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45 वर्ष या इससे अधिक आयुवर्ग का कोरोना टीकाकरण आज से

 मधुबनी। जिला पदाधिकारी अमित कुमार की अध्यक्षता में कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में हुई। इस बैठक में जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक सुझाव एवं निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में

कोविड-19 संक्रमण के फैलने की गति पांच गुणा ज्यादा अनुमान लगाया गया है। कहा कि कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों के चिह्नित स्थलों को माइक्रो कन्टेन्टमेंट जोन में रखा गया है। जिला में कोविड-19 संक्रमण संबंधी एक्टिव केस 25 हैं। डीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पहले से भी काफी सावधानी बरतनी है, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक जा सके।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि एक अप्रैल गुरुवार से कोविड-19 टीकाकरण 45 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों का किया जाना है। वैसे व्यक्ति जिनकी उम्र एक जनवरी 2022 को 45 वर्ष होने जा रहा है, उन्हें भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाना है। इसके अलावा समाहरणालय कर्मी, जीविका कर्मी एवं नगर निकायों से वार्डवार प्रतिदिन 30-30 व्यक्तियों को टीका लगाना है। जिले में 7,151 वैसे शिक्षक हैं जिनका उम्र 45 वर्ष से अधिक है। इन शिक्षकों के स्वजनों की संख्या लगभग 15 हजार है। इन सभी को भी कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाया जाना है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी स्कूलों के बच्चे के माध्यम से यह जानकारी ली जाए कि वैसे व्यक्ति जिनका उम्र 45 वर्ष या इससे अधिक हो उनका टीकाकरण हुआ है अथवा नहीं। 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पेंशनधारी को भी टीकाकरण करने का निर्णय लिया गया है। जिले में अतिरिक्त टीकाकरण केन्द्र वाट्सन हाई स्कूल, मधुबनी परिसर के खेल भवन में संचालित किया जाना है। टीकाकरण केन्द्र रविवार एवं अन्य सरकारी छुट्टी के दिन भी खुली रहेगी। टीकाकरण केन्द्र प्रतिदिन सुबह नौ बजे से खुलेगी एवं प्रत्येक दिन एक केन्द्र पर 300 व्यक्ति को टीका लगाया जाना है। बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, सभी वरीय उप समाहर्ता, प्रभारी पदाधिकारी-जिला नियंत्रण कक्ष, डीपीएम-जीविका, जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एसएमसी-यूनिसेफ, मधुबनी, एसएमओ-डब्ल्यूएचओ, डीआरयू-केयर इंडिया, जिला समन्वयक-जपाईयों, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक-डीएचएस आदि मौजूद थे।

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