गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के उद्देश्य से सूबे में सभी प्रमुख स्कूलों में
छह विषयों के लिए अतिथि शिक्षकों की बहाली करवाई गई थी। लेकिन बहाली के 4
माह बीत जाने के बाद भी विभिन्न स्कूलों के प्लस टू स्कूलों में योगदान दे
रहे शिक्षकों का वेतन नहीं मिला है। इस वजह से शिक्षकों में निराशा है।
ऐसे में दुर्गापूजा तो बीत गया लेकिन दीपावली और छठ कैसे मनेगा, यह समझ नहीं आ रहा है। पटना शहर में 520 पदों पर अतिथि शिक्षकों की बहाली निकाली गई थी। इसमें प्रखंड और सदर के स्कूल में लगभग 170 अतिथि शिक्षकों ने योगदान दिया था। बाकी शिक्षकों ने प्रखंड के स्कूलों और दूरी को देखते हुए योगदान नहीं किया था। इन शिक्षकों को प्रतिदिन के हिसाब से एक हजार रुपया वेतन देना था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेतन नहीं मिलने से अतिथि शिक्षक स्कूलों में नहीं आ रहे है। अतिथि शिक्षकों की बहाली में विभाग की ओर से कोई कैटेगरी तय नहीं की गई थी। तय सीटों के आधार पर कितने शिक्षकों का योगदान होगा तो उनका आवंटन होगा। सभी जिलों में सीट से कम अतिथि शिक्षकों ने योगदान दिया है। ऐसे मे वेतन भुगतान में परेशानी हो रही है। पटना डीईओ ज्योति कुमार ने कहा अतिथि शिक्षकों के वेतन के लिए विभाग को सूचना भेज दी है। जल्द ही अतिथि शिक्षकों का वेतन मिल जाएगा।
ऐसे में दुर्गापूजा तो बीत गया लेकिन दीपावली और छठ कैसे मनेगा, यह समझ नहीं आ रहा है। पटना शहर में 520 पदों पर अतिथि शिक्षकों की बहाली निकाली गई थी। इसमें प्रखंड और सदर के स्कूल में लगभग 170 अतिथि शिक्षकों ने योगदान दिया था। बाकी शिक्षकों ने प्रखंड के स्कूलों और दूरी को देखते हुए योगदान नहीं किया था। इन शिक्षकों को प्रतिदिन के हिसाब से एक हजार रुपया वेतन देना था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेतन नहीं मिलने से अतिथि शिक्षक स्कूलों में नहीं आ रहे है। अतिथि शिक्षकों की बहाली में विभाग की ओर से कोई कैटेगरी तय नहीं की गई थी। तय सीटों के आधार पर कितने शिक्षकों का योगदान होगा तो उनका आवंटन होगा। सभी जिलों में सीट से कम अतिथि शिक्षकों ने योगदान दिया है। ऐसे मे वेतन भुगतान में परेशानी हो रही है। पटना डीईओ ज्योति कुमार ने कहा अतिथि शिक्षकों के वेतन के लिए विभाग को सूचना भेज दी है। जल्द ही अतिथि शिक्षकों का वेतन मिल जाएगा।