रोहतास। मूल को छोड़ घर के नजदीक मनमाफिक विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति
कराने वाले शिक्षकों पर शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अख्तियार किया है। डीईओ
प्रेमचंद ने ऐसे शिक्षकों का प्रतिनियुक्ति रद कर उन्हें मूल विद्यालय में
योगदान करने का फरमान जारी किया है। आदेश पर अमल कराने का जिम्मा बीईओ को
दिया गया है।
डीईओ ने पत्र में कहा है कि जिले के कई शिक्षक मूल को छोड़ लंबे समय से अन्य विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर हैं, जो शिक्षा का अधिकार अधिनियम का खुलमखुला उल्लंघन है। ऐसे में अधिनियम निष्प्रभावी हो रहा है। बंद, एकल शिक्षकीय या उत्क्रमित विद्यालयों के अलावा उच्चाधिकारियों के आदेश से चुनाव कार्य को ले दफ्तरों को छोड़ अन्य स्कूलों में प्रतिनियुक्त शिक्षकों का प्रतिनियोजन को तत्काल प्रभाव से रद किया जाता है। इसलिए प्रारंभिक से ले उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को विरमित करते हुए प्रतिवेदन अविलंब उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। ज्ञात हो कि लगभग दस दिन पूर्व डीईओ ने शिक्षा विभाग कार्यालय वेतन इकाई में प्रतिनियुक्त शिक्षकों के डेपुटेशन को रद करते उन्हें मूल विद्यालय भेजने का कार्य किया था। डीईओ ने कहा कि नियम के विपरीत हुए शिक्षकों का प्रतिनियोजन को रद कर दिया गया है। जिले में कई ऐसे शिक्षक हैं, जो विभागीय अधिकारी या नियोजन इकाई से मिल वैसे विद्यालय जो घर के नजदीक या मनमाफिक हैं, वहां प्रतिनियोजन करा लंबे समय से हैं। जिस कारण मूल स्कूल में शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है।
डीईओ ने पत्र में कहा है कि जिले के कई शिक्षक मूल को छोड़ लंबे समय से अन्य विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर हैं, जो शिक्षा का अधिकार अधिनियम का खुलमखुला उल्लंघन है। ऐसे में अधिनियम निष्प्रभावी हो रहा है। बंद, एकल शिक्षकीय या उत्क्रमित विद्यालयों के अलावा उच्चाधिकारियों के आदेश से चुनाव कार्य को ले दफ्तरों को छोड़ अन्य स्कूलों में प्रतिनियुक्त शिक्षकों का प्रतिनियोजन को तत्काल प्रभाव से रद किया जाता है। इसलिए प्रारंभिक से ले उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को विरमित करते हुए प्रतिवेदन अविलंब उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। ज्ञात हो कि लगभग दस दिन पूर्व डीईओ ने शिक्षा विभाग कार्यालय वेतन इकाई में प्रतिनियुक्त शिक्षकों के डेपुटेशन को रद करते उन्हें मूल विद्यालय भेजने का कार्य किया था। डीईओ ने कहा कि नियम के विपरीत हुए शिक्षकों का प्रतिनियोजन को रद कर दिया गया है। जिले में कई ऐसे शिक्षक हैं, जो विभागीय अधिकारी या नियोजन इकाई से मिल वैसे विद्यालय जो घर के नजदीक या मनमाफिक हैं, वहां प्रतिनियोजन करा लंबे समय से हैं। जिस कारण मूल स्कूल में शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है।