खगड़िया : स्थानीय बलूवाही स्थित बापू मध्य विद्यालय में शिक्षकों की
कमी के कारण पठन पाठन प्रभावित हो रहा है. नामांकित 729 छात्रों के लिए
मात्र 10 शिक्षक है.
जिसमें से कुछ शिक्षक छुट्टी पर रहते है. प्रथम वर्ग से अष्ठम वर्ग तक के छात्रों के लिए मात्र 10 शिक्षक उपलब्ध है . जिसमें में एक शिक्षक प्रधानाध्यापक है. प्रधानाध्यापक ही डीडीओ रहने के कारण अन्य शिक्षकों को भी नियमित वेतन भुगतान के कार्य में लगाया जाता है. इस स्थिति में विद्यालय के छात्रों का पठन पाठन प्रभावित हो जाता है .प्रधानाध्यापक चंद्रमणी मिश्र ने बताया कि विद्यालय के एक शिक्षक संकुल समन्वयक है .
विद्यालय में प्रथम वर्ग से अष्ठम वर्ग तक की पढ़ाई के लिए 11 कक्षाएं चलती है. लेकिन शिक्षक की कमी के वजह से कई बार काफी परेशानी होती है. इसमें अतिरिक्त स्थापना से पोशाक राशि की निकासी एवं अन्य कार्य किया जाता है. जबकि प्रधानाध्यापक के द्वारा विभाग को कई बार इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया है. लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण जिले का एक मात्र आदर्श विद्यालय अस्तित्व संकट में दिखाई पड़ रहा है.
जिसमें से कुछ शिक्षक छुट्टी पर रहते है. प्रथम वर्ग से अष्ठम वर्ग तक के छात्रों के लिए मात्र 10 शिक्षक उपलब्ध है . जिसमें में एक शिक्षक प्रधानाध्यापक है. प्रधानाध्यापक ही डीडीओ रहने के कारण अन्य शिक्षकों को भी नियमित वेतन भुगतान के कार्य में लगाया जाता है. इस स्थिति में विद्यालय के छात्रों का पठन पाठन प्रभावित हो जाता है .प्रधानाध्यापक चंद्रमणी मिश्र ने बताया कि विद्यालय के एक शिक्षक संकुल समन्वयक है .
विद्यालय में प्रथम वर्ग से अष्ठम वर्ग तक की पढ़ाई के लिए 11 कक्षाएं चलती है. लेकिन शिक्षक की कमी के वजह से कई बार काफी परेशानी होती है. इसमें अतिरिक्त स्थापना से पोशाक राशि की निकासी एवं अन्य कार्य किया जाता है. जबकि प्रधानाध्यापक के द्वारा विभाग को कई बार इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया है. लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण जिले का एक मात्र आदर्श विद्यालय अस्तित्व संकट में दिखाई पड़ रहा है.