जागरण संवाददाता, भागलपुर। शिक्षक नियोजन के दौरान जिन अभ्यर्थियों का सीटीइटी प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया था, वैसे अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विभिन्न नियोजन इकाइयों को पत्र लिखकर मुकदमा दर्ज कराने और मुकदमा का नंबर कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। निर्देश के बावजूद अब तक किसी नियोजन इकाई ने अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया है।
- निर्देश के बाद भी मुकदमा दर्ज कराने में आनाकानी कर रही हैं नियोजन इकाइयां
- 09 अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के दिए गए हैं आदेश
- रिपोर्ट नहीं मिलने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दोबारा लिखा पत्र
मुकदमा दर्ज कराने में नियोजन इकाइयों द्वारा बरती जा रही लापरवाही से नाराज एक बार फिर नियोजन इकाइयों को पत्र लिखा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद सुल्तानगंज, पीरपैंती और रंगरा चौक के प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी को पत्र लिख कर अविलंब वैसे अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं, जिनका सीटीइटी प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पीरपैंती में चंद्रभूषण कुमार, रौशन कुमार, अमित कुमार, मीनू कुमारी, पूजा कुमारी, संतोष कुमार, सीमा कुमारी के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। वहीं, रंगरा चौक के राकेश कुमार और सुल्तानगंज नगर परिषद नियोजन इकाई के अभ्यर्थी सुनिता कुमारी का सीटीइटी प्रमाण पत्र जांच के दौरान फर्जी पाया गया है।
इस बार दिखी विशेष सतर्कता
इस बार नियोजन के समय प्रमाण पत्रों की जांच में विशेष सतर्कता दिखी। यही कारण है कि नियोजन के समय ही नौ फर्जी शिक्षक अभ्यर्थी पकड़े गए। जिन अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र में किसी तरह की परेशानी दिखी, उनसे अन्य प्रमाण पत्र की मांग की गई। नियोजन के दौरान वरीय अधिकारी खुद मानीटरिंग करते दिखे।