मोतिहारी । जब स्वयं शिक्षक मां एवं सेना से सेवानिवृत्त पिता ही अपनी
नाबालिग पुत्री का शादी कर देने का मन बना लें तब बाल विवाह पर रोक एवं
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का क्या होगा।
जी हां, बंजरिया प्रखंड के ¨सघिया सागर गांव में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। इसी गांव के निवासी नागेंद्र राम की 16 वर्षीया पुत्री सोनम अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती है, परंतु उसकी सौतेली मां कच्ची उम्र में ही उसे शादी के बंधन में बांध देना चाहती है। सोनम द्वारा इनकार करने पर उसे प्रताड़ित भी किया जा रहा है। इस बात से क्षुब्ध होकर इसकी शिकायत सोनम ने जिलाधिकारी, सदर एसडीओ एवं मानवाधिकार आयोग से की है। शिकायत के आलोक में गुरुवार को मोतिहारी सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू ने मौके पर जाकर मामले की पड़ताल की। वहां जिला मानवाधिकार आयोग के संयोजक राजू बैठा भी उपस्थित थे। सोनम ने एसडीओ को बताया कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहती है, परंतु उसके माता-पिता जबरदस्ती उसकी शादी कराना चाहते हैं। उसे मैट्रिक की परीक्षा भी देनी है। मगर उससे घर का सारा काम-का कराया जाता है। सौतेली मां आगे पढ़ने से मना कर रही है। जबकि वह मां स्वयं कोटवा के किसी विद्यालय में शिक्षक है। काम करते-करते सोनम इतनी कमजोर हो गई है कि कभी-कभी वह बेहोश होकर गिर जाती है। घर में उसकी अपनी मां भी है लेकिन वह लगभग पांच वर्षों से मानसिक रूप से बीमार है। घर का काम करने के लिए उसे मारा-पीटा भी जाता है। उसे भरपेट खाना भी नहीं दिया जाता है। अगल-बगल के लोग जब उसकी मदद करना चाहते हैं तो सौतेली मां उन पर गलत आरोप लगाती है। उनलोगों से झगड़े पर भी उतारू हो जाती है। पिता भी सौतेली मां के प्रभाव में आकर कुछ नहीं बोलते। सोनम ने बताया कि उसकी बड़ी बहन के साथ भी ऐसा ही व्यवहार करते हुए पिछले साल उसकी शादी कर दी गई। वह आत्महत्या करने जा रही थी लेकिन पड़ोसियों ने उसे बचा लिया। यह भी बताया कि सौतेली मां जब स्कूल जाती हैं तो घर में ताला बंद कर के ही जाती है। सोनम की बातों को सुनने के बाद सदर एसडीएम ने उसे अपने कार्यालय कक्ष में बुलाया है। साथ ही पीड़िता को पूरी मदद देने का भरोसा दिया। अगल-बगल के लोगों को अपना मोबाइल नंबर देकर उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरंत उन्हें सूचना दें। सोनम को परेशान किया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि सोनम बहुत ही होनहार एवं पढ़ने में तेज है। अगले वर्ष उसकी मैट्रिक की परीक्षा होनेवाली है। इसको लेकर वह काफी परेशान है और वह शारीरिक रूप से काफी कमजोर भी हो गई है। वर्जन : शिकायत के आलोक में जांच की गई है। बंजरिया स्थित उसके घर जाकर उम्र संबंधित कागजात देखा गया। आधार कार्ड के अनुसार वह 16 वर्ष की है। उसकी मां जो कोटवा में पढ़ातीं है, उनसे भी मिलकर बच्ची को पढ़ाने के लिए कहा गया। उसकी मां ने भी कहा कि वे अभी शादी नहीं करेंगे। प्रियरंजन राजू, एसडीओ सदर
जी हां, बंजरिया प्रखंड के ¨सघिया सागर गांव में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। इसी गांव के निवासी नागेंद्र राम की 16 वर्षीया पुत्री सोनम अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती है, परंतु उसकी सौतेली मां कच्ची उम्र में ही उसे शादी के बंधन में बांध देना चाहती है। सोनम द्वारा इनकार करने पर उसे प्रताड़ित भी किया जा रहा है। इस बात से क्षुब्ध होकर इसकी शिकायत सोनम ने जिलाधिकारी, सदर एसडीओ एवं मानवाधिकार आयोग से की है। शिकायत के आलोक में गुरुवार को मोतिहारी सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू ने मौके पर जाकर मामले की पड़ताल की। वहां जिला मानवाधिकार आयोग के संयोजक राजू बैठा भी उपस्थित थे। सोनम ने एसडीओ को बताया कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहती है, परंतु उसके माता-पिता जबरदस्ती उसकी शादी कराना चाहते हैं। उसे मैट्रिक की परीक्षा भी देनी है। मगर उससे घर का सारा काम-का कराया जाता है। सौतेली मां आगे पढ़ने से मना कर रही है। जबकि वह मां स्वयं कोटवा के किसी विद्यालय में शिक्षक है। काम करते-करते सोनम इतनी कमजोर हो गई है कि कभी-कभी वह बेहोश होकर गिर जाती है। घर में उसकी अपनी मां भी है लेकिन वह लगभग पांच वर्षों से मानसिक रूप से बीमार है। घर का काम करने के लिए उसे मारा-पीटा भी जाता है। उसे भरपेट खाना भी नहीं दिया जाता है। अगल-बगल के लोग जब उसकी मदद करना चाहते हैं तो सौतेली मां उन पर गलत आरोप लगाती है। उनलोगों से झगड़े पर भी उतारू हो जाती है। पिता भी सौतेली मां के प्रभाव में आकर कुछ नहीं बोलते। सोनम ने बताया कि उसकी बड़ी बहन के साथ भी ऐसा ही व्यवहार करते हुए पिछले साल उसकी शादी कर दी गई। वह आत्महत्या करने जा रही थी लेकिन पड़ोसियों ने उसे बचा लिया। यह भी बताया कि सौतेली मां जब स्कूल जाती हैं तो घर में ताला बंद कर के ही जाती है। सोनम की बातों को सुनने के बाद सदर एसडीएम ने उसे अपने कार्यालय कक्ष में बुलाया है। साथ ही पीड़िता को पूरी मदद देने का भरोसा दिया। अगल-बगल के लोगों को अपना मोबाइल नंबर देकर उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरंत उन्हें सूचना दें। सोनम को परेशान किया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि सोनम बहुत ही होनहार एवं पढ़ने में तेज है। अगले वर्ष उसकी मैट्रिक की परीक्षा होनेवाली है। इसको लेकर वह काफी परेशान है और वह शारीरिक रूप से काफी कमजोर भी हो गई है। वर्जन : शिकायत के आलोक में जांच की गई है। बंजरिया स्थित उसके घर जाकर उम्र संबंधित कागजात देखा गया। आधार कार्ड के अनुसार वह 16 वर्ष की है। उसकी मां जो कोटवा में पढ़ातीं है, उनसे भी मिलकर बच्ची को पढ़ाने के लिए कहा गया। उसकी मां ने भी कहा कि वे अभी शादी नहीं करेंगे। प्रियरंजन राजू, एसडीओ सदर