मुजफ्फरपुर। जिलाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ने मंगलवार को प्रखंड के
विभिन्न विभागों की समीक्षा की। तीन पंचायत सचिवों पर प्रपत्र क गठित कर
एफआइआर करने का निर्देश बीडीओ को दिया। सेवानिवृत्त पंचायत सचिव अजयचंद्र
मिश्र, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह व पंचायत सचिव कर्णदेव शुक्ला पर प्रपत्र क
गठित करने व
एफआइआर करने का निर्देश दिया। तीनों पर लंबे अर्से से वृद्धावस्था पेंशन की राशि का अग्रिम लेकर वाउचर नहीं देने का आरोप है। इन्दिरा आवास सहायक रविभूषण कर्ण पर दो माह से प्रगति शून्य रहने के कारण वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया। सात निश्चय के तहत इस वित्तीय वर्ष में 58 वार्डो में काम होना है, जिसमें 30 दिसंबर तक योजना चयन करने का निर्देश दिया। शौचालय निर्माण पर प्रगति लाने व सभी पंचायत सचिवों को एक सप्ताह के अंदर पंचायतों की ऑडिट कराने का निर्देश दिया गया। पेंशन योजना की डाटा इंट्री में तेजी लाने व बचे हुए लोगों की डाटा इंट्री करवाने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने प्रखंड कार्यालय के साथ पुराने जर्जर भवनों, गोदाम, अंचल सहित प्रखंड के चारों तरफ घूमकर निरीक्षण किया। प्रखंड मुख्यालय के सामने की दुकानों के बारे में बीडीओ से जानकारी ली। दुकानों का किराया लिया जा रहा कि नहीं, दुकानों की मरम्मत कराकर जीविका के हवाले करने का निर्देश दिया। डीएम ने पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता से औराई, अमनौर व रतवारा पानी टंकी के बारे में पूछताछ की, जिसमें उन्होंने कुछ भी बताने में असमर्थता जताई। डीएम ने एक सप्ताह के अंदर स्थल निरीक्षण कर प्रगति रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। बीडीओ आवास का निरीक्षण के दौरान परिसर की साफ-सफाई कर मिट्टी करण कर वहां शिफ्ट करने का निर्देश दिया। गोदाम के बगल में स्थित जर्जर भवन की मरम्मत का निर्देश दिया गया। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय व कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र के बारे में बीडीओ से जानकारी ली।
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शिक्षा विभाग का जाना हाल :
जिला शिक्षा पदाधिकारी सत्येन्द्र नारायण कंठ ने बीईओ योगी ठाकुर से शिक्षा विभाग की जानकारी ली गई। जिसमें मानव श्रृंखला, शिक्षक का सामंजन, पंचायत व प्रखंड शिक्षक की संख्या के साथ एक शिक्षकीय विद्यालय की संख्या, भूमिहीन विद्यालयों की संख्या के बारे में जानकारी लेते हुए शिक्षकों के प्रतिनियोजन की जानकारी के साथ साथ विद्यालय की जानकारी व मदरसा के बारे में जानकारी ली।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने जीविका दीदी की अनुश्रवण फाइल जिले में जमा नहीं होने पर नाराजगी जताई। बीईओ से शिक्षा संबंधी सारी जानकारी मांगी। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को बीआरसी, एसडीओ पूर्वी को कृ षि व जिला आपूर्ति पदाधिकारी को आपूर्ति विभाग की समीक्षा करने का निर्देश दिया।
एमडीएम प्रभारी धीरज कुमार से एमडीएम संबंधी जानकारी ली। वहीं, सभी विद्यालयों में अविलंब थाली खरीदने का निर्देश दिया। किचेन शेड के बारे में जानकारी ली गई।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के देर से आने पर फटकार लगाते हुए अपने विभाग की समीक्षा कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया। बीसीओ से धान अधिप्राप्ति की समीक्षा प्रगति के बारे में एसडीओ पूर्वी को निर्देश दिया।
डीडीसी अरविन्द वर्मा ने बाल विकास परियोजना की समीक्षा की। जिसमें सीडीपीओ को व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया। उन्होंने सीडीपीओ को सभी पर्यवेक्षिकाओं को पर्यवेक्षण रिपोर्ट के हिसाब से राशि वसूली के खराब प्रोग्रेस पर तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया।
जिलाधिकारी के प्रखंड मुख्यालय से पश्चिमी गेट से निकलने के साथ ही लोगों ने अपनी-अपनी समस्या रखना चालू कर दिया। बभनगामा गांव के प्रेमरंजन ठाकुर ने डीलर झमेली पासवान पर 52 रुपये में दो लीटर दो सौ ग्राम तेल देने की शिकायत जिलाधिकारी से की। बसुआ गांव के मणिकुमार ने सीडीपीओ के छह माह से नही आने व पोषाहार नहीं बंटने के साथ हर विभाग मे कमीशनखोरी की बात कही। मुखिया मो. चांद ने पंचायत की समस्या रखी। साथ ही, सैकड़ों लोगों ने आवेदन जमा किए। जिलाधिकारी ने पूर्वी अनुमंडल के लोक शिकायत काउंटर पर समस्या से संबंधित आवेदन देने की बात कही।
अंत में डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की जांच की। ओपीडी में डॉक्टरों की ड्यूटी बढ़ाने, एंबुलेंस में गड़बड़ी की शिकायत सीएस से करने के साथ ही एएनएम के रहने के लिए एक हाल में पार्टिशन कराकर देने का निर्देश दिया।
डीएसओ हरिनारायण पासवान ने एमओ को प्रत्येक महीने में डीलर की बैठक कर समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया।
प्रखंड मुख्यालय में एक तरफ जिलाधिकारी की जांच व समीक्षा चल रही थी, वहीं बभनगामा पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण डीलर झमेली पासवान के खिलाफ अनियमितता बरते जाने, घटतौली करने व अधिक पैसा लेने के साथ हरिजन एक्ट में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे थे। ग्रामीण दिनेश सिंह, अभिषेक कुमार, अशोक शर्मा, गुड्डू कुमार, श्यामसुंदर साह, सतीश कुमार, रोहित राज, कुंदन सिंह, पंकज कुमार, सीताराम महतो, विलास मांझी, रंजीत सिंह, बुटाई मांझी समेत अधिकतर लोगों का कहना था कि डीलर मनमानी करता है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर राशन केरोसिन में गड़बड़ी करने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। जिसमे 900 लोगों के हस्ताक्षर थे। मुखिया धीरज कुमार ने भी इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी से लिखित शिकायत की थी। इधर, जिलाधिकारी के आदेश पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी हरिनारायण पासवान ने कहा कि मामले की जांच कराकर संबंधित डीलर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
एफआइआर करने का निर्देश दिया। तीनों पर लंबे अर्से से वृद्धावस्था पेंशन की राशि का अग्रिम लेकर वाउचर नहीं देने का आरोप है। इन्दिरा आवास सहायक रविभूषण कर्ण पर दो माह से प्रगति शून्य रहने के कारण वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया। सात निश्चय के तहत इस वित्तीय वर्ष में 58 वार्डो में काम होना है, जिसमें 30 दिसंबर तक योजना चयन करने का निर्देश दिया। शौचालय निर्माण पर प्रगति लाने व सभी पंचायत सचिवों को एक सप्ताह के अंदर पंचायतों की ऑडिट कराने का निर्देश दिया गया। पेंशन योजना की डाटा इंट्री में तेजी लाने व बचे हुए लोगों की डाटा इंट्री करवाने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने प्रखंड कार्यालय के साथ पुराने जर्जर भवनों, गोदाम, अंचल सहित प्रखंड के चारों तरफ घूमकर निरीक्षण किया। प्रखंड मुख्यालय के सामने की दुकानों के बारे में बीडीओ से जानकारी ली। दुकानों का किराया लिया जा रहा कि नहीं, दुकानों की मरम्मत कराकर जीविका के हवाले करने का निर्देश दिया। डीएम ने पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता से औराई, अमनौर व रतवारा पानी टंकी के बारे में पूछताछ की, जिसमें उन्होंने कुछ भी बताने में असमर्थता जताई। डीएम ने एक सप्ताह के अंदर स्थल निरीक्षण कर प्रगति रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। बीडीओ आवास का निरीक्षण के दौरान परिसर की साफ-सफाई कर मिट्टी करण कर वहां शिफ्ट करने का निर्देश दिया। गोदाम के बगल में स्थित जर्जर भवन की मरम्मत का निर्देश दिया गया। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय व कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र के बारे में बीडीओ से जानकारी ली।
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शिक्षा विभाग का जाना हाल :
जिला शिक्षा पदाधिकारी सत्येन्द्र नारायण कंठ ने बीईओ योगी ठाकुर से शिक्षा विभाग की जानकारी ली गई। जिसमें मानव श्रृंखला, शिक्षक का सामंजन, पंचायत व प्रखंड शिक्षक की संख्या के साथ एक शिक्षकीय विद्यालय की संख्या, भूमिहीन विद्यालयों की संख्या के बारे में जानकारी लेते हुए शिक्षकों के प्रतिनियोजन की जानकारी के साथ साथ विद्यालय की जानकारी व मदरसा के बारे में जानकारी ली।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने जीविका दीदी की अनुश्रवण फाइल जिले में जमा नहीं होने पर नाराजगी जताई। बीईओ से शिक्षा संबंधी सारी जानकारी मांगी। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को बीआरसी, एसडीओ पूर्वी को कृ षि व जिला आपूर्ति पदाधिकारी को आपूर्ति विभाग की समीक्षा करने का निर्देश दिया।
एमडीएम प्रभारी धीरज कुमार से एमडीएम संबंधी जानकारी ली। वहीं, सभी विद्यालयों में अविलंब थाली खरीदने का निर्देश दिया। किचेन शेड के बारे में जानकारी ली गई।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के देर से आने पर फटकार लगाते हुए अपने विभाग की समीक्षा कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया। बीसीओ से धान अधिप्राप्ति की समीक्षा प्रगति के बारे में एसडीओ पूर्वी को निर्देश दिया।
डीडीसी अरविन्द वर्मा ने बाल विकास परियोजना की समीक्षा की। जिसमें सीडीपीओ को व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया। उन्होंने सीडीपीओ को सभी पर्यवेक्षिकाओं को पर्यवेक्षण रिपोर्ट के हिसाब से राशि वसूली के खराब प्रोग्रेस पर तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया।
जिलाधिकारी के प्रखंड मुख्यालय से पश्चिमी गेट से निकलने के साथ ही लोगों ने अपनी-अपनी समस्या रखना चालू कर दिया। बभनगामा गांव के प्रेमरंजन ठाकुर ने डीलर झमेली पासवान पर 52 रुपये में दो लीटर दो सौ ग्राम तेल देने की शिकायत जिलाधिकारी से की। बसुआ गांव के मणिकुमार ने सीडीपीओ के छह माह से नही आने व पोषाहार नहीं बंटने के साथ हर विभाग मे कमीशनखोरी की बात कही। मुखिया मो. चांद ने पंचायत की समस्या रखी। साथ ही, सैकड़ों लोगों ने आवेदन जमा किए। जिलाधिकारी ने पूर्वी अनुमंडल के लोक शिकायत काउंटर पर समस्या से संबंधित आवेदन देने की बात कही।
अंत में डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की जांच की। ओपीडी में डॉक्टरों की ड्यूटी बढ़ाने, एंबुलेंस में गड़बड़ी की शिकायत सीएस से करने के साथ ही एएनएम के रहने के लिए एक हाल में पार्टिशन कराकर देने का निर्देश दिया।
डीएसओ हरिनारायण पासवान ने एमओ को प्रत्येक महीने में डीलर की बैठक कर समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया।
प्रखंड मुख्यालय में एक तरफ जिलाधिकारी की जांच व समीक्षा चल रही थी, वहीं बभनगामा पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण डीलर झमेली पासवान के खिलाफ अनियमितता बरते जाने, घटतौली करने व अधिक पैसा लेने के साथ हरिजन एक्ट में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे थे। ग्रामीण दिनेश सिंह, अभिषेक कुमार, अशोक शर्मा, गुड्डू कुमार, श्यामसुंदर साह, सतीश कुमार, रोहित राज, कुंदन सिंह, पंकज कुमार, सीताराम महतो, विलास मांझी, रंजीत सिंह, बुटाई मांझी समेत अधिकतर लोगों का कहना था कि डीलर मनमानी करता है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर राशन केरोसिन में गड़बड़ी करने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। जिसमे 900 लोगों के हस्ताक्षर थे। मुखिया धीरज कुमार ने भी इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी से लिखित शिकायत की थी। इधर, जिलाधिकारी के आदेश पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी हरिनारायण पासवान ने कहा कि मामले की जांच कराकर संबंधित डीलर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।