विभाग में फोल्डर जमा रहने के बावजूद भी निगरानी को न देकर पोर्टल पर अपलोड़ करना शिक्षकों को भारी पड़ रहा है। यही कारण है कि शिक्षकों को अपना अपना शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र सहित अन्य कागजात को वेब पोर्टल पर अपलोड करना पड़ रहा है। अपलोड शिक्षक संघ के नेतृत्व में किया जा रहा है। इसके लिए 20 जुलाई तक का समय दिया गया है, अगर निर्धारित तिथि तक शिक्षक अपना सभी तरह के प्रमाण पत्र जमा नहीं करते हैं तो उनकी नौकरी जा भी सकती है। इस कारण इन दिनों शिक्षक मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं हालांकि प्रखंड शिक्षक नियोजन के तहत बहाल शिक्षकों को अपलोड नहीं करना है।
बता दें कि कुर्साकांटा प्रखंड में सभी 13 पंचायत शिक्षक नियोजन के तहत 2006 से 2015 तक 373 शिक्षक बहाल हुए हैं। इन शिक्षकों के सभी कागजात नियोजन इकाई के पास जमा है। इस बीच माननीय हाई कोर्ट ने शिक्षकों का शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र निगरानी से जांच कराने का आदेश दिए। निगरानी द्वारा जांच टीम को मदद करने के लिए विभाग ने शिक्षकों का प्रतिनियोजन कर दिया। इसके बाद प्रतिनियोजित शिक्षकों ने सभी 373 पंचायत शिक्षकों का शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा तो कराया लेकिन निगरानी को नहीं सौंप कर बेवसाइट पर अपलोड कर दिया गया जबकि बेवसाइड पर अपलोड नहीं करना था।