शिक्षक बहाली कैम्प में मंगलवार को रिक्ति रहने और चयनित अभ्यर्थियों के नहीं आने के बावजूद नाम नहीं शामिल किए जाने पर अभ्यर्थियों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने जमकर हंगामा व रोड़बाजी की।
हंगामे के कारण बीबी कॉलेजिएट में लगे कैम्प में काफी देर तक अफरातफरी मची रही।सुबह 11 बजे काउंसिलिंग की शुरुआत के साथ ही आक्रोशित हुए अभ्यर्थियों ने कर्मचारियों पर ईंट-पत्थर भी फेंके। काउंसिलिंग के लिए लगाए गए बैनर को भी फाड़ कर फेंक दिया।जिला परिषद नियोजन इकाई के तहत हाईस्कूल और प्लस-2 में बहाली के लिए बीबी कॉलेजिएट में काउंसिलिंग कैम्प लगाया गया था।
इसमें चयनित अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। काउंसिलिंग शुरू होने के साथ ही चयनित अभ्यर्थी का नाम पुकारा जाने लगा। चयनित अभ्यर्थियों की अनुपस्थिति के बावजूद दूसरे अभ्यर्थी को मौका नहीं मिलने पर सामाजिक विज्ञान के अभ्यर्थी आक्रोशित हो उठे। अभ्यर्थियों ने रिक्ति रहने पर मेधा सूची में आए अन्य लोगों को मौका देने की मांग की।
कर्मियों के इनकार पर अभ्यर्थी बाहर से ईंट-पत्थर फेंकने लगे। लगभग डेढ़ बजे डीडीसी अरविन्द कुमार वर्मा के पहुंचने के बाद दोबारा काउंसिलिंग की शुरुआत हुई।डरे कर्मियों ने काम करने से किया इनकार :अभ्यर्थियों के हंगामे के कारण ढाई घंटे तक काउंसिलिंग रुकी रही। ईंट-पत्थर फेंके जाने से डरे कर्मियों ने काम करने से इनकार कर दिया। सभी कर्मचारी कमरे में छुप गए।
अभ्यर्थियों ने काउंटर के लिए बोर्ड समेत सभी बैनर फाड़ डाले। ग्रिल को खोलने की कोशिश करते देख सभी कर्मी कमरे में घुस गए। 11 बजे से डेढ़ बजे तक काउंसिलिंग का काम ठप रहा।सुरक्षा व्यवस्था नदारद, नहीं हो रही थी वीडियोग्राफी :कैम्प में अभ्यर्थियों के हंगामे ने विभागीय व्यवस्था की भी पोल खोल दी। हंगामे के समय कैम्प में कोई अधिकारी मौजूद नहीं थे।
विभागीय नियम के अनुसार बहाली के समय की वीडियोग्राफी करानी है, लेकिन कैम्प में इसकी भी व्यवस्था भी नहीं थी। हंगामे की सूचना पर पहुंचे डीपीओ माध्यमिक कामेश्वर कामती ने कहा कि हंगामा होते देख फोन किया गया है। इसके बाद पेट्रोलिंग पुलिस पहुंची। कर्मचारियों ने सुरक्षा की मांग की है।
वीडियोग्राफी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।अभ्यर्थियों ने हाथ जोड़कर कहा, कब तक भटकते रहेंगे बेरोजगार :सर, रिक्ति भी है और जिनका चयन किया गया है, वह अभ्यर्थी नहीं आए हैं। हम कब तक भटकते रहेंगे। हम पर दया किजीए। हम आपके पैर पकड़ते-हाथ जोड़ते हैं।
थक चुके हैं हमलोग...। बेरोजगारी का दर्द झेल रहे शिक्षक अभ्यर्थी कुछ इसी तरह मंगलवार को डीडीसी के सामने गिड़गिड़ा उठे। हाथ जोड़े कई अभ्यर्थी अधिकारी का पैर पकड़ने लगे। कैम्प में आए अभ्यर्थियों ने कहा कि मेधा सूची में हमारा नाम है, लेकिन यहां एक सीट पर जो चयनित है, उसी का नाम पुकारा जा रहा है।
वह नहीं है तो सीट खाली छोड़ दी जा रही है। डीडीसी ने कहा कि नियम के अनुसार ही बहाली की जा रही है।
हंगामे के कारण बीबी कॉलेजिएट में लगे कैम्प में काफी देर तक अफरातफरी मची रही।सुबह 11 बजे काउंसिलिंग की शुरुआत के साथ ही आक्रोशित हुए अभ्यर्थियों ने कर्मचारियों पर ईंट-पत्थर भी फेंके। काउंसिलिंग के लिए लगाए गए बैनर को भी फाड़ कर फेंक दिया।जिला परिषद नियोजन इकाई के तहत हाईस्कूल और प्लस-2 में बहाली के लिए बीबी कॉलेजिएट में काउंसिलिंग कैम्प लगाया गया था।
इसमें चयनित अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। काउंसिलिंग शुरू होने के साथ ही चयनित अभ्यर्थी का नाम पुकारा जाने लगा। चयनित अभ्यर्थियों की अनुपस्थिति के बावजूद दूसरे अभ्यर्थी को मौका नहीं मिलने पर सामाजिक विज्ञान के अभ्यर्थी आक्रोशित हो उठे। अभ्यर्थियों ने रिक्ति रहने पर मेधा सूची में आए अन्य लोगों को मौका देने की मांग की।
कर्मियों के इनकार पर अभ्यर्थी बाहर से ईंट-पत्थर फेंकने लगे। लगभग डेढ़ बजे डीडीसी अरविन्द कुमार वर्मा के पहुंचने के बाद दोबारा काउंसिलिंग की शुरुआत हुई।डरे कर्मियों ने काम करने से किया इनकार :अभ्यर्थियों के हंगामे के कारण ढाई घंटे तक काउंसिलिंग रुकी रही। ईंट-पत्थर फेंके जाने से डरे कर्मियों ने काम करने से इनकार कर दिया। सभी कर्मचारी कमरे में छुप गए।
अभ्यर्थियों ने काउंटर के लिए बोर्ड समेत सभी बैनर फाड़ डाले। ग्रिल को खोलने की कोशिश करते देख सभी कर्मी कमरे में घुस गए। 11 बजे से डेढ़ बजे तक काउंसिलिंग का काम ठप रहा।सुरक्षा व्यवस्था नदारद, नहीं हो रही थी वीडियोग्राफी :कैम्प में अभ्यर्थियों के हंगामे ने विभागीय व्यवस्था की भी पोल खोल दी। हंगामे के समय कैम्प में कोई अधिकारी मौजूद नहीं थे।
विभागीय नियम के अनुसार बहाली के समय की वीडियोग्राफी करानी है, लेकिन कैम्प में इसकी भी व्यवस्था भी नहीं थी। हंगामे की सूचना पर पहुंचे डीपीओ माध्यमिक कामेश्वर कामती ने कहा कि हंगामा होते देख फोन किया गया है। इसके बाद पेट्रोलिंग पुलिस पहुंची। कर्मचारियों ने सुरक्षा की मांग की है।
वीडियोग्राफी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।अभ्यर्थियों ने हाथ जोड़कर कहा, कब तक भटकते रहेंगे बेरोजगार :सर, रिक्ति भी है और जिनका चयन किया गया है, वह अभ्यर्थी नहीं आए हैं। हम कब तक भटकते रहेंगे। हम पर दया किजीए। हम आपके पैर पकड़ते-हाथ जोड़ते हैं।
थक चुके हैं हमलोग...। बेरोजगारी का दर्द झेल रहे शिक्षक अभ्यर्थी कुछ इसी तरह मंगलवार को डीडीसी के सामने गिड़गिड़ा उठे। हाथ जोड़े कई अभ्यर्थी अधिकारी का पैर पकड़ने लगे। कैम्प में आए अभ्यर्थियों ने कहा कि मेधा सूची में हमारा नाम है, लेकिन यहां एक सीट पर जो चयनित है, उसी का नाम पुकारा जा रहा है।
वह नहीं है तो सीट खाली छोड़ दी जा रही है। डीडीसी ने कहा कि नियम के अनुसार ही बहाली की जा रही है।