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सरकार के नीति के खिलफ शिक्षकों में आक्रोश है : आनंद कौशल

मधेपुरा। प्रारंभिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक तक सभी शिक्षकों में सरकार के नीति के खिलाफ आक्रोश है। शिक्षकों ने बैठककर निर्णय लिया कि कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद का चुनाव लड़ने वाले
सत्ताधारी दल के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ वोट देकर उन्हें हराने का काम किया जाएगा। अन्यथा सरकार सभी नियोजित शिक्षकों को शीघ्र पूर्ण वेतनमान देने की घोषणा करे। मंगलवार को चौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित जनता उच्च विद्यालय में शिक्षकों की जिलास्तरीय बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में भाग लेने पहुंचे संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह ने कहा कि फरवरी 2020 में संभावित कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव एक लाख शिक्षक  और उनके परिजनों को मतदाता बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए संघ के द्वारा जागरूकता अभियान सभी 14 जिले में चलाया जा रहा है। सरकार शिक्षकों को कमजोर समझने की गलती लगातार कर रही है। इसलिए विवश होकर कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में सभी शिक्षक अपने वोट के शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। सरकार के दमनकारी और शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ सभी शिक्षक से एकजुट है। प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने कहा कि नियोजित शिक्षक के लिए पुराने शिक्षकों वाला वेतनमान, राज्यकर्मी का दर्जा समान सेवा शर्त आदि लागू करने में आनाकानी करने वाली नीतीश सरकार के खिलाफ संघर्ष के साथ साथ वोट की लड़ाई भी प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि आंदोलन को कुचलने की साजिश रचने वाली इस निरंकुश सरकार को स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में जवाब दिया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष सुबोध कुमार पासवान ने कहा कि सरकार के दमनात्मक नीति के खिलाफ मधेपुरा के शिक्षक एकजुट होकर एमएलसी चुनाव में सरकार के खिलाफ मतदान करेंगे। मंच का संचालन प्रखंड अध्यक्ष पंकज कुमार भगत ने किया। कार्यक्रम को स्थानीय शिक्षक नेताओं ने भी संबोधित किया। मौके पर सहरसा जिलाध्यक्ष मनीष कुमार, जिला महासचिव संजय जायसवाल, अरविद आनंद, सत्यप्रकाश गुप्ता, राजीव रंजन, अमित सूर्यवंसी, मंसूर नदाफ, राधेश्याम पासवान, मु. शहनवाज आदि मौजूद थे।

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