जागरण संवाददाता, बांका। फर्जी शिक्षकों पर जिला में निगरानी ब्यूरो का फंदा फिर कसने लगा। पिछले सप्ताह बाराहाट प्रखंड के चार फर्जी शिक्षकों पर निगरानी के सब इंस्पेक्टर ने केस दर्ज करा दिया है। इसके बाद शिक्षा विभाग चारों शिक्षक की सेवा समाप्ति की कार्रवाई में जुट गई है। सेवा समाप्त करने के साथ ही चारों शिक्षकों द्वारा अब तक वेतन मद में उठाव की गई राशि वापस कराई जानी है। केस दर्ज होने के बाद ही चारों शिक्षक अपना विद्यालय छोड़ कर फरार हो गए हैं।
इसके बाद निगरानी ब्यूरो ने करीब दो दर्जन फर्जी शिक्षकों पर अपना फंदा डाल दिया है। उसका प्रमाण पत्र बोर्ड और विश्वविद्यालय में जांच में फर्जी पकड़ लिया गया है। इसकी निगरानी को रिपोर्ट भी मिल चुकी है। निगरानी अब इसका दुबारा सत्यापन करा रही है। ताकि केस दर्ज कराने के बाद ऐसे फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके। ताजा पकड़ में आ रहे फर्जी शिक्षकों में चांदन, बेलहर और कटोरिया के फर्जी शिक्षक शामिल हैं। इसकी भनक भर से फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
निगरानी ब्यूरो की जांच लगातार चल रही है। बाराहाट में चार फर्जी पकड़े जाने के बाद विभाग उसके सेवा समाप्ति की दिशा में कार्रवाई कर रही है। आगे कई प्रखंडों की जांच का काम तेजी से पूरा हो रहा है। - पवन कुमार, डीईओ सह डीपीओ स्थापना
बाराहाट के इन शिक्षकों की समाप्त हो रही सेवा
- कुमारी रीचा- प्राथमिक विद्यालय सिधौन
- रजनी कुमारी- एनपीएस देघरा
- पवन कुमार दास-मध्य विद्यालय श्रीपुर
- प्रेमचंद दास-मध्य विद्यालय केंदुआटीकर
101 इस्तीफा के बाद 90 बने निगरानी के शिकार
पांच साल पूर्व जब हाईकोर्ट ने फर्जी शिक्षकों को स्वेच्छा से नौकरी छोडऩे का आफर दिया तो जिला में 101 फर्जी शिक्षकों ने सात दिनों के अंदर अपना त्यागपत्र जिला स्थापना शाखा में भेज दिया। इसके बाद पांच साल से निगरानी ब्यूरो लगातार फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कर रही है। इसमें भी अब तक 90 फर्जी शिक्षक जिला में पकड़ा जा चुका है। जानकर सूत्र बताते हैं कि जिला में केवल फर्जी प्रमाण पत्र पर ही चार सौ के करीब फर्जी शिक्षक बहाल है। निगरानी जांच सुस्त रहने से वे मजे से नौकरी कर रहे हैं। अब निगरानी जांच तेज होने से ऐसे शिक्षकों में हड़कंप है तथा बचने का उपाय ढूंढते नजर आ रहे हैं।