बिहार के विश्वविद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है।
इसकी वजह शिक्षकों के पदों का बड़े पैमाने पर रिक्त होना बताया जा रहा है।
भर्ती प्रक्रिया लंबे समय से अटकी पड़ी हुई है। अब बिहार में चुनाव होने
वाले हैं तो राज्य सरकार को विश्वविद्यालयों की चिंता सताने लगी है। शिक्षा
विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर रिक्त पदों का ब्योरा मांगा है।
बिहार विश्वविद्यालय शिक्षक भर्ती 2019 की पूरी जानकारी । Bihar University Teacher Recruitment 2019
- बिहार सरकार के अधीन विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर लंबे समय से भर्ती नहीं की गई है।
- रिक्ति की सूचना चुनाव के मौसम में मांगी गई है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने बकायदा सारे विश्वविद्यालयों को शिक्षकों के रिक्त पदों की सूचना भेजने का आदेश दिया है।
- रिक्त पदों की सूचना देने के लिए विश्वविद्यालयों को 15 नवंबर तक का समय दिया गया है। शिक्षा विभाग की ओर से पत्र कुलसचिवों को भेजा गया है।
- इस संदर्भ में हाल ही में कुलसचिव स्तर की बैठक भी आयोजित की गई थी। इसमें सामने आया है कि बिहार के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के 6000 से अधिक पद रिक्त पड़े हैं।
- शिक्षकों के रिक्त पदों पर चयन विश्वविद्यालय सेवा आयोग के माध्यम से किया जाएगा। यही आयोग शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को पूरी करेगा।
- इसी के तहत नए बने 9 डिग्री कॉलेजों में शिक्षकों के पदों को भरा जाएगा। डिग्री कॉलेजों में भर्ती होने के बाद शैक्षणिक सत्र नियमित हो सकेगा।
- रिक्तियों के संदर्भ में बुलाई गई बैठक में विषयवार रिक्तियों की सूचना न देने पर नाराजगी जताई गई।
- बिहार सरकार की तरफ से शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि हर हाल में रिक्तियों की सूचना 15 नवंबर तक भेज दी जाए।
- रिक्तियों की सूचना आ जाने के बाद आयोग भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करेगा। इसके बाद ही चयन प्रक्रिया की घोषणा होगी।