बक्सर। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला इकाई के तत्वावधान में बुधवार को एमपी हाई स्कूल के प्रांगण में शिक्षकों की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष दीनदयाल मिश्र ने की। इस दौरान समान काम के लिए समान वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर 28 जनवरी को पटना के गर्दनीबाग में आयोजित धरना को सफल बनाने के लिए रणनीति तैयार की गई।
संघ के सचिव सुदर्शन सिंह ने कहा कि यह शिक्षकों के मान-सम्मान की लड़ाई है। ऐसे में धरना में ज्यादा से ज्यादा की संख्या में पहुंच कर शिक्षक अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने का काम करें। एमएलसी प्रतिनिधि ब्रजेश कुमार ने कहा कि जबतक सरकार समान काम के लिए समान वेतन की मांग को मान नहीं लेते, तबतक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलता रहेगा। क्योंकि सरकार शिक्षकों की हकमारी नहीं कर सकती है। राज्य कार्यसमिति सदस्य अनिल कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सरकार को मानना ही पड़ेगा। इसके लिए प्रदेशभर के शिक्षक एकजुट होकर संघर्ष करने को तैयार हैं।
अंत में जिलाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षकों को न्यायालय पर पूरा भरोसा है। न्यायालय उनके साथ कभी नाइंसाफी नहीं होने देगा। साथ ही उन्होंने शिक्षामंत्री से अविलंब ट्रेजरी लॉक खोलने की मांग की। मौके पर केदारनाथ सिंह, नारायण ठाकुर, विद्या शंकर दूबे,अमजद, पमिता, कमल किशोर राय, प्रदीप कुमार, शिव कुमार चौधरी, शंकर प्रसाद, अशरफ अरमान, संतोष कुमार, विजय कुमार, हीरा लाल राय, सुशील कुमार पांडेय, गौरव कुमार समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।
संघ के सचिव सुदर्शन सिंह ने कहा कि यह शिक्षकों के मान-सम्मान की लड़ाई है। ऐसे में धरना में ज्यादा से ज्यादा की संख्या में पहुंच कर शिक्षक अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने का काम करें। एमएलसी प्रतिनिधि ब्रजेश कुमार ने कहा कि जबतक सरकार समान काम के लिए समान वेतन की मांग को मान नहीं लेते, तबतक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलता रहेगा। क्योंकि सरकार शिक्षकों की हकमारी नहीं कर सकती है। राज्य कार्यसमिति सदस्य अनिल कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सरकार को मानना ही पड़ेगा। इसके लिए प्रदेशभर के शिक्षक एकजुट होकर संघर्ष करने को तैयार हैं।
अंत में जिलाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षकों को न्यायालय पर पूरा भरोसा है। न्यायालय उनके साथ कभी नाइंसाफी नहीं होने देगा। साथ ही उन्होंने शिक्षामंत्री से अविलंब ट्रेजरी लॉक खोलने की मांग की। मौके पर केदारनाथ सिंह, नारायण ठाकुर, विद्या शंकर दूबे,अमजद, पमिता, कमल किशोर राय, प्रदीप कुमार, शिव कुमार चौधरी, शंकर प्रसाद, अशरफ अरमान, संतोष कुमार, विजय कुमार, हीरा लाल राय, सुशील कुमार पांडेय, गौरव कुमार समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।