पटना| बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक परीक्षा में सम्मिलित जो भी परीक्षार्थी अपनी उत्तरपुस्तिका की समीक्षा कराना चाहते हैं वे 26 जून से 06 जुलाई के बीच स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षार्थी इंटरनेट से प्राप्त मार्क्स स्टेटमेंट, प्रवेशपत्र की छायाप्रति एवं 70 रुपए प्रति विषय शुल्क के साथ ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन के लिए समिति की वेबसाइट www.biharboard.ac.in पर अप्लाई फॉर स्क्रूटिनी लिंक पर क्लिक करना होगा। ऑफलाइन मोड में आवेदन पत्र के साथ शुल्क राशि का डिमांड ड्राफ्ट जमा करना होगा।
जांचदल बनाया गया
बोर्डअध्यक्ष ने बताया कि स्क्रूटिनी के आवेदनों के आधार पर छात्रों की कापियों, अवार्ड शीट, फ्लाइंग स्लिप आदि अभिलेखों की छानबीन की जाएगी। इसके पर्यवेक्षण के लिए चार पदाधिकारियों का जांच दल बनाया गया है। इनमें सचिव अनूप कुमार सिन्हा संयोजक सह सदस्य, मुख्य निगरानी पदाधिकारी सुधीर श्रीवास्तव, निदेशक शैक्षणिक अखिलेश्वर कुमार पांडेय तथा परीक्षा नियंत्रक मो. सलाउद्दीन खान हैं।
मिलेगाप्रमाणपत्र
जोभी छात्र स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करेंगे, उन्हें इसका प्रमाणपत्र दिया जाएगा। वे इंटर में कॉलेज में प्रमाणपत्र देकर आवेदन कर सकेंगे। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस बार से यह व्यवस्था शुरू की जा रही है।
प्रश्नों का पैटर्न बदलेगा
बोर्डअध्यक्ष ने कहा कि अगले साल से प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव होगा। मार्क्स ज्यादा कैसे आएं, इसपर विचार किया जाएगा। इसके लिए एक कमेटी भी बनाई गई है। प्रश्नों के पैटर्न में क्या होगा इसपर चर्चा होगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि प्रश्नों का पैटर्न क्या हो। यह व्यवस्था अगले साल से लागू हो सकती है।
बोर्डका काम क्षेत्रीय कार्यालयों में बंटेगा : बिहारबोर्ड के पटना मुख्यालय में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी जाएगी। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने शुक्रवार को बताया कि आम लोगों को यहां आने की कोई जरूरत नहीं होगी। किसी भी काम के लिए वे क्षेत्रीय कार्यालय जाएंगे। काम का बंटवारा होगा। क्षेत्रीय कार्यालयों में काम बंट जाने के बाद लोगों को किसी काम के लिए मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा।
{ क्षेत्रीय कार्यालय पूर्णिया : जिला स्कूल, पूर्णिया
{ क्षेत्रीय कार्यालय मुंगेर : जिला स्कूल, मुंगेर
{ क्षेत्रीय कार्यालय भागलपुर : राजकीय बालिका इंटर विद्यालय, भागलपुर
{ क्षेत्रीय कार्यालय सहरसा : एमएलटी कॉलेज, सहरसा
{ क्षेत्रीय कार्यालय मुजफ्फरपुर : क्लब रोड, मुजफ्फरपुर
{ क्षेत्रीय कार्यालय दरभंगा : एमएल एकेडमी, लहेरिया सराय, दरभंगा
{ क्षेत्रीय कार्यालय पटना : शहीद राजेन्द्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गर्दनीबाग, पटना
{ क्षेत्रीय कार्यालय गया : चन्दौती मोड़, गया
{ क्षेत्रीय कार्यालय सारण : विश्वेश्वर सेमिनरी इंटर कॅालेज, छपरा
स्क्रूटिनी के बिंदु
{ यदिअंदर के पृष्ठों के अंक मुख पृष्ठ पर अंकित नहीं हैं, तो उसमें सुधार किया जाएगा।
{ प्रदत्त अंकों के योग में यदि त्रुटि हो, तो उसमें सुधार होगा।
{ यदि कोई प्रश्न या खंड अमूल्यांकित है, तो उसका मूल्यांकन कर प्राप्तांक में सुधार किया जाएगा।
पटना|मैट्रिक केरिजल्ट से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को बिहार बोर्ड ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कॉपियों की फिर से जांच की मांग की। बोर्ड ऑफिस के बाहर मसौढ़ी, पटना, औरंगाबाद, गया, लखीसराय, मधुबनी समेत कई जिलों से छात्र जुटे थे। वे अपना रिजल्ट लेकर आए थे।
इन्होंने भी किया फोन
सुनीताकुमारी पटना, विकास कुमार भागलपुर, पूजा कुमारी राकेश पटना सिटी, सुधांशु बक्सर, सुधाकर पटना, दिलीप कुमार पांडेय बाइपास पटना, रोहित कुमार सोहन चौबे पटना।
{ संस्कृत में अंक कम आए हैं, बाकी विषयों में अंक ठीक हैं। -प्रियांशुबक्सर, रोहित कुमार दुल्हिन बाजार
- आप26 जून से शुरू हो रही स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करें। 6 जुलाई तक स्क्रूटिनी के लिए आवेदन की तिथि है, इस दौरान कॉपी की जांच होगी। ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं।
{ एक भी विषय का रिजल्ट नहीं आया है। -स्नेहा कुमारी (रोल नंबर-170093, रोल कोड-53702)
- 2600 के आसपास रिजल्ट लंबित हैं। संभव है कि आपका रिजल्ट उसी कैटेगरी में हो इसलिए नहीं दिखा रहा है। आपका रोल नंबर, रोल कोड ले लिया गया है, समाधान कर आपको सूचित किया जाएगा।
{ बच्ची ने कंपार्टमेंटल की परीक्षा दी थी, रिजल्ट में नो रिकॉर्ड फाउंड दिखा रहा है। रोल कोड 71120, रोल नंबर 1620191 है। -शैलेंद्रनाथ पांडेय, पटना,
- आपकारोल नंबर रोल कोड नोट कर लिया गया है। आपको बोर्ड ऑफिस से फोन पर सूचित कर दिया जाएगा।
{ मेरे बेटे को 296 अंक आए हैं, ग्रेस अंक देकर क्या उसे फर्स्ट डिविजन किया जा सकता है? रोल कोड 61074 रोल नंबर 1701029 है।
-कृष्णा प्रधान, दरभंगा
- आपके मामले को हमलोग देखेंगे, ग्रेस अंक देने की संभावना रहेगी तो उसे किया जाएगा, आपको फोन से सूचित कर दिया जाएगा।
{ 12वीं की परीक्षा दी थी, जेईई मेन की तैयारी करनी है, लेकिन अंक 58 प्रतिशत ही है। -सत्यांशु कुमार सिंह, समस्तीपुर
- रिजल्ट में सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगले साल परीक्षा देकर पास हो सकते हैं।
{ शहरी इलाकों के बच्चों का प्रदर्शन खराब रहा है, जबकि ग्रामीण इलाकों का अच्छा।
-सुल्तानभागलपुर
- परीक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए काफी सारे काम किए जा रहे हैं। कई चीजें प्लानिंग में हैं, आनेवाले दिनों में आपको पता चलेगा। रिजल्ट में सुधार के प्रयास किए जाएंगे।
{ मैथ में क्रॉस लगा है, कंपार्टमेंटल में परीक्षा दे सकते हैं? -प्रभाकरपटना
- कंपार्टमेंटल में परीक्षा दे सकते हैं। आप स्क्रूटिनी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। दो विषय तक कंपार्टमेंटल में भाग लेने की अनुमति है।
{ पिछले साल भी फेल कर गई थी, इस साल भी दो विषयों में क्रॉस लगा है। परीक्षा दे सकती हूं? -गुड़िया कुमारी
- एक्स कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दे सकती हैं। तीन वर्षों तक परीक्षा दे सकती हैं। पिछले साल अगर आपको क्रॉस लगा था तो अगले साल भी दे सकती हैं।
{ मैट्रिक में 50 प्रतिशत स्टूडेंट फेल कर गए हैं? -रविप्रकाश यादव, वैशाली
- सुधार के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया है, कंपार्टमेंटल परीक्षा दे सकते हैं, सरकार की ओर से भी कई कदम उठाए जा रहे हैं।
{ गणित में 95 अंक बनाकर आई थी, सिर्फ 58 अंक मिले हैं। -नीलू कुमारी
- स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कीजिए, मूल्यांकन में गलती हुई होगी तो उसे सुधार किया जाएगा। एक विषय में अप्लाई के लिए 70 रुपए लगेंगे।
{ कॉपी सही से चेक नहीं की गई, काफी कम अंक मिले हैं। -साहिल कुमार,दरभंगा
- आप स्क्रूटिनी के लिए अप्लाई कीजिए। सुधार किया जाएगा। स्क्रूटिनी में कॉपी निकालकर देखी जाएगी, अगर कोई त्रुटि रहेगी तो उसका समाधान किया जाएगा।
{ सभी विषय में नंबर ठीक है, मैथ में कम है। -ज्योतिशिखा, कटिहार
- स्क्रूटिनी का विकल्प आपके पास है। 26 जून से आवेदन शुरू हो रहा है, अप्लाई कीजिए।
{ हिंदी और मैथ में काफी कम अंक आए हैं। -रेखा कुमारी,मधुबनी
- जिन लोगों को भी नंबर कम आए हैं उन्हें लगता है कि ज्यादा अंक आने चाहिए था वे स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
{ मैट्रिक परीक्षा में काफी कम अंक मिले हैं। जितना लिखकर आया था उतने अंक भी नहीं मिले। -विशालकुमार, वैशाली
- जितने विषयों में नंबर कम मिला है, उस विषयों की कॉपी की स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कीजिए। नंबर मिलेगा।
काउंसिलिंग में सवालों के जवाब देते बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर, साथ में हैं अनूप कुमार सिन्हा।
ऑनलाइन आवेदन के लिए समिति की वेबसाइट www.biharboard.ac.in पर अप्लाई फॉर स्क्रूटिनी लिंक पर क्लिक करना होगा। ऑफलाइन मोड में आवेदन पत्र के साथ शुल्क राशि का डिमांड ड्राफ्ट जमा करना होगा।
जांचदल बनाया गया
बोर्डअध्यक्ष ने बताया कि स्क्रूटिनी के आवेदनों के आधार पर छात्रों की कापियों, अवार्ड शीट, फ्लाइंग स्लिप आदि अभिलेखों की छानबीन की जाएगी। इसके पर्यवेक्षण के लिए चार पदाधिकारियों का जांच दल बनाया गया है। इनमें सचिव अनूप कुमार सिन्हा संयोजक सह सदस्य, मुख्य निगरानी पदाधिकारी सुधीर श्रीवास्तव, निदेशक शैक्षणिक अखिलेश्वर कुमार पांडेय तथा परीक्षा नियंत्रक मो. सलाउद्दीन खान हैं।
मिलेगाप्रमाणपत्र
जोभी छात्र स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करेंगे, उन्हें इसका प्रमाणपत्र दिया जाएगा। वे इंटर में कॉलेज में प्रमाणपत्र देकर आवेदन कर सकेंगे। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस बार से यह व्यवस्था शुरू की जा रही है।
प्रश्नों का पैटर्न बदलेगा
बोर्डअध्यक्ष ने कहा कि अगले साल से प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव होगा। मार्क्स ज्यादा कैसे आएं, इसपर विचार किया जाएगा। इसके लिए एक कमेटी भी बनाई गई है। प्रश्नों के पैटर्न में क्या होगा इसपर चर्चा होगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि प्रश्नों का पैटर्न क्या हो। यह व्यवस्था अगले साल से लागू हो सकती है।
बोर्डका काम क्षेत्रीय कार्यालयों में बंटेगा : बिहारबोर्ड के पटना मुख्यालय में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी जाएगी। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने शुक्रवार को बताया कि आम लोगों को यहां आने की कोई जरूरत नहीं होगी। किसी भी काम के लिए वे क्षेत्रीय कार्यालय जाएंगे। काम का बंटवारा होगा। क्षेत्रीय कार्यालयों में काम बंट जाने के बाद लोगों को किसी काम के लिए मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा।
{ क्षेत्रीय कार्यालय पूर्णिया : जिला स्कूल, पूर्णिया
{ क्षेत्रीय कार्यालय मुंगेर : जिला स्कूल, मुंगेर
{ क्षेत्रीय कार्यालय भागलपुर : राजकीय बालिका इंटर विद्यालय, भागलपुर
{ क्षेत्रीय कार्यालय सहरसा : एमएलटी कॉलेज, सहरसा
{ क्षेत्रीय कार्यालय मुजफ्फरपुर : क्लब रोड, मुजफ्फरपुर
{ क्षेत्रीय कार्यालय दरभंगा : एमएल एकेडमी, लहेरिया सराय, दरभंगा
{ क्षेत्रीय कार्यालय पटना : शहीद राजेन्द्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गर्दनीबाग, पटना
{ क्षेत्रीय कार्यालय गया : चन्दौती मोड़, गया
{ क्षेत्रीय कार्यालय सारण : विश्वेश्वर सेमिनरी इंटर कॅालेज, छपरा
स्क्रूटिनी के बिंदु
{ यदिअंदर के पृष्ठों के अंक मुख पृष्ठ पर अंकित नहीं हैं, तो उसमें सुधार किया जाएगा।
{ प्रदत्त अंकों के योग में यदि त्रुटि हो, तो उसमें सुधार होगा।
{ यदि कोई प्रश्न या खंड अमूल्यांकित है, तो उसका मूल्यांकन कर प्राप्तांक में सुधार किया जाएगा।
पटना|मैट्रिक केरिजल्ट से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को बिहार बोर्ड ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कॉपियों की फिर से जांच की मांग की। बोर्ड ऑफिस के बाहर मसौढ़ी, पटना, औरंगाबाद, गया, लखीसराय, मधुबनी समेत कई जिलों से छात्र जुटे थे। वे अपना रिजल्ट लेकर आए थे।
इन्होंने भी किया फोन
सुनीताकुमारी पटना, विकास कुमार भागलपुर, पूजा कुमारी राकेश पटना सिटी, सुधांशु बक्सर, सुधाकर पटना, दिलीप कुमार पांडेय बाइपास पटना, रोहित कुमार सोहन चौबे पटना।
{ संस्कृत में अंक कम आए हैं, बाकी विषयों में अंक ठीक हैं। -प्रियांशुबक्सर, रोहित कुमार दुल्हिन बाजार
- आप26 जून से शुरू हो रही स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करें। 6 जुलाई तक स्क्रूटिनी के लिए आवेदन की तिथि है, इस दौरान कॉपी की जांच होगी। ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं।
{ एक भी विषय का रिजल्ट नहीं आया है। -स्नेहा कुमारी (रोल नंबर-170093, रोल कोड-53702)
- 2600 के आसपास रिजल्ट लंबित हैं। संभव है कि आपका रिजल्ट उसी कैटेगरी में हो इसलिए नहीं दिखा रहा है। आपका रोल नंबर, रोल कोड ले लिया गया है, समाधान कर आपको सूचित किया जाएगा।
{ बच्ची ने कंपार्टमेंटल की परीक्षा दी थी, रिजल्ट में नो रिकॉर्ड फाउंड दिखा रहा है। रोल कोड 71120, रोल नंबर 1620191 है। -शैलेंद्रनाथ पांडेय, पटना,
- आपकारोल नंबर रोल कोड नोट कर लिया गया है। आपको बोर्ड ऑफिस से फोन पर सूचित कर दिया जाएगा।
{ मेरे बेटे को 296 अंक आए हैं, ग्रेस अंक देकर क्या उसे फर्स्ट डिविजन किया जा सकता है? रोल कोड 61074 रोल नंबर 1701029 है।
-कृष्णा प्रधान, दरभंगा
- आपके मामले को हमलोग देखेंगे, ग्रेस अंक देने की संभावना रहेगी तो उसे किया जाएगा, आपको फोन से सूचित कर दिया जाएगा।
{ 12वीं की परीक्षा दी थी, जेईई मेन की तैयारी करनी है, लेकिन अंक 58 प्रतिशत ही है। -सत्यांशु कुमार सिंह, समस्तीपुर
- रिजल्ट में सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगले साल परीक्षा देकर पास हो सकते हैं।
{ शहरी इलाकों के बच्चों का प्रदर्शन खराब रहा है, जबकि ग्रामीण इलाकों का अच्छा।
-सुल्तानभागलपुर
- परीक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए काफी सारे काम किए जा रहे हैं। कई चीजें प्लानिंग में हैं, आनेवाले दिनों में आपको पता चलेगा। रिजल्ट में सुधार के प्रयास किए जाएंगे।
{ मैथ में क्रॉस लगा है, कंपार्टमेंटल में परीक्षा दे सकते हैं? -प्रभाकरपटना
- कंपार्टमेंटल में परीक्षा दे सकते हैं। आप स्क्रूटिनी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। दो विषय तक कंपार्टमेंटल में भाग लेने की अनुमति है।
{ पिछले साल भी फेल कर गई थी, इस साल भी दो विषयों में क्रॉस लगा है। परीक्षा दे सकती हूं? -गुड़िया कुमारी
- एक्स कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दे सकती हैं। तीन वर्षों तक परीक्षा दे सकती हैं। पिछले साल अगर आपको क्रॉस लगा था तो अगले साल भी दे सकती हैं।
{ मैट्रिक में 50 प्रतिशत स्टूडेंट फेल कर गए हैं? -रविप्रकाश यादव, वैशाली
- सुधार के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया है, कंपार्टमेंटल परीक्षा दे सकते हैं, सरकार की ओर से भी कई कदम उठाए जा रहे हैं।
{ गणित में 95 अंक बनाकर आई थी, सिर्फ 58 अंक मिले हैं। -नीलू कुमारी
- स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कीजिए, मूल्यांकन में गलती हुई होगी तो उसे सुधार किया जाएगा। एक विषय में अप्लाई के लिए 70 रुपए लगेंगे।
{ कॉपी सही से चेक नहीं की गई, काफी कम अंक मिले हैं। -साहिल कुमार,दरभंगा
- आप स्क्रूटिनी के लिए अप्लाई कीजिए। सुधार किया जाएगा। स्क्रूटिनी में कॉपी निकालकर देखी जाएगी, अगर कोई त्रुटि रहेगी तो उसका समाधान किया जाएगा।
{ सभी विषय में नंबर ठीक है, मैथ में कम है। -ज्योतिशिखा, कटिहार
- स्क्रूटिनी का विकल्प आपके पास है। 26 जून से आवेदन शुरू हो रहा है, अप्लाई कीजिए।
{ हिंदी और मैथ में काफी कम अंक आए हैं। -रेखा कुमारी,मधुबनी
- जिन लोगों को भी नंबर कम आए हैं उन्हें लगता है कि ज्यादा अंक आने चाहिए था वे स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
{ मैट्रिक परीक्षा में काफी कम अंक मिले हैं। जितना लिखकर आया था उतने अंक भी नहीं मिले। -विशालकुमार, वैशाली
- जितने विषयों में नंबर कम मिला है, उस विषयों की कॉपी की स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कीजिए। नंबर मिलेगा।
काउंसिलिंग में सवालों के जवाब देते बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर, साथ में हैं अनूप कुमार सिन्हा।