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डीपीओ की लापरवाही के कारण शिक्षकों का भुगतान नहीं

मोतिहारी। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ का जिला स्तरीय बैठक शुक्रवार को गांधी संग्रहालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी व संचालन बसंत कुमार ने किया।

शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति रद

बांका। प्रखंड कार्यालय में प्रतिनियोजित कई शिक्षकों को हटा कर विद्यालय भेज दिया गया है। मध्य विद्यालय धोवीडीह की शिक्षिका राखी कुमारी

महंगाई के मारे शिक्षक कराहे

बगहा । शास्त्रों के मुताबिक गुरु का स्थान सबसे उपर माना गया है। शिक्षक देश के भविष्य निर्माता होते हैं। उनकी गोद में खेल रहा 'बचपन' कल सफलता का नया सवेरा लेकर आएगा। लेकिन वर्तमान व्यवस्था में शिक्षक तंगहाली के दौर से गुजर रहे हैं। सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों का भविष्य बना रहे शिक्षक सरकार की उदासीनता का शिकार हैं।

शिक्षक भी नहीं चाहते अपने बच्चे को शिक्षक बनाना

समस्तीपुर । लोगों को ज्ञान देने वाले गुरुजी की ¨जदगी आज बदहाल है। अपनी ¨जदगी की परेशानियों को देखते हुए अधिसंख्य शिक्षक अपने बच्चे को शिक्षक नहीं बनाना चाह रहे हैं। हर शिक्षक अपने बच्चे को डाक्टर, इंजीनियर, वकील, आईएएस, बैंक अधिकारी आदि बनाना चाहते हैं। कारण है शिक्षकों को ने तो ढंग का वेतन मिलता न ही गलैमरस ¨जदगी। पूरी ¨जदगी जरूरतों के लिए संघर्ष करने में बीत जाती है।

शिक्षकों के संघर्ष से मिली सफलता: माध्यमिक शिक्षक संघ

सीतामढ़ी। माध्यमिक शिक्षक संघ के सशक्त आंदोलन से समान कार्य के लिए समान वेतन व सेवा शर्त नियमावली के प्रकाशन के लिए 16 अगस्त से जारी धरना ने सार्थक परिणाम दिखाया है। राज्य सरकार ने शिक्षकों की चटटानी एकता को देखते हुए संघ के साथ सेवा शर्त पर विचार विमर्श के लिए तैयार हुई है।

बीडीओ ने किया विद्यालय का औचक निरीक्षण

मधुबनी। हरलाखी के मध्य विद्यालय गंगौर में शुकगवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब बीडीओ अचानक औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। सबसे पहले बीडीओ सरोज कुमार बैठा ने विभिन्न वर्गों में घुमकर बच्चों की उपस्थिति का जायजा लिया।

जिले के कुछ शिक्षकों से, पेश है शिक्षकों की बात, उनकी जुबानी

सीतामढ़ी। शिक्षक ही बच्चों को संस्कार से लेकर ज्ञान तक का पाठ पढ़ाते हैं। लेकिन इस दौर में कोई अपने बच्चे को स्कूल शिक्षक नहीं बनाना चाहता। कम वेतन और कम सुविधा की वजह से इस पेशे के प्रति रुचि घटी है। कुछ ही छात्र शिक्षक बनने के लिए योजना बनाते हैं।

डीईओ करेंगे शिक्षकों के साथ बैठक

शिवहर। जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिल देव प्रसाद यादव जिले के प्रधान शिक्षकों के साथ बैठक करेंगे तथा विद्यालयों से संबंधित जानकारी प्राप्त करेंगे । इस संबंध में सभी बीईओ को पत्र भेजकर निर्धारित तिथि पर बीआरसी केंद्र पर बैठक करने का निर्देश दिया है।

निर्धारित राशि से अधिक फीस लेने पर भड़के पावापुरी बीएड के छात्र

नालंदा। निर्धारित राशि से अधिक फीस लेने पर पावापुरी स्थित वीरायतन बीएड कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने जमकर बवाल काटा। छात्रों का आरोप है कि नालंदा ओपन ने कमेटी गठित कर राज्यपाल के आदेशानुसार बीएड में अध्ययन कर रहे छात्रों का दो वर्ष का फीस के एवज में मात्र 95 लाख लेनी है।

परत दर परत खुल रहा शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़े का रहस्य

जहानाबाद। पंचायत व प्रखंड शिक्षक नियोजन में परत दर परत फर्जीवाड़े का रहस्य उजागर हो रहा है। डीएम के निर्देश पर जैसे जैसे जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है वैसे वैसे नये रहस्यों का उद्घाटन हो रहा है। शिक्षा विभाग सूत्रों के अनुसार कुमारी स्नेहलता के नाम से टीईटी के एक ही प्रमाण पत्र पर तीन शिक्षिकाएं भिन्न-भिन्न विद्यालय मे शिक्षक पद पर पदस्थापित हैं।

नियोजित शिक्षकों को मिल सकती है ऐच्छिक तबादले की सुविधा

पटना : राज्य के करीब साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों का तबादला अब मनपसंद जगहों पर हो सकेगा. शिक्षा विभाग उनकी सेवा शर्त के निर्धारण में जुटा हुअा है. सूत्रों का कहना है कि सेवा शर्त में इन शिक्षकों को कम-से कम एक बार एेच्छिक तबादले की सुविधा को शामिल किया जा सकता है. फिलहाल नियोजन इकाई  के स्कूलों में ही उनका तबादला हो सकता है. 

कई विषयों के नहीं हैं शिक्षक

वर्ष 1970 में किसानों के मसीहा स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर एसबी कॉलेज की स्थापना हुई थी, तब से लेकर आज तक इस कॉलेज के छात्र यहां से पढ़-लिख कर देश-विदेश में कॉलेज का नाम रोशन कर रहे हैं. मुख्यालय स्थित अंगीभूत कॉलेज में इसका भी एक स्थान है. 

स्कूल आये बिना वेतन पा रहे दिल्ली वाले शिक्षक

महीनों तक बिना स्कूल आये ही दिल्ली वाले मास्टर साहब गोविंद कुमार की उपस्थिति रिपोर्ट भेजने व वेतन भुगतान होते रहने के पीछे कहीं मोटी रकम की महिमा तो नहीं. आखिर महीनों से चल रहे इस गोरखधंधे की शिकायत के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?

टीचर गणित पढ़ाती हैं, हिंदी समझ जाते हैं

‘‘दूसरे बच्चे संज्ञा-सर्वनाम बोल-बोल कर याद करते हैं तो हम गणित बनाने में डिस्टर्ब हो जाते हैं.’’
‘‘हमारी मिस गणित समझाती हैं तो उधर के मिस से हम लोग हिंदी समझ जाते हैं.’’

बिहार मे अब 1127 मदरसों में नियुक्त होंगे गणित और विज्ञान शिक्षक

पटना [राज्य ब्यूरो]। परंपरागत पढ़ाई कराने वाले मदरसों में अब गणित और विज्ञान जैसे विषयों की पढ़ाई भी होगी। पहले चरण में राज्य के 1127 मदरसों में विज्ञान विषय की पढ़ाई शुरू करायी जाएगी।
इस सिलसिले में राज्य सरकार ने प्रत्येक मदरसे में तीन-तीन शिक्षक नियुक्त करने की अनुमति दी है। कुल मिलाकर 3381 विज्ञान शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

जांच-पड़ताल: शिक्षक नियुक्ति में फजीवाड़ा. प्रमाण पत्र सत्यापन का मामला, मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम करेगी जांच

देवघर : जिले में इंटर एवं स्नातक प्रशिक्षित नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए उच्चस्तरीय टीम द्वारा कार्यपालक दंडाधिकारी की अगुवाई में झारखंड एवं बिहार के लिए एक-एक टीम का गठन किया गया है. टीम को अविलंब इंटरमीडिएट स्तर तक के प्रमाण पत्र सत्यापन कराने की जवाबदेही दी गयी है.

पांचवें चरण के शिक्षक नियोजन हेतु आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ी, अभ्यर्थियों को मिली राहत

रोहतास। पांचवें चरण के शिक्षक नियोजन हेतु आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाए जाने से अभ्यर्थियों को राहत मिली है। अब अभ्यर्थी नियोजन इकाई के पास 25 सितंबर तक फार्म जमा कर सकते हैं। शिक्षक नियोजन में 35 फीसद सीट महिलाओं को आरक्षित किए जाने के बाद नए सिरे से शुरू हुई बहाली प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाने में इकाई के पदाधिकारी व कर्मी जुट गए हैं।

गठित होगा शिक्षा आयोग, तैयार किये जायेंगे एकेडमिक रोड मैप

गठित होगा शिक्षा आयोग, तैयार किये जायेंगे एकेडमिक रोड मैप
 बिहार सरकार राज्य में शिक्षा आयोग गठित (एजुकेशन कमेटी) करने जा रही है. यह आयोग प्रदेश के प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा को लेकर नीति का निर्धारण करेगा और रोड मैप तैयार करेगा. इसी रोड मैप के आधार पर शिक्षा विभाग काम करेगा. इससे शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए काम किया जायेगा. इसको लेकर शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार को एक प्रस्ताव दिया है.

अगले माह ही मिले पायेगा नियोजित शिक्षकों को वेतन

परेशानी. शिक्षा मंत्री ने वित्त मंत्री से की बातचीत, लेकिन नहीं खुला डीपीओ के खाते से लॉक 
प्रारंभिक स्कूलों के 3.23 लाख शिक्षकों का जहां तीन महीने (अगस्त छोड़ कर) की राशि बकाया है, वहीं, हाइ व प्लस टू स्कूलों  के 35 हजार शिक्षकों को मार्च से वेतन ही नहीं मिला है. 

BPSC : करीब नौ हजार पदों पर होगी नियुक्ति

करीब नौ हजार पदों पर होगी नियुक्ति
बिहार उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग करीब नौ हजार असिस्टेंट प्रोफेसर (मार्च, 2016 तक की रिक्तियां) की नियुक्ति कर सकेगा. बीपीएससी 3364 पदों पर बहाली कर रहा था. इसमें मैथिली के 49 असिस्टेंट प्रोफेसर बहाल हो चुके हैं, जबकि आठ विषयों में करीब 2000 पदों के लिए इंटरव्यू हो चुका है.

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