शिक्षा विभाग की आपत्ति के बाद भी अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
PATNA : शिक्षकों की नियुक्ति के पांचवे चरण के प्रति हो रही अनदेखी से अभ्यर्थी परेशान हैं। जानकारी हो कि इस पूरी प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। बात सिर्फ माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक वर्ग के चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला है।
इसमें दोनों स्तर के शिक्षकों को मिलाकर पटना जिला में कुल क्8म्0 शिक्षक शामिल है। जिममें करीब भ्00 के करीब निगम के स्कूल में तैनात किये जाएंगे। बीते चार माह से यह हाल है। इस मामले में शिक्षा विभाग ने भी हाल ही में कड़ी आपत्ति जतायी है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इससे शिक्षकों की कमी लगातार बनी हुई है। इसे त्वरित रूप से पूरा किया जाए.
चार माह से टालमटोल
उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक संवर्ग के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के लिए छह अप्रैल, ख्0क्7 की तिथि तय की गई थी। लेकिन इस संबंध में स्पष्ट कारण बताये ही इसे क्क् और क्ख् अप्रैल कर दिया गया। इसके लिए मीठापुर स्थित दयानंद उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रदेश भर से संबंधित छात्रों को बुला लिया गया। लेकिन यह भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। नियुक्ति पत्र इस दिन भी नही दिया गया। इसके बाद निगम चुनाव की बात कह इसे इसे चुनाव के बाद कराने की बात कही गई। इस संबंध में पांच जुलाई को कुछ होना था। लेकिन निगम की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई।
शिक्षकों का रोना रोने से क्या ?
नियुक्ति पत्र को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच आक्रोश बढ़ रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि एक ओर सरकार शिक्षकों की कमी का रोना रोती है और दूसरी ओर नियुक्ति पत्र देने में विलंब का बिना कोई कारण बताये इस पर लगातार टालमटोल किया जा रहा है। उधर इस मामले को लेकर जब नियोजन इकाई के सचिव अजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने एक बार फिर से इस संबंध में जल्द ही नियुक्ति पत्र दिये जाने की बात कही है। साइंस और अंग्रेजी सहित अन्य विषय में शिक्षकों की घोर कमी है।
PATNA : शिक्षकों की नियुक्ति के पांचवे चरण के प्रति हो रही अनदेखी से अभ्यर्थी परेशान हैं। जानकारी हो कि इस पूरी प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। बात सिर्फ माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक वर्ग के चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला है।
इसमें दोनों स्तर के शिक्षकों को मिलाकर पटना जिला में कुल क्8म्0 शिक्षक शामिल है। जिममें करीब भ्00 के करीब निगम के स्कूल में तैनात किये जाएंगे। बीते चार माह से यह हाल है। इस मामले में शिक्षा विभाग ने भी हाल ही में कड़ी आपत्ति जतायी है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इससे शिक्षकों की कमी लगातार बनी हुई है। इसे त्वरित रूप से पूरा किया जाए.
चार माह से टालमटोल
उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक संवर्ग के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के लिए छह अप्रैल, ख्0क्7 की तिथि तय की गई थी। लेकिन इस संबंध में स्पष्ट कारण बताये ही इसे क्क् और क्ख् अप्रैल कर दिया गया। इसके लिए मीठापुर स्थित दयानंद उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रदेश भर से संबंधित छात्रों को बुला लिया गया। लेकिन यह भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। नियुक्ति पत्र इस दिन भी नही दिया गया। इसके बाद निगम चुनाव की बात कह इसे इसे चुनाव के बाद कराने की बात कही गई। इस संबंध में पांच जुलाई को कुछ होना था। लेकिन निगम की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई।
शिक्षकों का रोना रोने से क्या ?
नियुक्ति पत्र को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच आक्रोश बढ़ रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि एक ओर सरकार शिक्षकों की कमी का रोना रोती है और दूसरी ओर नियुक्ति पत्र देने में विलंब का बिना कोई कारण बताये इस पर लगातार टालमटोल किया जा रहा है। उधर इस मामले को लेकर जब नियोजन इकाई के सचिव अजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने एक बार फिर से इस संबंध में जल्द ही नियुक्ति पत्र दिये जाने की बात कही है। साइंस और अंग्रेजी सहित अन्य विषय में शिक्षकों की घोर कमी है।