ह्रदय गदगद हो जाता है जब मैं सोचता हूँ कि आज पूरे बिहार के TET शिक्षकों में क्रांति की नई लहर हिलोरें मार रही हैं और सब के सब एक नया इतिहास रचने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध एवम सतर्क हो उठे हैं।
मन और भी प्रफुल्लित हो उठता है जब विरोधियों के तमाम साज़िशों और कूटनीति के बाबजूद हम TET शिक्षकों की कर्मठता और एकता TET शिक्षकों को उनकी प्रतिबध्दता से विचलित नही कर पाती बल्कि भिन्न भिन्न संघों में बंटे TET शिक्षकों में और भी ज्यादा जोश एवं जुनून का सूत्रपात कर देती हैं। धन्य हैं TET शिक्षक जिन्होंने इस महासंग्राम में अपनी हर क़ुरबानी देना सुनिश्चित करके उन तमाम शक्तियों को करारा जवाब दिया है जो हमारी एकता में सेंध लगाकर, हमहीं लोगों के सहयोग से हम सब का ही भविष्य अंधकारमय बनाने का दिवास्वप्न देखा करते हैं। मैं आज अपने दिल की गहराईयों से बिहार के तमाम TET शिक्षकों के इस जोश एवम जुनून को सलाम करता हूँ एवम अपने आप को सौभाग्यशाली समझकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मुझे आपलोगों के साथ काम करने का सुअवसर दिया है।
साथियों , जैसा कि अब तक कि जद्दोजहद के बाद इस महासंग्राम ने करवट लिया है वो आप सभी साथी सिर्फ जानते ही नही बल्कि उसके सम्भावित परिणाम को भी कहीं न कहीं महसूस करने लगे हैं। मेरे सम्मानित जुझारू एवं संघर्षशील साथियों अब ऐसा लगने लगा है कि हम उस शोषित एवम उपेक्षित शिक्षक के कलंक को मिटाने से बस एक कदम दूर हैं जो RTE के प्रावधानों एवम NCTE के मानकों के अनुसार शिक्षक बनने की पूर्ण अहर्ता रखते हुए भी यानी TET उत्तीर्ण होते हुए भी अपने माथे पर शिक्षामित्र होने का कलंक लगाए बड़े ही बेआबरू होकर समाज मे एक ज़िल्लत भरी जिंदगी जीने को विवश था।
साथियों, आज जिस तरह से माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने RTE और NCTE के मानकों के साथ साथ TET की परीक्षा को भी अपने संज्ञान में लिया है वो हमारे आनेवाले उज्ज्वल भविष्य का द्योतक है। इतना तो तय है सर्वोच्च न्यायालय कानून एवम संविधान का संरक्षक होने के नाते ऐसा कोई भी फैसला नही देगी जिससे भारतीय संसद के द्वारा पारित RTE Act 2009 की कोई उपेक्षा होती हो और जिसका प्रमाण हमें उत्तर प्रदेश के मामले में पहले ही देखने को मिल चुका है।
साथियों, दिन संघर्ष के हैं, डगर कठिन है, बाधाएं असीमित हैं, विरोधी भी पग-पग पर हैं पर हमारा मनोबल अपनी दृढ़ता की पराकाष्ठा पर है और हमारी चट्टानी एकता एवम जीत के लिए हमारी प्रतिबध्दता हमें अपने रास्ते से विचलित नही होने को आवाह्न करती हुई हमें प्रति क्षण लड़ने को और ज्यादा ताक़त से लड़ने को प्रेरित करती हुई ये गुनगुनाते नही थकतीं कि "रूक जाना नहीं तू कहीं हार के, कांटों पे चलके मिलेंगे साये बहार के"।
साथियों, हमें पिछली बार 2015 की अपनी असफलताओं से मजबूत प्रेरणा लेते हुए पूरी सतर्कता के साथ फूंक फूंक कर इस बार कदम बढ़ाना है जो कि हम कर भी रहे हैं और यकीन रखिये इंशाल्लाह इस बार जीत हमारे कदमों में ही होगी और हम तमाम दुश्वारियों को खत्म करते हुए अपनी अज़ीज़ मन्ज़िल को लड़कर हर हाल में हासिल करेंगे पर इसके लिए हमें अपनी एकता के सूत्र में पूरी तरह से बन्ध कर अपने रणवीरों को अपना पूरा सहयोग देते हुए उनतक आर्थिक मदद भी पहुंचानी होगी जो कि इस लड़ाई का मुख्य हथियार है और जिसके बिना सारे साक्ष्यों, दस्तावेजों और दलीलों के रहते हुए भी हमसब पंगु बन कर जड़वत अवस्था मे सिर्फ दर्शक मात्र बनकर रह जाने को विवश हो सकते हैं इसलिए दोस्तों हम सब दृढ़ संकल्प के साथ प्रण करें कि जब तक हम सफल नही हो जाते हमसब 1 लाख 20 हज़ार TET सिपाहियों में से कोई भी अपना कदम पीछे नही हटाएगा, कोई भी अपना हाँथ पीछे नही खींचेगा और कोई भी अपना मनोबल एवम ज़ज़्बा गिरने नही देगा---"असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो, क्या कमी रह गयी देखो और सुधार करो, जब तक ना सफल हो नींद-चैन को त्यागो तुम, संघषों का मैदान छोड़ मत भागो तुम, कुछ किये बिना ही जयजयकार नही होती, कोशिश करने वालों की हार नही होती।
साथियों, मन्ज़िल बस एक कदम दूर है, सरकार की कब्र खुद चुकी है बस उसके ताबूत में एक कील ठोंकनी ही बाकी है। दो -चार बहस के बाद नया सवेरा होगा, हमारी ज़िंदगी मे एक नया चमकता-दमकता हुआ दिनकर अपनी सर्वश्रेष्ठ किरणें लेकर आएगा इस अटूट विश्वास के साथ मैं समीर सारस्वत आप सभी TET उत्तीर्ण शिक्षक साथियों से पूरी तरह एकजुट रहने एवम अपने लड़ाके साथियों को पूरी मदद पहुंचाते रहने की विनम्र अपील करता हूँ और विश्वास एवम भरोसा रखता हूँ कि हम साथियों के उज्ज्वल भविष्य की खातिर की गई मेरी इस गुज़ारिश को आप सहर्ष स्वीकार करते हुए पहले से भी ज्यादा ऊर्जा के साथ मिलकर इस लड़ाई को मजबूत बनाते हुए जीत हासिल करेंगे।
धन्यवाद
समीर सारस्वत
जिलाध्यक्ष Tsunss गोपगुट, गया