चंद्रगुप्त मैनेजमेंट संस्थान पटना (सीआईएमपी) नए एकेडमिक सेशन में कई नई योजनाओं पर काम करने जा रहा है। इसमें लेक्चर कैप्चरिंग सिस्टम एक महत्वपूर्ण और बिहार के लिए नई पहल होगी। इस सिस्टम के तहत प्रत्येक लेक्चर की रिकॉर्डिंग होगी और उसकी मॉनिटरिंग संस्थान के अधिकारी और डीन करेंगे।
इसका पहला फायदा होगा कि अब कोई भी शिक्षक बिना तैयारी के लिए लेक्चर नहीं दे पाएंगे। उन्हें अपने नोट्स, प्रेजेंटेशन और विषय की पूरी तैयारी के साथ आना होगा। इसका दूसरा और सीधा फायदा विद्यार्थियों को होगा। अगर कोई विद्यार्थी किसी कारणवश क्लास मिस कर जाता है तो उस क्लास की पूरी रिकॉर्डिंग देख सकेगा। सीआईएमपी के प्रभारी निदेशक डॉ. राणा सिंह ने बताया कि संस्थान का रिसर्च और इन्कयूबेशन पर ज्यादा ध्यान है। फैकल्टी के लिए भी कई डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किया जाएगा।
नैक एक्रिडिएशन के लिए जाएगा संस्थान
सीआईएमपी
को एनबीए द्वारा एक्रिडिएशन प्राप्त है। अब संस्थान नैक एक्रिडिएशन के लिए
भी अप्लाई करेगा। डॉ. राणा सिंह ने बताया कि नैक का मूल्यांकन सात
क्राइटेरिया के आधार पर होता है। हम तैयारी में जुटे हैं। इसके साथ कॉलेज
लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत भी करने जा रहा है। हमारा लक्ष्य
एनआईआरएफ रैंकिंग में टॉप 75 में पहुंचना है। हमने टॉप 100 में जगह बना ली
है।
पीएचडी की अनुमति मिल सकती है
संस्थान
को एग्जिक्यूटिव फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट में पीएचडी कोर्स संचालन की
अनुमति मिल सकती है। संस्थान इस सत्र में इसे पूरा करने का प्रयास करेगा।
इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। दूसरी ओर नए सत्र के लिए नामांकन फॉर्म
भरे जा रहे हैं। 31 मार्च अंतिम तिथि है। अभी तक 5 हजार से ज्यादा आवेदन
आए हैं। 120 सीटों पर नामांकन होना है। आवेदन शुल्क जनरल विद्यार्थियों के
लिए एक हजार, आरक्षित वर्ग के लिए 500 रुपए है।