जहाँ शिक्षामित्र इसे एक बता रहे हैं वहीँ टेट वाले इसे अलग।
दक्षता परीक्षा एक सिमित परीक्षा थी जिसे डिपार्टमेंटल परीक्षा भी कह सकते है जबकि टेट प्रतियोगिता परीक्षा थी जिसमे कोई भी योग्य व्यक्ति उम्मीदवार हो सकता था।
दक्षता नौकरी प्राप्त होने के बाद ली गई परीक्षा थी जबकि टेट नौकरी पूर्व या नौकरी पाने हेतु।
दक्षता फेल होने के बाद कई और मौके पास करने को दिए गए जबकि टेट में फेल बाहर ही रहे।
दक्षता फेल का वेतन पास से कम मिल रहा है जिसका प्रमाण सर्विस बुक है जबकि टेट फेल नौकरी तक पा ना सके।
दक्षता scert द्वारा ली जो प्रशिक्षण एवं शोध नियामक है जबकि टेट बिहार बोर्ड द्वारा जो परीक्षा नियामक ह
दक्षता मे एक बार में 90 % से भी ज्यादा लोग पास हो गए बाकि 10% फेल कोर्ट द्वारा यानि100% रिजल्ट जबकि टेट में 10% से भी कम पास हुए। 90% फेल।
अब यदि कोई इसे एक माने तो मने कोर्ट तो इसे एक माननेे से रहा।ै