बेतिया। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव नागेन्द्रनाथ शर्मा ने कहा है
कि उच्च न्यायालय के आदेश को बिहार सरकार नहीं मान कर गलत कर रही है। अगर
सरकार का अड़ियल रवैया नहीं बदला तो शिक्षक संघ बड़ा आंदोलन करेगा। इसके
प्रथम चरण में एक दिवसीय बंदी टोकन हड़ताल के रूप में किया जाएगा।
इस हड़ताल से सरकार को चेताना चाहते हैं कि उच्च न्यायालय के आदेश को लागू नहीं किया गया तो विद्यालय को बंद कर जेल भरो अभियान चलाया जाएगा। दक्षता परीक्षा में अनुतीर्ण वैसे शिक्षकों को छह माह का प्रशिक्षण देकर दक्षता परीक्षा को दोबारा परीक्षा ली जाय। फिर अनुत्तीर्ण होने पर उनकी सेवा समाप्त करने के निर्णय का पुरजोर विरोध करते है क्योंकि बारह वर्ष या इससे अधिक समय तक सेवा करने के बाद उनकी सेवा समाप्त की जाती है तो उनका भविष्य अंधकार में पड़ जायेगी। इसलिए शिक्षकों को अभियान चलाकर एकजुटता का परिचय देना होगा। समान वेतन के मुद्दे पर बयान बाजी करने वाले पदाधिकारी व सरकारी के मंत्री पहली तारीख को वेतन भुगतान करने में सक्षम नहीं हो पा रहे है। उन्हें अपने पद पर बने रहने का नैतिक जिम्मेवारी नहीं है। श्री शर्मा ने समाज के जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी एवं श्रमिक संगठनों से सहयोग की अपील की है। मौके पर बेचू प्रसाद यादव, राजेंद्र प्रसाद, मोजिबुल हक, रामाशंकर गिरि, नर्वोदय ठाकुर, विरेंद्र कुमार उपाध्याय, बुधन राम, मुन्ना ठाकुर, हरेंद्र यादव, आशुतोष ¨सह, बालेश्वर कुमार, र¨वद्र कुमार, प्रदीप कुमार पांडेय, राकेश कुमार, आनंद कुमार, मनोज कुमार यादव, शिवशंकर पांडेय, दिलीप श्रीवास्तव, कृष्ण मुरारी, राजकिशोर प्रसाद आदि ने अपने-अपने विचार रखे।
इस हड़ताल से सरकार को चेताना चाहते हैं कि उच्च न्यायालय के आदेश को लागू नहीं किया गया तो विद्यालय को बंद कर जेल भरो अभियान चलाया जाएगा। दक्षता परीक्षा में अनुतीर्ण वैसे शिक्षकों को छह माह का प्रशिक्षण देकर दक्षता परीक्षा को दोबारा परीक्षा ली जाय। फिर अनुत्तीर्ण होने पर उनकी सेवा समाप्त करने के निर्णय का पुरजोर विरोध करते है क्योंकि बारह वर्ष या इससे अधिक समय तक सेवा करने के बाद उनकी सेवा समाप्त की जाती है तो उनका भविष्य अंधकार में पड़ जायेगी। इसलिए शिक्षकों को अभियान चलाकर एकजुटता का परिचय देना होगा। समान वेतन के मुद्दे पर बयान बाजी करने वाले पदाधिकारी व सरकारी के मंत्री पहली तारीख को वेतन भुगतान करने में सक्षम नहीं हो पा रहे है। उन्हें अपने पद पर बने रहने का नैतिक जिम्मेवारी नहीं है। श्री शर्मा ने समाज के जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी एवं श्रमिक संगठनों से सहयोग की अपील की है। मौके पर बेचू प्रसाद यादव, राजेंद्र प्रसाद, मोजिबुल हक, रामाशंकर गिरि, नर्वोदय ठाकुर, विरेंद्र कुमार उपाध्याय, बुधन राम, मुन्ना ठाकुर, हरेंद्र यादव, आशुतोष ¨सह, बालेश्वर कुमार, र¨वद्र कुमार, प्रदीप कुमार पांडेय, राकेश कुमार, आनंद कुमार, मनोज कुमार यादव, शिवशंकर पांडेय, दिलीप श्रीवास्तव, कृष्ण मुरारी, राजकिशोर प्रसाद आदि ने अपने-अपने विचार रखे।