शिक्षा निदेशालय ने नियमित शिक्षकों व कर्मियों के सेवा पुस्तिका ऑनलाइन नहीं होने की वजह से जिले के डीईओ समेत 153 कर्मियों के वेतन पर रोक लगा दी है। इसके पीछे सरकारी कर्मियों की लापरवाही मानी जा रही है।
जबतक इनका सर्विस बुक ऑनलाइन नहीं होगा। तब तक वेतन पर रोक जारी रहेगी। लिहाजा दिन-रात इनसे सर्विस बुक लेकर ऑनलाइन करने में शिक्षा विभाग जुटा हुआ है। बता दें कि शिक्षा विभाग में कार्यरत सभी पदाधिकारियों शिक्षकों और कर्मियों की सेवा पुस्तिका अभिलेख का डिजिटाइजेशन तथा ई-सेवा पुस्तिका का निर्माण किया जाना है। मानव संसाधन विकास प्रणाली परियोजना अंतर्गत नियमित कर्मियों का ऑनलाइन सेवा पुस्तिका संधारण कराने हेतु पूर्व में भी यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध करा दिया गया है। इस बारे में जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यासागर सिंह ने निदेशालय से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद सभी प्रधानाध्यापक सह डीडीओ राजकीय, राजकीयकृत उच्च विद्यालय उच्च माध्यमिक विद्यालय के अलावा प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी किया है।कर्मियों और अधिकारियों की डाटा कैप्चर फॉर्मेट में होगी इंट्री
ई
सेवा पुस्त का निर्माण प्रक्रिया के तहत नियमित कर्मियों और अधिकारियों का
डाटा कैप्चर फॉर्मेट डीसीएफ में एंट्री किया जाना है। जिले के सभी
पदाधिकारियों, कर्मियों व शिक्षकों का डाटा इंट्री पूर्ण होने का जिला
शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना का वेतन स्थगित
रहेगा। इसकी जानकारी सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक और आईटी मैनेजर को भी
दी गई है।
विभाग में कार्यरत सभी शिक्षकों व कर्मियों को किया है निर्देशित
शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों और कर्मियों की ई सेवा पुस्तिका बनाई जा रही है। राज्य स्तर से मिले निर्देश के बारे में जिले में इस कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जा रहा है। सभी स्कूल के प्रधानाध्यापकों को भी इसके लिए निर्देशित किया गया है। शिक्षकों की सुविधा के सभी डीडीओ को निर्देशित किया गया है। शिक्षक के यथाशीघ्र इस कार्य को पूरा करा लें।
प्राथमिक और मध्य विद्यालय में 1226, जबकि हाईस्कूल में 318 नियमित कर्मचारी हैं
डीईओ विद्यासागर सिंह ने बताया कि प्राथमिक व मध्य विद्यालय के हेडमास्टर, सहायक शिक्षक, क्लर्क व चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों का 100 फीसदी सर्विस बुक ऑनलाइन हो चुका है। इनका वेतन चालू है। आंकड़ों पर गौर करें तो प्राथमिक और मध्य में 1226 कुल नियमित सरकारी कर्मी हैं। जिनका सर्विस बुक ऑनलाइन है। इसी तरह हाई स्कूल में कुल नियमित कर्मियों की संख्या 318 है। जिनमें से 165 का सर्विस बुक ऑनलाइन हो चुका है। बाकी बचे 153 कर्मियों का सर्विस बुक ऑनलाइन किया जा रहा है। जल्द ही इसे कर लिया जाएगा। जिले में शिक्षा विभाग में कार्यरत 1544 नियमित शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों में मात्र 1391 कर्मियों का ही पूर्ण रूप से एचआरएमएस में प्रविष्टि हो पाई है। बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद भी एचआरएमएस प्रविष्टि का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। जिस पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा अपर सचिव शिक्षा विभाग पटना द्वारा नाराजगी भी व्यक्त की गई है। जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मानव संसाधन विकास प्रणाली में सभी नियमित शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों की प्रविष्टि कराने का निर्देश दिया है।
कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए लिया गया निर्णय
शिक्षा
विभाग में कार्यरत अफसरों नियमित कर्मियों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने
के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। सूचना प्रौद्योगिकी विकास के दौर में
विभागों के दफ्तरों और कामकाज के तौर-तरीकों को भी डिजिटाइज किया जा रहा
है। इस व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए राज्य के अपर सचिव सह वरीय
पदाधिकारी गिरिवर दयाल सिंह ने ई सेवा पुस्तिका के निर्माण का निर्णय लिया
है। ताकि विभाग के कर्मी डिजिटल कार्यप्रणाली को अपना सकें और इसके प्रति
पूरी तरह से अभ्यस्त हो सकें ताकि उन्हें दिक्कत नहीं हो।