मामला बुनियादी विद्यालयों में फर्जी सहायक शिक्षक नियोजन का 24 साल बाद कार्रवाई ,11 शिक्षक बर्खास्त, 22 पर लटकी तलवार ’ 1991 में सारण प्रमंडल में 33 शिक्षकों की हुई थी फर्जी बहाली
छपरा संवाद सूत्रसारण प्रमंडल के बुनियादी स्कूलों में 33 सहायक शिक्षकों की फर्जी बहाली में 24 साल बाद कार्रवाई हुई है। अब तक 11 फर्जी बहाल सहायक शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। शेष बचे 22 शिक्षकों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी है और कभी भी इनकी बर्खास्तगी की जा सकती है। सारण प्रमंडल के आरडीडीई रामायण राम द्वारा कई चरणों में अब तक 11 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। शेष बचे फर्जी शिक्षकों से अंतिम बार शोकॉज किया गया है। 24 सालों से अपने जुगाड़ टेक्नोलॉजी के सहारे नौकरी बचा कर ले आये शिक्षकों के घर पर भी मायूसी छा गई है। निगरानी व हाई कोर्ट पहले ही बर्खास्तगी का कर चुका है आदेश : सारण प्रमंडल के बुनियादी विद्यालयों में फर्जी ढंग से बहाल सहायक शिक्षकों की बहाली पर कुछ ही दिनों में सवाल उठने लगा। यह मामला हाई कोर्ट में गया, जहां हाई कोर्ट के आदेश पर निगरानी ने इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में उसी समय निगरानी ने इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर इन पर एफआईआर दर्ज कराकर भुगतान की रकम को वसूलने का आदेश दिया था।
निगरानी द्वारा फर्जी सहायक शिक्षकों की सूची वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिनकी इस सूची में नाम नहीं शामिल है, उन पर कोई कार्रवाई हीं की जाएगी। 11 की बर्खास्तगी हो चुकी है। अब शेष पर भी जल्द ही कार्रवाई होगी।-रामायण राम, आरडीडीई, सारण प्रमंडल
छपरा संवाद सूत्रसारण प्रमंडल के बुनियादी स्कूलों में 33 सहायक शिक्षकों की फर्जी बहाली में 24 साल बाद कार्रवाई हुई है। अब तक 11 फर्जी बहाल सहायक शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। शेष बचे 22 शिक्षकों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी है और कभी भी इनकी बर्खास्तगी की जा सकती है। सारण प्रमंडल के आरडीडीई रामायण राम द्वारा कई चरणों में अब तक 11 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। शेष बचे फर्जी शिक्षकों से अंतिम बार शोकॉज किया गया है। 24 सालों से अपने जुगाड़ टेक्नोलॉजी के सहारे नौकरी बचा कर ले आये शिक्षकों के घर पर भी मायूसी छा गई है। निगरानी व हाई कोर्ट पहले ही बर्खास्तगी का कर चुका है आदेश : सारण प्रमंडल के बुनियादी विद्यालयों में फर्जी ढंग से बहाल सहायक शिक्षकों की बहाली पर कुछ ही दिनों में सवाल उठने लगा। यह मामला हाई कोर्ट में गया, जहां हाई कोर्ट के आदेश पर निगरानी ने इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में उसी समय निगरानी ने इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर इन पर एफआईआर दर्ज कराकर भुगतान की रकम को वसूलने का आदेश दिया था।
निगरानी द्वारा फर्जी सहायक शिक्षकों की सूची वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिनकी इस सूची में नाम नहीं शामिल है, उन पर कोई कार्रवाई हीं की जाएगी। 11 की बर्खास्तगी हो चुकी है। अब शेष पर भी जल्द ही कार्रवाई होगी।-रामायण राम, आरडीडीई, सारण प्रमंडल