भागलपुर । निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक सुरेंद्र कुमार
सरोज ने जांच के क्रम में बीएससी के अंक पत्र में मिली छेड़छाड़ के आधार पर
मंगलवार को जिले के मध्य विद्यालय सदानंदपुर बैसा में अनुकंपा के आधार पर
पदस्थापित नियोजित शिक्षक निलेश कुमार के विरुद्ध आदमपुर थाने में
प्राथमिकी दर्ज कराई है।
बता दे कि इसके पूर्व भी उन्होंने 30 नवंबर को 47 एवं 13 दिसंबर 2016 को 29 फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध एफआइआर कराया था।
ब्यूरो के इंस्पेक्टर ने बताया कि जिले में वर्ष 2006 से प्रारंभिक स्कूलों में नियोजित शिक्षकों की हुई नियुक्ति फर्जीवाड़े की निगरानी जांच उच्च न्यायालय के आदेश
पर चल रही है। जो फर्जी होंगे उन्हें हर हाल में जेल जाना होगा।
आज निलेश के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने बीएससी पार्ट थर्ड के अंक पत्र में व्यापक रूप से छेड़छाड़ की है। उन्होंने पंचम पेपर में 10 की जगह 70, छठे पेपर में 08 की जगह 68 एवं सप्तम पेपर में 04 की जगह 64 अंक बना दिया है। जिसकी जांच में पुष्टि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने भी की है।
8186 शिक्षकों के नियोजन प्रक्रिया की होनी है जांच
उन्होंने कहा कि जिले में नियुक्त हुए 8186 शिक्षकों के नियोजन प्रक्रिया सह प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है। शिक्षा विभाग द्वारा अब तक 4106 शिक्षकों का नियोजन फोल्डर जमा किया गया। जिसमें 2100 शिक्षकों के फोल्डर में मूल मेधा सूची संलग्न नहीं हैं। विभाग धीरे-धीरे मूल मेधा सूची के साथ फोल्डर जमा करवा रही है।
शिक्षा विभाग भी नियोजन इकाई के विरुद्ध कर रहा प्राथमिकी
उधर जिला शिक्षा विभाग के डीपीओ ने बार-बार रिमाइंडर देने के बाद भी नियोजन फोल्डर जमा नहीं किए जाने की स्थिति में अब तक 188 पंचायत नियोजन इकाई के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।
कोट..
मूल मेधा सूची के साथ उपलब्ध नियोजन फोल्डर की जांच तेजी से चल रही है। आगे और फर्जी शिक्षकों विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
एसके सरोज, इंस्पेक्टर, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, भागलपुर।
बता दे कि इसके पूर्व भी उन्होंने 30 नवंबर को 47 एवं 13 दिसंबर 2016 को 29 फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध एफआइआर कराया था।
ब्यूरो के इंस्पेक्टर ने बताया कि जिले में वर्ष 2006 से प्रारंभिक स्कूलों में नियोजित शिक्षकों की हुई नियुक्ति फर्जीवाड़े की निगरानी जांच उच्च न्यायालय के आदेश
पर चल रही है। जो फर्जी होंगे उन्हें हर हाल में जेल जाना होगा।
आज निलेश के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने बीएससी पार्ट थर्ड के अंक पत्र में व्यापक रूप से छेड़छाड़ की है। उन्होंने पंचम पेपर में 10 की जगह 70, छठे पेपर में 08 की जगह 68 एवं सप्तम पेपर में 04 की जगह 64 अंक बना दिया है। जिसकी जांच में पुष्टि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने भी की है।
8186 शिक्षकों के नियोजन प्रक्रिया की होनी है जांच
उन्होंने कहा कि जिले में नियुक्त हुए 8186 शिक्षकों के नियोजन प्रक्रिया सह प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है। शिक्षा विभाग द्वारा अब तक 4106 शिक्षकों का नियोजन फोल्डर जमा किया गया। जिसमें 2100 शिक्षकों के फोल्डर में मूल मेधा सूची संलग्न नहीं हैं। विभाग धीरे-धीरे मूल मेधा सूची के साथ फोल्डर जमा करवा रही है।
शिक्षा विभाग भी नियोजन इकाई के विरुद्ध कर रहा प्राथमिकी
उधर जिला शिक्षा विभाग के डीपीओ ने बार-बार रिमाइंडर देने के बाद भी नियोजन फोल्डर जमा नहीं किए जाने की स्थिति में अब तक 188 पंचायत नियोजन इकाई के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।
कोट..
मूल मेधा सूची के साथ उपलब्ध नियोजन फोल्डर की जांच तेजी से चल रही है। आगे और फर्जी शिक्षकों विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
एसके सरोज, इंस्पेक्टर, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, भागलपुर।