डीइओ ने की डीपीओ स्थापना व कार्यालय लिपिक के निलंबन सहित विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा
डीपीओ स्थापना ने कहा, डीइओ ने पत्र भेज कर विद्यालय के फर्जी कर्मचारियों को वेतन भुगतान का दिया था आदेश वेतन भुगतान में फर्जीवाड़ा मामले में पहले ही आर्य कन्या उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर हो चुकी है प्राथमिकी
माध्यमिक शिक्षा निदेशक से अनुमोदन के बिना ही फर्जी तरीके से बहाल विद्यालय कर्मियों पर फूंक डाले 23.22 लाख रुपये
आखिरकार आर्य कन्या उच्च विद्यालय में 56 कर्मचारियों की फर्जी बहाली
से लेकर वेतन भुगतान में फर्जीवाड़ा मामले में डीपीओ स्थापना सुरेश प्रसाद
साहू व उनके कार्यालय लिपिक रोशन कुमार के निलंबन व विभागीय कार्रवाई की
अनुशंसा कर दी गयी है. इधर, पूरे मामले में गड़बड़ी के लिये डीइओ व डीपीओ
स्थापना एक-दूसरे को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं.
खगड़िया : र्य कन्या उच्च विद्यालय के नवनियुक्त व नियोजित 56
शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को फर्जी तरीके से वेतन भुगतान मामले जिला
शिक्षा पदाधिकारी ने डीपीओ स्थापना व उनके कार्यालय लिपिक के निलंबन व
विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा कर दी है. पूरा मामला आर्य कन्या उच्च
विद्यालय में फर्जी तरीके से बहाल 56 कर्मियों की नियुक्ति की वैधता की
जांच किये बिना ही मार्च 2016 से जुलाई 2016 के वेतन मद में 23 लाख 22 हजार
500 रुपये का भुगतान करने से जुड़ा हुआ है. नियमत: विद्यालय में नवनियुक्त
व नियोजित इन 56 कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने से पहले माध्यमिक शिक्षा
निदेशक से अनुमोदन लेना था.
लेकिन शिक्षा विभाग ने इस नियम को भी दरिकनार कर दिया गया. इधर, डीपीओ
स्थापना ने डीइओ को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि विद्यालय इन
कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिये जिला शिक्षा पदाधिकारी ने ही आदेश दिया
था. इधर, डीइओ डॉ ब्रज किशोर सिंह ने ऐसे कोई भी आदेश देने से इनकार करते
हुए कहा कि विद्यालय के 56 कर्मियों को वेतन भुगतान मामले में जमकर वित्तीय
अनियमितता को देखते हुए डीपीओ स्थापना सुरेश कुमार साहू व उनके कार्यालय
लिपिक रोशन कुमार के निलंबन व विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है. बता
दें कि आर्य कन्या उच्च विद्यालय के फर्जी कर्मचारियों को वेतन भुगतान
मामले में डीपीओ स्थापना ने आर्य कन्या उच्च विद्यालय के तत्कालीन
प्रधानाध्यापक पर प्राथमिकी दर्ज करवाया है.
आर्य कन्या उच्च विद्यालय के नवनियुक्त कर्मचारियों को नियम कायदे को
ताक पर रख कर वेतन भुगतान मामले में डीपीओ स्थापना व उनके कार्यालय लिपिक
रोशन कुमार की संलिप्तता को देखते हुए निलंबन व विभागीय कार्रवाई की
अनुशंसा की गयी है. मेरे द्वारा वेतन भुगतान के लिये कोई आदेश डीपीओ
स्थापना को नहीं दिया गया है.
डॉ ब्रज किशोर सिंह, डीइओ.
आर्य कन्या उच्च विद्यालय के नवनियुक्त कर्मचारियों को नियम कायदे को
ताक पर रख कर वेतन भुगतान मामले में डीपीओ स्थापना व उनके कार्यालय लिपिक
रोशन कुमार की संलिप्तता को देखते हुए निलंबन व विभागीय कार्रवाई की
अनुशंसा की गयी है. मेरे द्वारा वेतन भुगतान के लिये कोई आदेश डीपीओ
स्थापना को नहीं दिया गया है.
डॉ ब्रज किशोर सिंह, डीइओ.
डीइओ ने पत्रांक 751 दिनांक 11.05.2015 के माध्यम से आर्य कन्या उच्च
विद्यालय के नये पुराने सभी शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन भुगतान
का आदेश दिया था. अब उच्चाधिकारी के आदेशानुसार ही विद्यालय के 56
नवनियुक्त कर्मियों को कुल 23 लाख 22 हजार 500 रुपये का वेतन भुगतान किया
गया है. जब डीइओ के आदेशानुसार वेतन भुगतान हुआ तो इस गड़बड़ी के लिये
डीपीओ स्थापना कैसे जिम्मेवार हो सकते हैं. वेतन भुगतान में फर्जीवाड़ा
सामने आने के बाद विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी
है.
सुरेश कुमार साहू, डीपीओ स्थापना.
आर्य कन्या उच्च विद्यालय में फर्जी बहाली से लेकर वेतन भुगतान करने
वाले चाहे जो भी हो कार्रवाई तय मानिये. फर्जीवाड़ा में शामिल अधिकारी हो
या कर्मचारी या कोई और. कोई भी कार्रवाई से बच नहीं पायेंगे. शिक्षा विभाग
के कुछ अधिकारियों द्वारा भी विद्यालय में अपने परिजनों को भी फर्जी तरीके
से विद्यालय में बहाल करवाने की सूचना मिल रही है. जल्द ही आर्य कन्या उच्च
विद्यालय प्रकरण में बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
जय सिंह, डीएम.
आर्य कन्या उच्च विद्यालय में 56 कर्मचारियों की फर्जी बहाली व वेतन
भुगतान में फर्जीवाड़ा मामला उजागर होने के बाद अपनी गरदन फंसते देख जिला
शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) सारा ठींकरा डीपीओ स्थापना पर फोड़ कर बच निकलना
चाह रहे हैं. आखिर डीइओ अपने कार्यालय के पत्रांक 751 दिनांक 11.05.2015 के
माध्यम से आर्य कन्या उच्च विद्यालय के सभी शिक्षक/शिक्षकेत्तर
कर्मचारियों को वेतन भुगतान का आदेश को कैसे झूठला सकते हैं.
नीलकमल दिवाकर, सचिव, विद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी समिति.