पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Education News: बिहार के सभी सरकारी एवं मान्यता निजी विद्यालयों में नवाचार को बढ़ावा एवं प्रोत्साहन मिलेगा। शिक्षकों की प्रतिभा, उनके सीखने की प्रक्रिया एवं नवाचार को मान्यता देने के
लिए राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर पर शिक्षक संसाधन कोष (टीचर रिसोर्स रिपाजिटरी) का गठन होगा। शिक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश दिया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने प्रदेश स्तर पर राज्य शिक्षक संसाधन कोष के गठन हेतु सभी जिलों को निर्देश जारी किया है। प्रत्येक विषय पर नवाचार में योगदान देने वाले 15-20 शिक्षकों को जिला स्तर पर पहचान की जाएगी। इनमें में राज्य स्तर पर चयनित चार-पांच शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक संसाधन कोष के लिए नामित किया जाएगा। ऐसे शिक्षकों के चयन हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला चयन समिति बनेगी। इसमें राज्य के प्रतिनिधि बतौर सदस्य होंगे। इसके अलावा जिलाधिकारी द्वारा नामित शिक्षाविद् होंगे।नौ नवंबर तक जिला चयन समिति का होगा गठन
नौ नवंबर तक जिला चयन समिति गठित किया जाना है। 18 नवंबर तक शिक्षकों से आवेदन लेना है और 20 से 23 नवंबर तक शिक्षकों का चयन सुनिश्चित करना है। 24 नवंबर तक विषयवार नोडल अफसरों को शिक्षक के नाम, विद्यालय के नाम, प्रखंड, शिक्षक द्वारा चयनित विषय, ईमेल और मोबाइल नंबर की साफ्ट एवं हार्ड कापी उपलब्ध कराना होगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने दस नोडल अफसर नामित किए हैं। इनमें डा. रोमिला सोनी, प्रो. सुनीता सानवाल, डा. सुखविंदर भगत सिंह, प्रो. शरद सिन्हा, प्रो. रंजना अरोड़ा, प्रो. विनय सिंह, प्रो. वीरा गुप्ता, डा. श्वेता सिंह, प्रो. इंदु कुमार, डा. आरके पाठक शामिल हैं।
इन विद्यालयों के शिक्षक कर सकते हैं आवेदन
सभी सरकारी प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय, मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, रेलवे विद्यालय एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित विद्यालय के शिक्षक जो पांच वर्ष का शिक्षण, शोध व प्रशिक्षण का अनुभव प्राप्त हों।
इन विषयों (थीम) के शिक्षक किए जाएंगे शामिल
चाइल्ड केयर एंड एजुकेशन, फाउंडेशनल लिटरेसी, वोकेशनल एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट, टेक्नोलाजी इन एजुकेशन, स्टैंडर्ड सेटिंग एंड एक्रीडिटेशन फार स्कूल एजुकेशन, ड्रापआउट रेट एंड असेसमेंट, थ्रो स्कूल कल्सटर, इफेक्टिव गर्वेनेंस, इनक्लुसिव एजुकेशन : लर्निंग फार आल, इनटीग्रेटेड एंड इंजायएबुल लर्निंग, करकुलम इन स्कूल।