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तीन के निलंबन के बाद 122 निशाने पर

बक्सर। ब्रह्मपुर में पिछले दिनों जिला शिक्षा विभाग द्वारा तीन शिक्षकों के खिलाफ बर्खास्तगी का आदेश तो अभी ट्रेलर है। पूरी फिल्म अभी आनी बाकी है। इन्हीं लोगों की तरह 22 शिक्षक शिक्षा विभाग के रडार पर हैं।
जिन पर जांच की कार्रवाई चल रही है। निगरानी जांच के लिए मांगे गए सर्टिफिकेट में बार-बार आदेश के बाद भी 22 शिक्षकों ने अपना एडमिट कार्ड जमा नहीं कर विभाग के अंदेशों को गहरा कर दिया है।
हाल में पूर्व जिला शिक्षा विभाग ने तीन शिक्षकों सुनैना कुमारी, हरे कृष्ण यादव और पंकज कुमार के सर्टिफिकेट में गड़बड़ी पर प्रखंड शिक्षा समिति को उक्त शिक्षकों को बर्खास्त करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है। हालांकि, पांच दिनों से अधिक की समयावधि बीतने के बाद भी अभी तक नियोजन समिति ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जिसके चलते कई प्रकार के सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। हालांकि, प्रखंड विकास पदाधिकारी ने शीघ्र नियोजन समिति की बैठक कर कार्रवाई करने की बात कही। इन शिक्षकों पर कारवाई होने के बाद सबसे पहले वे 22 शिक्षक विभाग के रडार पर हैं। जिन्होंने अपना एडमिट कार्ड निगरानी जांच के लिए विभाग को नहीं सौंपा है। लेकिन, विभागीय लोगों की माने तो इनके जैसे और कई शिक्षक हैं। जिनका सर्टिफिकेट संदेह के घेरे में है। जानकार सूत्रों की माने तो 15 और 16 में नियुक्त शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच सही तरीके से की जाए तो विद्यालयों में शिक्षकों की भरपाई से गुलजार विद्यालय खाली पड जाएंगे। विदित हो कि जब राज्य सरकार ने निगरानी जांच का आदेश दिया था तो उसी समय प्रखंड के 14 फर्जी गुरुजी त्याग पत्र देकर कार्रवाई से वंचित हो गए थे। सोचने वाली बात यह है कि आखिरकार किस कारण से 22 शिक्षक अपना एडमिट कार्ड जमा नहीं किए। इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार से बात की गई तो उनका कहना है कि इस संदर्भ में नोडल पदाधिकारी से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।

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