शिवहर  :  शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी व   नियोजित शिक्षकों के मूल 
 आवेदन अभिलेख गायब करने के मामले में पांच नियोजन इकाई व करीब 65 शिक्षकों
 पर कार्रवाई तय  मानी जा रही है. 
 
 एसडीपीओ प्रितीश कुमार के  अनुशंसा के आलोक में एसपी प्रकाश नाथ 
मिश्र ने पांचों नियोजन इकाई के सदस्यों का सत्यापन कर उसे गिरफतार करने का
 आदेश अनुसंधान कर्ता को दिया है. जिससे नियोजन इकाई के सदस्यों में हड़कंप
 है. एसपी ने ग्राम पंचायत चमनपुर के वर्ष 2005 के नियोजन इकाई, ग्राम 
पंचायत खैरवा दर्प के वर्ष 2005 के नियोजन इकाई, नगर पंचायत शिवहर के वर्ष 
 2006  एवं 2007 के नियोजन इकाई, ग्राम पंचायत कुशहर के  वर्ष 2005 के 
नियोजन इकाई के सदस्यों का पता प्राप्त कर उसके सत्यापन व गिरफ्तारी का 
निर्देश  अनुसंधानकर्ता को दिया है.
 साथ ही किसका नियोजन किया गया उसकी भी सूची प्राप्त करने का निर्देश 
दिया है. जिससे  करीब 65 शिक्षकों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.
 क्या है पूरा मामला:  प्रखंड  शिक्षा  प्रसार पदाधिकारी शिवहर जवाहर 
लाल सहनी द्वारा नगर थाना में कांड संख्या  58/16 दर्ज कराया गया था. 
जिसमें उक्त पांचों नियोजन इकाई  के विरुद्ध नियोजित शिक्षकों का मूल आवेदन
 के साथ संलग्न अभिलेख उपलब्ध नहीं कराने व गायब कर देने का आरोप दर्ज 
 कराया गया. 
 इसके पर्यवेक्षण के बाद एसडीपीओ ने इसे सत्य मानते हुए   कहा गया कि 
पांचों नियोजन इकाई द्वारा नियोजित शिक्षकों का मूल आवेदन  जांच के दौरान 
उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके आधार पर उनकी नियुक्ति की गयी. जिसके कारण उस
 समय नियोजन इकाई में कौन कौन शामिल थे. उसके नाम का भी सत्यापन नहीं हो 
सका है. बताते चलें कि इसकी जांच निगरानी विभाग भी कर रहा है. किंतु उसे भी
 अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया  गया. फिलहाल मामला गंभीर है.ऐसे में नियोजन 
इकाई व शिक्षकों पर गाज गिरना तय है. 
शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी का मामला
पांच नियोजन इकाइयों पर भी होगी कार्रवाई
गंभीर है मामला
इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जवाहर लाल सहनी ने कहा कि  उक्त 
तत्कालीन नियोजन इकाई के द्वारा शिक्षक के नियोजन संबंधी आवेदन के गायब 
करने से मामला गंभीर हो गया है. बहाली के  समय जिस शिक्षक का  अंक प्रथम 
श्रेणी का दिखाया गया. वे द्वितीय श्रेणी के अंकधारी भी हो सकते  हैं. 
 इसका खुलासा मूल आवेदन से ही हो सकेगा. कि कहा गड़बड़ी की गयी है. डीपीओ 
स्थापना सह प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी सत्येंद्र झा ने कहा कि मामला 
जांच में हैं.  आवेदन अभिलेख गायब करने वाले नियोजन इकाई पर कारवाई तय है. 
एसडीपीओ प्रितीश कुमार ने कहा कि जांच में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के 
 अारोप को सत्य पाया गया.
अग्रतर कार्रवाई के लिए उनके स्तर से प्रतिवेदन वरीय व संबंधित 
 पदाधिकारी को भेजा जा चुका है.