शिक्षक बहाली में हो रही देरी के कारण शिक्षक अभ्यर्थी सरकार से काफी नाराज हैं। इस कारण से अब शिक्षक अभ्यर्थी आंदोलन करने के मूड़ में दिखाई दे रहें हैं। शिक्षक अभ्यर्थियों का आरोप है कि लगभग डेढ़ साल हो चुके प्रारंभिक शिक्षक बहाली प्रक्रिया शुरू हुए। परंतु अब सरकार इसे ठंडे बस्ते में डालना चाहती है।
इस सबंध में बताते हुए बिहार राज्य टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के जिला अध्यक्ष लाल साहब पाण्डेय ने कहा कि राज्य सरकार 2011 से हीं शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ दुर्भावना से ग्रस्त हो कर कार्य कर रही है। अच्छे लोग सड़क पर हैं। जबकि 60 फीसदी अयोग्य लोग विद्यालय में। यह बात बखूबी सरकार भी जानती है। सरकार अयोग्य लोगों पर पैसे खर्च कर रही है। जबकि बिहार की शिक्षा आज भी 80 के दशक की हीं है।