जागरण संवाददाता, भागलपुर। गोराडीह प्रखंड और नवगछिया नियोजन इकाई में एक ही शिक्षक अभ्यर्थी का चयन हो गया है। दोनों जगह सभी प्रमाणपत्रों के विवरण एक ही हैं। इन दोनों जगहों से अभ्यर्थियों को डीपीओ पदस्थापना ने जांच के लिए 15 मार्च को उपस्थित होने को कहा है। दरअसल, प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2019-20 में बड़े पैमाने पर अभ्यर्थियों ने फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये नौकरी हासिल करने की कोशिश की है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे फर्जीवाड़े का खेल सामने आ रहा है।
जांच के दौरान पहले ही सात अभ्यर्थियों की शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। अब एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक ही शैक्षणिक प्रमाण पत्र पर दो नियोजन इकाई में अभ्यर्थी का चयन हो गया। दोनों जगह चयनित होने वाले अभ्यर्थी का नाम, पता, पिता का नाम, शैक्षणिक प्रमाण पत्र एक ही हैं।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना मणिकांत गुप्ता ने बताया कि गोपालगंज जिला के उचकागांव थाना क्षेत्र के थावे गांव निवासी योगेश यादव का चयन संस्कृत शिक्षक के रूप में गोराडीह प्रखंड में हुआ। वहीं, नवगछिया नियोजन इकाई में भी गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के थावे गांव निवासी योगेश यादव का चयन संस्कृत विषय के शिक्षक के रूप में हुआ है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि दोनों नियोजन इकाइयों में से किसी एक इकाई में गलत प्रमाण पत्र देकर नौकरी हासिल करने की कोशिश की गई है। हालांकि, दोनों नियोजन इकाई को सभी दस्तावेज कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही दोनों जगहों के अभ्यर्थियों को पत्र भेजकर 15 मार्च को 11 बजे तक कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है।
दोनों अभ्यर्थियों को शैक्षणिक प्रमाण पत्र, स्व अभिप्रमाणित फोटो, आवासीय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और पैन कार्ड लेकर आने को कहा गया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि कौन अभ्यर्थी सही है और कौन फर्जी। जांच में दोषी पाए जाने वाले अभ्यर्थी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।