एजुकेशन रिपोर्टर | भागलपुर शिक्षकों की कमी से जूझ रहा टीएमबीयू जल्द ही रिटायर्ड शिक्षकों को
मानदेय पर रखने का विचार कर रहा है। इसका खुलासा प्रभारी कुलपति प्रो. लीला
चंद्र साह ने गुरुवार को पीजी अंग्रेजी विभाग की ओर से रिसर्च मेथडोलॉजी
पर आधारित तीन दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर किया।
उन्होंने कहा कि विवि की योजना है कि रिटायर्ड और स्वस्थ शिक्षकों की सेवा प्रति कक्षा एक हजार और महीने में अधिकतम 25 हजार रुपए मानदेय पर ली जाए। इससे छात्रों को अनुभवी शिक्षकों से पढ़ने का मौका मिलेगा और विवि को शिक्षकों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी। प्रो. साह ने कार्यशाला के विषय को प्रासंगिक बताया और कहा कि इस तरह के आयोजन में शोध का टॉपिक चुनना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
प्रतिकुलपति प्रो. रामयतन प्रसाद ने कहा कि शोध का विषय समाज हित में केंद्रित होना चाहिए। शोध केवल अपनी शैक्षणिक उपलब्धि के लिए नहीं होना चाहिए। इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि शोध से समाज को क्या फायदा मिल सकता है। उन्होंने शोध में नकल पर रोक को अहम बताया। कार्यशाला का संचालन सना विवि यमन के प्रो. अवधेश शर्मा, बीआरए विवि मुजफ्फरपुर के प्रो. मधुर कुमार और बीएनएमयू के प्रो. राजीव मलिक ने किया। अतिथियों का स्वागत हेड प्रो. सियाराम राय, मंच संचालन प्रो. अमरेन्द्र नारायण सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विजयकांत दास ने किया। इस मौके पर कॉलेज इंस्पेक्टर प्रो. सरोज राय, प्रो. कृष्णानंद यादव, प्रो. आरती सिन्हा, प्रो. अवधेश कुमार झा, पीजी उर्दू की हेड प्रो. एस जेड खानम, पीजी राजनीति विज्ञान के हेड प्रो. रमेश चन्द्र राय, प्रो. मनोज कुमार मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि विवि की योजना है कि रिटायर्ड और स्वस्थ शिक्षकों की सेवा प्रति कक्षा एक हजार और महीने में अधिकतम 25 हजार रुपए मानदेय पर ली जाए। इससे छात्रों को अनुभवी शिक्षकों से पढ़ने का मौका मिलेगा और विवि को शिक्षकों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी। प्रो. साह ने कार्यशाला के विषय को प्रासंगिक बताया और कहा कि इस तरह के आयोजन में शोध का टॉपिक चुनना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
प्रतिकुलपति प्रो. रामयतन प्रसाद ने कहा कि शोध का विषय समाज हित में केंद्रित होना चाहिए। शोध केवल अपनी शैक्षणिक उपलब्धि के लिए नहीं होना चाहिए। इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि शोध से समाज को क्या फायदा मिल सकता है। उन्होंने शोध में नकल पर रोक को अहम बताया। कार्यशाला का संचालन सना विवि यमन के प्रो. अवधेश शर्मा, बीआरए विवि मुजफ्फरपुर के प्रो. मधुर कुमार और बीएनएमयू के प्रो. राजीव मलिक ने किया। अतिथियों का स्वागत हेड प्रो. सियाराम राय, मंच संचालन प्रो. अमरेन्द्र नारायण सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विजयकांत दास ने किया। इस मौके पर कॉलेज इंस्पेक्टर प्रो. सरोज राय, प्रो. कृष्णानंद यादव, प्रो. आरती सिन्हा, प्रो. अवधेश कुमार झा, पीजी उर्दू की हेड प्रो. एस जेड खानम, पीजी राजनीति विज्ञान के हेड प्रो. रमेश चन्द्र राय, प्रो. मनोज कुमार मौजूद थे।