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टीईटी परीक्षा में शामिल करने को सीएम से लगाई गुहार

मधेपुरा। बीएड सत्र 2016 से 18 में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं ने बिहार सरकार द्वारा ली जाने वाली टीईटी परीक्षा में शामिल करने को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गुहार लगाई है। आवेदन में छात्र-छात्राओं ने कहा कि शिक्षा की अब तक पहुंच को सुनिश्चित करने को लेकर शिक्षा के अधिकार अधिनियम एवं एनसीटीई रेगुलेश्न को पालन कराने के लिए योग्य एवं अनुभवी शिक्षक की आवश्यकता है।
सरकार इस दिशा में टीईटी परीक्षा लेने की निर्णय निश्चित रुप से बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता प्रदान करने वाला है। जबकि बिहार वर्ष 2016 से 18 के सत्र में बीएड कर रहें छात्रों को टीईटी परीक्षा में बैठने से वंचित रखा गया है। इन्हें भी परीक्षा में बैठने की अनुमति प्रदान की जाय। वहीं छात्राओं ने मांग पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा। पत्र देने वालों में दिलीप कुमार, सुभाष कुमार, रंजीत कुमार, भरत कुमार, संतोष कुमार सहित सैकड़ों छात्र शांमिल हुए।

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प्रमुख मांगे

-: टीईटी परीक्षा में सत्र 2016 से 18 में अध्यनरत छात्र एवं छात्राओं को शामिल की जाय

-: जब झारखंड में सत्र 2016 से 18 में अध्यनरत छात्रों को मौका दिया गया तो उसी तर्ज पर बिहार में क्यों नहीं ।

-: बीसीए के ग्रेजुएट अप्रशिक्षित छात्रों को टीईटी में शामिल होने का मौका तो बीएड में अध्यनरत छात्र को क्यों नहीं ।

-: 2011 के बाद 6 वर्ष बाद टीईटी परीक्षा का आयोजन हो रहा है फिर पता नहीं कब हो

-: एनसीटीई के रेगुलेश्न के अनुसार प्रशिक्षित छात्र की आयु सीमा नहीं है जबकि टीईटी परीक्षा में उम्र सीमा बहुत ही कम कर दी गई है । 

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