पटना : राज्य के स्कूली बच्चों को अब साइंस और मैथ के बेस्ट टीचर
पढ़ायेंगे. शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए संबंधित
विषय के बेहतर शिक्षकों का चयन किया जायेगा. ये शिक्षक एक जगह बैठ कर
वर्चुअल क्लास के जरिये स्कूली बच्चों को ऑनलाइन पढ़ायेंगे और उनके सवालों
का जवाब भी देंगे. शिक्षा विभाग अप्रैल से शुरू होनेवाले नये सत्र से 1000
स्कूलों में वर्चुअल क्लास शुरू करने जा रहा है.
इनमें 200 मॉडल स्कूल और 812 अन्य स्कूल शामिल होंगे. एससीइआरटी के
जरिये इसके कोर्स तैयार किये जा रहे हैं. जिन स्कूलों में वर्चुअल क्लास
के जरिये पढ़ाई होगी, वहां बच्चे सीधे सवाल कर सकेंगे. वहीं, जहां ऑनलाइन
पढ़ाने की सुविधा नहीं है, वहां क्लास की रेकॉर्डिंग कर दूसरे स्कूलों में
पढ़ाया जायेगा. इस रेकॉर्डिंग में सभी नजरियों से उठनेवाले सवालों के जवाब
भी शामिल होंगे, ताकि बच्चों को संबंधित विषय आसानी से समझ में आ सके.
वर्चुअल क्लास के लिए शिक्षकों का चयन स्कूल के रिजल्ट के आधार पर
किया जायेगा. मैट्रिक परीक्षा में जहां का रिजल्ट संबंधित विषय में बेहतर
था, वहां के शिक्षकों को चयनित किया जायेगा. साथ ही अन्य क्लास में बच्चों
के प्रदर्शन के मूल्यांकन के आधार पर भी शिक्षकों का चयन किया जायेगा.
इसके अलावा संबंधित विषय के विशेषज्ञ रिटायर्ड और एडहॉक शिक्षकों को भी
मानदेय पर रखा जायेगा.
बेहतर रिजल्ट और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पहल : वर्चुअल क्लास के
जरिये बच्चों को पढ़ाने की यह पहल बेहतर रिजल्ट और शिक्षा की गुणवत्ता
बढ़ाने के लिए की जा रही है. प्रथम संस्था की हालिया आयी रिपोर्ट असर और
शिक्षा की गुणवत्ता में उठते सवाल पर शिक्षा विभाग ने बेहतर शिक्षकों के
जरिये ही सभी बच्चों को पढ़ाने फैसला लिया है.