमान और मिश्रा फर्जीवाड़ा के इस धंधे में शामिल थे। दोनों के सिंह से अच्छे संबंध होने के प्रमाण मिले है। उन्होंने कहा कि शक्तिमान और मिश्रा से पूछताछ की गयी है और एसआईटी को कुछ महत्वपूर्ण सुराग भी हाथ लगे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष पद से प्रो.सिंह के आठ जून को इस्तीफा दिये जाने के बाद से उनकी पत्नी एवं पटना के गंगा देवी महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. उषा सिन्हा भूमिगत हैं। उन्होंने कहा कि श्रीमती सिन्हा की तलाश में एसआईटी लगी हुई है और जगह-जगह दबिश दी जा रही है। श्रीमती सिन्हा को इस मामले में अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया है।
महाराज ने बताया कि विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से प्रो. सिंह अभी तक भूमिगत हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी लगातार छापेमारी कर रही है। प्रो.सिंह की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से वारंट जारी किये जाने का अर्जी दिया गया है। उन्होंने कहा कि सिंह के पटना स्थित आवास पर दो बार छापेमारी की गयी लेकिन पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था। एसआईटी की कमान संभाल रहे महाराज ने कहा कि फर्जी टॉपर्स फर्जीवाड़ा के मास्टरमाइंड और वैशाली जिले के कीरतपुर विशुनदेव राय इंटरमीडियेट कॉलेज के प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के आवास पर कल हुई छापेमारी के दौरान 18 लाख रूपये की बरामगी हुई थी। फर्जीवाड़ा का उजागर होने के बाद से बच्चा भूमिगत थे लेकिन एसआईटी की दबिश के कारण उसने नाटकीय ढंग से कल आत्मसमर्पण कर दिया। बच्चा से पूछताछ की जा रही है।
महाराज ने कहा कि समस्तीपुर समेत कुछ और जिलों से पूर्व अध्यक्ष सिंह की करतूतों की शिकायतें करने लोग उनके पास आ रहे है। सिंह के खिलाफ कई शिकायतें अभी तक मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ एसआईटी के पास पुख्ता प्रमाण है। इससे पूर्व टॉपर्स फर्जीवाड़ा में गत नौ जून को वैशाली जिले के जी ए इंटर कॉलेज हाजीपुर की प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक शैल कुमारी,पटना के राजेन्द्रनगर राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक विकेश्वर प्रसाद यादव,इंटर काउंसिल गोपनीय शाखा के सहायक रंजीत कुमार मिश्रा,इंटर काउंसिल गोपनीय शाखा के प्रशाखा अधिकारी शम्भूनाथ दास और राजेन्द्रनगर राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय के गणित के शिक्षक संजीव कुमार सुमन को गिरफ्तार किया गया है। इससे पूर्व गिरफ्तार किये इन सभी लोगों से एसआईटी ने गहन पूछताछ की थी। उल्लेखनीय है कि विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित इंटरमीडियेट परीक्षा में अयोग्य विद्यार्थियों को टॉपर घोषित कर दिये जाने का मामला उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पूरे प्रकरण को लेकर पटना के कोतवाली थाना में छह जून की देर रात शिक्षा विभाग ने मामला दर्ज कराया था। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया है।

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