मुजफ्फरपुर, जेएनएन। इसे लापरवाही कहेंगे जो शिक्षक
फर्जी चिह्नित हो चुके है बावजूद इसके इनकी हाजिरी अभी भी बन रही है। जिले
में अब तक 335 फर्जी टीईटी शिक्षक चिह्नित हो चुके हैं। हाजिरी बनाने को
लेकर शिक्षा विभाग इसके प्रति लापरवाह है। तभी तो इन शिक्षकों को हाजिरी
बनाने पर रोक लगाने का आदेश विभागीय स्तर पर जारी नहीं किया गया है।
स्थिति ऐसी है कि नगर क्षेत्र के स्कूलों में दर्जन भर से अधिक फर्जी टीईटी शिक्षकों की हाजिरी बन रही है। इस पर अभी तक रोक नहीं लगाई जा सकी है। विद्यालय अवर निरीक्षक ने फर्जी टीईटी शिक्षकों की सूची डीपीओ स्थापना को सौंप चुके हैं। तत्कालीन क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक के निर्देश पर टीईटी शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच चल रही है।
कई प्रखंडों में हो चुकी है जांच
जिले के कई प्रखंडों में जांच हो चुकी है। लेकिन, नगर व पारू में जांच नहीं हो सकी थी। जिला शिक्षा अधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की सख्ती के बाद नगर और पारू के टीईटी शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच की गई। इसी क्रम में नगर क्षेत्र के स्कूलों में दर्जन भर से अधिक फर्जी टीईटी शिक्षक पाए गए हैं। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने व राशि वसूली की कार्रवाई होनी चाहिए।
जिले में अबतक 335 शिक्षक फर्जी हो चुके चिह्नित
जिले में अब तक 335 फर्जी टीईटी शिक्षक चिह्नित हो चुके हैं। इनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है। राशि वसूली की कवायद चल रहीं है। दूसरी ओर विभाग उसके खिलाफ सार्टिफिकेट केस भी करेगा। विद्यालय अवर निरीक्षक की रिपोर्ट में फर्जी टीईटी शिक्षक की बात है। वैसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर हाजिरी पर भी रोक नहीं लग सकी है। शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी इस खेल में शामिल है। क्योंकि हाजिरी पर रोक लगाने के संबंध में अब तक किसी भी तरह का आदेश जारी नहीं हो सका है।
हाजिरी के आधार पर करेंगे वेतन की दावेदारी
हाजिरी के आधार पर आने वाले दिनों में ये शिक्षक वेतन के लिए दावेदारी करेंगे। क्योंकि चिह्नित होने के बावजूद हाजिरी बन रही है। हालांकि वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। लेकिन, भविष्य में वेतन की दावेदारी निश्चित तौर पर कर सकते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने कहा कि फर्जी शिक्षकों के स्कूल जाने पर रोक लगाई जाएगी। किसी भी स्थिति में हाजिरी नहीं बनेगी। संबंधित अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं।
स्थिति ऐसी है कि नगर क्षेत्र के स्कूलों में दर्जन भर से अधिक फर्जी टीईटी शिक्षकों की हाजिरी बन रही है। इस पर अभी तक रोक नहीं लगाई जा सकी है। विद्यालय अवर निरीक्षक ने फर्जी टीईटी शिक्षकों की सूची डीपीओ स्थापना को सौंप चुके हैं। तत्कालीन क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक के निर्देश पर टीईटी शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच चल रही है।
कई प्रखंडों में हो चुकी है जांच
जिले के कई प्रखंडों में जांच हो चुकी है। लेकिन, नगर व पारू में जांच नहीं हो सकी थी। जिला शिक्षा अधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की सख्ती के बाद नगर और पारू के टीईटी शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच की गई। इसी क्रम में नगर क्षेत्र के स्कूलों में दर्जन भर से अधिक फर्जी टीईटी शिक्षक पाए गए हैं। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने व राशि वसूली की कार्रवाई होनी चाहिए।
जिले में अबतक 335 शिक्षक फर्जी हो चुके चिह्नित
जिले में अब तक 335 फर्जी टीईटी शिक्षक चिह्नित हो चुके हैं। इनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है। राशि वसूली की कवायद चल रहीं है। दूसरी ओर विभाग उसके खिलाफ सार्टिफिकेट केस भी करेगा। विद्यालय अवर निरीक्षक की रिपोर्ट में फर्जी टीईटी शिक्षक की बात है। वैसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर हाजिरी पर भी रोक नहीं लग सकी है। शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी इस खेल में शामिल है। क्योंकि हाजिरी पर रोक लगाने के संबंध में अब तक किसी भी तरह का आदेश जारी नहीं हो सका है।
हाजिरी के आधार पर करेंगे वेतन की दावेदारी
हाजिरी के आधार पर आने वाले दिनों में ये शिक्षक वेतन के लिए दावेदारी करेंगे। क्योंकि चिह्नित होने के बावजूद हाजिरी बन रही है। हालांकि वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। लेकिन, भविष्य में वेतन की दावेदारी निश्चित तौर पर कर सकते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने कहा कि फर्जी शिक्षकों के स्कूल जाने पर रोक लगाई जाएगी। किसी भी स्थिति में हाजिरी नहीं बनेगी। संबंधित अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं।