Advertisement

डीपीओ स्थापना के खिलाफ उग्र हुए शिक्षक, दिया धरना

बेगूसराय। शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना के खिलाफ शनिवार को नियोजित शिक्षकों ने आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। शिक्षकों की उमड़ी भीड़ से शहर की लगभग तमाम सड़कें अस्तव्यस्त हो गईं। शिक्षक डीपीओ पर तानाशाही रवैया अपनाने, शिक्षकों को अपमानित व प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे थे।


जानकारी के अनुसार बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षक जेके इंटर स्कूल परिसर में जमा हुए। जहां से जुलूस की शक्ल में डीपीओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कचहरी रोड से डीईओ आफिस पहुंच धरना पर बैठ गए। भीड़ अधिक हो जाने के कारण कचहरी रोड पूरी तरह जाम हो गया। धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष साकेत सुमन ने कहा कि डीपीओ स्थापना नसीम अहमद की मनमानी से जिले के सभी शिक्षक परेशान हैं। शिक्षकों का एरियर भुगतान लंबे समय से अधर में लटका हुआ है। शिक्षकों द्वारा की जाने वाली शिकायतों का निदान नहीं हो पा रहा है। परंतु, प्रतिदिन कोई नया आदेश निकाल कर शिक्षकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रधान सचिव रामकल्याण पासवान ने कहा कि दोहन शोषण की नीति नहीं चलने दिया जाएगा। डीपीओ स्थापना शिक्षकों के कार्यों को पें¨डग में रखकर जिस अवैध उगाही के फिराक में हैं। हमारा संगठन उसे कभी पूरा नहीं होने देगा। सातवें वेतनमान का एरियर एक वर्ष से बकाया है। मार्च 2018 में ही विभाग द्वारा जिला को यूटीआइ पेंशन योजना की राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है। परंतु, उसे शिक्षकों के खाते में अबतक ट्रांसफर नहीं किया गया है। जिला कोषाध्यक्ष भूषण प्रसाद भूषण ने कहा कि डीपीओ स्थापना के द्वारा नगर निगम के नियमित शिक्षकों को परिवहन भत्ता का लाभ दिया जा रहा है। जबकि नियोजित शिक्षकों को बिना कारण परिवहन भत्ता का लाभ नहीं दिया जा रहा है। धरना के उपरांत एक प्रतिनिधि मंडल ने डीईओ से मिलकर मांगपत्र सौंपा। धरना को उपेंद्र चौधरी, विनय ¨सह, चंदन कुमार, ¨चटू कुमार, सुरेश, इकरामुल, साकेत, डॉ. मोहन, संजय हिटलर, नीरज, शहजाद, दिलीप, राकेश, निशांत सहित अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

UPTET news

Blogger templates