डुमरांव। निज संवाददात अनुमंडल के ब्रह्मपुर कन्या मध्य विद्यालय में जांच के दौरान फर्जी पाए गए तीन शिक्षक को जिला शिक्षा पदाधिकारी ओंकार नाथ सिंह ने नियोजन समिति को बर्खास्त करने का आदेश दिया था। समिति ने महज दो शिक्षक को बर्खास्त किया।
लेकिन, एक शिक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
क्या है मामला: ब्रह्मपुर कन्या मध्य विद्यालय में नियोजित हुए शिक्षकों के फर्जी रुप से बहाल होने का मामला प्रकाश में आया। मामला सामने आते ही जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक टीम गठित करते हुए जांच का आदेश दिया। टीम ने जांच के दौरान पाया कि 2015 में नियोजन के दौरान हरेकृष्ण यादव, सुनैना देवी व पंकज कुमार फर्जी प्रमाण पत्र व टीईटी का उपयोग करते हुए नौकरी पाई। टीम ने तत्काल रिपोर्ट को डीओ के हवाले कर दिया।
डीओ ने पिछले 20 दिसंबर को तीनों शिक्षकों को एक सप्ताह के अंदर बर्खास्त करते हुए एफआईआर का आदेश निर्गत किया। लेकिन, नियोजन समिति का गठन नहीं होने के कारण करीब 26 दिन विलंब हुआ।मामले ने पकड़ा तूल: नियोजन समिति की अध्यक्ष प्रखंड प्रमुख हेमा देवी व सचिव बीडीओ भगवान झा ने केवल दो शिक्षक हरेकृष्ण यादव व सुनैना देवी को बर्खास्त किया। जबकि शिक्षक पंकज कुमार पर यह हवाला देते हुए कोई कार्रवाई नहीं किया कि वे कोर्ट की शरण में चले गए। इसके लिए डीओ से मार्ग दर्शन मांगा गया है।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी ओंमकार नाथ सिंह ने बताया कि 16 जनवरी तक किसी तरह का कोई मार्ग दर्शन का पत्र बीडीओ की ओर से नहीं मिला है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि कोर्ट से किसी तरह का कोई भी स्टे ऑडर नहीं आया है। ऐसे में बीडीओ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं किए है। इससे उनकी मिली भगत स्पष्ट रुप से प्रतित होता है। डीओ ने कहा कि इसकी जानकारी विभाग के वरीय अधिकारियों को दी जाएगी। ताकि इस मामले की जांच हो।
बर्खास्त करने के मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी से मार्ग दर्शन मांगा गया है। मार्ग दर्शन मिलते ही त्वरीत कार्रवाई की जाएगी।-भगवान झा, बीडीओ ब्रह्मपुर
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लेकिन, एक शिक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
क्या है मामला: ब्रह्मपुर कन्या मध्य विद्यालय में नियोजित हुए शिक्षकों के फर्जी रुप से बहाल होने का मामला प्रकाश में आया। मामला सामने आते ही जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक टीम गठित करते हुए जांच का आदेश दिया। टीम ने जांच के दौरान पाया कि 2015 में नियोजन के दौरान हरेकृष्ण यादव, सुनैना देवी व पंकज कुमार फर्जी प्रमाण पत्र व टीईटी का उपयोग करते हुए नौकरी पाई। टीम ने तत्काल रिपोर्ट को डीओ के हवाले कर दिया।
डीओ ने पिछले 20 दिसंबर को तीनों शिक्षकों को एक सप्ताह के अंदर बर्खास्त करते हुए एफआईआर का आदेश निर्गत किया। लेकिन, नियोजन समिति का गठन नहीं होने के कारण करीब 26 दिन विलंब हुआ।मामले ने पकड़ा तूल: नियोजन समिति की अध्यक्ष प्रखंड प्रमुख हेमा देवी व सचिव बीडीओ भगवान झा ने केवल दो शिक्षक हरेकृष्ण यादव व सुनैना देवी को बर्खास्त किया। जबकि शिक्षक पंकज कुमार पर यह हवाला देते हुए कोई कार्रवाई नहीं किया कि वे कोर्ट की शरण में चले गए। इसके लिए डीओ से मार्ग दर्शन मांगा गया है।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी ओंमकार नाथ सिंह ने बताया कि 16 जनवरी तक किसी तरह का कोई मार्ग दर्शन का पत्र बीडीओ की ओर से नहीं मिला है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि कोर्ट से किसी तरह का कोई भी स्टे ऑडर नहीं आया है। ऐसे में बीडीओ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं किए है। इससे उनकी मिली भगत स्पष्ट रुप से प्रतित होता है। डीओ ने कहा कि इसकी जानकारी विभाग के वरीय अधिकारियों को दी जाएगी। ताकि इस मामले की जांच हो।
बर्खास्त करने के मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी से मार्ग दर्शन मांगा गया है। मार्ग दर्शन मिलते ही त्वरीत कार्रवाई की जाएगी।-भगवान झा, बीडीओ ब्रह्मपुर
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