शिक्षा विभाग के मुताबिक नेपाल से पास किए मैट्रिक प्रमाण पत्र के आधार पर उस अभ्यर्थी ने केंद्र और बिहार एवं अन्य किसी राज्य के स्वीकृत और मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों/बोर्ड से स्नातक/शिक्षण प्रशिक्षण एवं शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण की हो तो ऐसे अभ्यर्थी शिक्षक नियोजन के लिए पात्र होंगे. ऐसे अभ्यर्थी यदि शिक्षक पद के लिए चयनित या नियुक्त होते हैं तो उनके अन्य शैक्षणिक और प्रशैक्षिक प्रमाण पत्रों के साथ नेपाल से प्राप्त शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सत्यापन के उपरांत ही वेतन भुगतान की कार्यवाही की जायेगी. 

बता दें कि शिक्षा विभाग का यह निर्णय विभिन्न जिला शिक्षा पदाधिकारियों की तरफ से मांगे गये मार्ग दर्शन के संबंध में लिया गया है. दरअसल छठे चरण के हालिया शिक्षक नियोजन में चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है और इसके बाद शिक्षकों का नियोजन किया जाएगा. 

शिक्षा विभाग ने कहा है कि शिक्षक नियोजन के क्रम में ऐसे भी आवेदन आये हैं, जिनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र नेपाल के बोर्ड एवं विश्वविद्यालयों से संबद्ध थे. इसमें ऐसे अभ्यर्थियों ने भी आवेदन दिया था जिन्होंने नेपाल के विश्वविद्यालयों/बोर्ड से स्नातक/शिक्षण प्रशिक्षण किया है, ऐसे अभ्यर्थियों के आवेदन के सत्यापन को लेकर दिक्कत आ रही थी. शिक्षा विभाग के इस निर्णय के बाद इस समस्या का समाधान हो जायेगा.