पटना. रूबी राय की आंसरशीट्स एक माह बाद लिखी गई थी। मामले की
जांच कर रहे एएसपी अशोक सिंह ने इस बात के संकेत दिए। रुबी ने सिर्फ होम
साइंस की कॉपी ही अपने लिखी है, दूसरी अन्य सभी कॉपी किसी और ने लिखी थी। 50 हजार रुपए में किसी और अन्य लिखी थी रुबी की कॉपी...
बिहार इंटर टॉपर्स घोटाले में
आर्ट्स की टॉपर रही रूबी की ऑरिजिनल कॉपी किसी और ने लिखी है। इसके लिए उसे
50 हजार रुपए दिए गए थे। ये बात पुलिस की जांच में सामने आयी है। पुलिस की
माने तो टॉपरो की कॉपी को एक माह के बाद किसी और ने लिखी थी। पुलिस जांच
के क्रम में साइंस टॉपर राहुल ने इस बात का खुलासा किया था।
कॉपी खाली रखने को मिले थे निर्देश
राहुल ने पुलिस को बताया है कि बच्चा राय की ओर से आंसरशीट्स को खाली रखने का निर्देश दिया गया था। इसलिए हम लोगों ने अपने आंसरशीट्स में सिर्फ अपने नाम और रौल नंबर ही लिखकर छोड़ दिया था। एक माह बाद फिर हम लोगों को बच्चा राय की ओर से अपने कॉलेज में बुलाया गया। जहां पर हम सभी ने पहले से तैयार आंसर को देखकर अपनी आंसरशीट्स को भर दिया था।
राहुल ने पुलिस को बताया है कि बच्चा राय की ओर से आंसरशीट्स को खाली रखने का निर्देश दिया गया था। इसलिए हम लोगों ने अपने आंसरशीट्स में सिर्फ अपने नाम और रौल नंबर ही लिखकर छोड़ दिया था। एक माह बाद फिर हम लोगों को बच्चा राय की ओर से अपने कॉलेज में बुलाया गया। जहां पर हम सभी ने पहले से तैयार आंसर को देखकर अपनी आंसरशीट्स को भर दिया था।
रुबी की कॉपी लिखने कोई और आता था
पुलिस ने बताया कि रुबी की कॉपी की जब जांच की गई तो यह पता चला कि उसने सिर्फ अपनी होम साइंस की कॉपी को अपने से लिखा है और सब विषय की कॉपी किसी और ने लिखी थी। कॉपी किसने लिखी थी ये फिलहाल पता नहीं चला है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। लेकिन, रुबी के परिजनों की ओर से रुबी की आंसरशीट्स को लिखने के लिए एक शिक्षक को 50 हजार रुपए दिए थे। रूबी जिस इंटर कॉलेज में पढ़ती थी, उसका मालिक और टॉपर्स स्कैम का मास्टरमाइंड बच्चा राय रूबी के पिता का अच्छा दोस्त था। बच्चा राय ने रूबी समेत कई स्टूडेंट्स की ऑरिजिनल आंसरशीट्स में एक्सपर्ट्स से जवाब लिखवाए और स्टूडेंट्स को टॉपर्स की लिस्ट में शामिल करा दिया।
पुलिस ने बताया कि रुबी की कॉपी की जब जांच की गई तो यह पता चला कि उसने सिर्फ अपनी होम साइंस की कॉपी को अपने से लिखा है और सब विषय की कॉपी किसी और ने लिखी थी। कॉपी किसने लिखी थी ये फिलहाल पता नहीं चला है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। लेकिन, रुबी के परिजनों की ओर से रुबी की आंसरशीट्स को लिखने के लिए एक शिक्षक को 50 हजार रुपए दिए थे। रूबी जिस इंटर कॉलेज में पढ़ती थी, उसका मालिक और टॉपर्स स्कैम का मास्टरमाइंड बच्चा राय रूबी के पिता का अच्छा दोस्त था। बच्चा राय ने रूबी समेत कई स्टूडेंट्स की ऑरिजिनल आंसरशीट्स में एक्सपर्ट्स से जवाब लिखवाए और स्टूडेंट्स को टॉपर्स की लिस्ट में शामिल करा दिया।
फिल्मों की शौकीन है रुबी
बिहार इंटर टॉपर्स घोटाले में आर्ट्स की टॉपर रही रूबी फिल्मों की बड़ी शौकीन रही है। इस बात की जानकारी पुलिस को तब हाथ लगी जब वो उसकी ऑरिजिनल कॉपी से हैडराइटिंग की चेकिंग के लिए उसके घर से उसके कुछ कॉपी एकत्रित किए गए थे। इस कॉपी में रुबी राय ने फिल्मी गाने और फिल्मों के नाम लिखे हुए थे। घर से पुलिस को जितने भी कॉपी मिले थे अधिकांश में फिल्मों के नाम या फिर फिल्मी गाने लिखे हुए थे। एक कॉपी में तो रुबी ने 101 फिल्मों के नाम लिखे हुए थे। इस रफ कॉपी में 300 बार तुलसीदासजी के नाम भी लिखे गए थे। बता दें कि इसी साल जून में घोटाले का खुलासा होने पर रूबी का रिजल्ट रद्द कर दिया गया था।
बिहार इंटर टॉपर्स घोटाले में आर्ट्स की टॉपर रही रूबी फिल्मों की बड़ी शौकीन रही है। इस बात की जानकारी पुलिस को तब हाथ लगी जब वो उसकी ऑरिजिनल कॉपी से हैडराइटिंग की चेकिंग के लिए उसके घर से उसके कुछ कॉपी एकत्रित किए गए थे। इस कॉपी में रुबी राय ने फिल्मी गाने और फिल्मों के नाम लिखे हुए थे। घर से पुलिस को जितने भी कॉपी मिले थे अधिकांश में फिल्मों के नाम या फिर फिल्मी गाने लिखे हुए थे। एक कॉपी में तो रुबी ने 101 फिल्मों के नाम लिखे हुए थे। इस रफ कॉपी में 300 बार तुलसीदासजी के नाम भी लिखे गए थे। बता दें कि इसी साल जून में घोटाले का खुलासा होने पर रूबी का रिजल्ट रद्द कर दिया गया था।
कोई प्रश्न का नहीं दे पायी थी जवाब
रुबी ने बोर्ड के सामने कोई भी प्रश्न का जवाब नहीं दे पायी थी। रुबी से जब यह पूछा गया था वो कितने देर पढ़ाई करती है? रुबी ने इसपर कहा था कि पढ़ने का कोई समय नहीं था, लेकिन जब मुझे फिल्म देखने से मौका मिलता था पढ़ाई कर लिया करती थी रुबी ने पुलिस को बताया था कि वो अभी तक 200 से ज्यादा फिल्में देख चुकी है और 50 से ज्यादा गाने याद हैं।