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मध्य विद्यालयों को मिला 252 प्रधानाध्यापक

बांका। शिक्षक प्रोन्नति समिति ने जिला में स्नातकोत्तर प्रशिक्षित डिग्रीधारी 252 शिक्षकों को प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति प्रदान कर दी है। लंबे समय से लंबित इसकी प्रक्रिया से शिक्षकों में निराशा थी। लेकिन, समिति से प्रोन्नति सूची को हरी झंडी मिलते ही शिक्षकों में खुशी छा गई है।
प्रोन्नति प्राप्त शिक्षकों को दशहरा के पूर्व ही मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक बना कर भेज दिया जाएगा। प्रधानाध्यापक पद पर नये विद्यालय में योगदान के बाद ही उन्हें प्रोन्नति का लाभ देय होगा। प्रोन्नति प्राप्त करने वाले शिक्षक अब नए विद्यालय की पदस्थापना में जुट गए हैं। वे अपनी पसंद का विद्यालय खोजने में जुट गए हैं। बांका शहर के आसपास के अलावा चांदन और पंजवारा आसपास के विद्यालयों में प्रधानाध्यापक बनने के लिए सबसे अधिक मारामारी है। इसके लिए शिक्षक संगठन से अधिकारी तक पर पहुंच मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन, विभाग से इसके लिए खुली प्रक्रिया करने से कई शिक्षकों की मुश्किल बढ़ गई है।
एसएस बालिका में लगेगा विद्यालय चुनने का कैंप :
डीपीओ स्थापना कार्यालय ने प्रोन्नति प्राप्त शिक्षकों को विद्यालय आवंटन के लिए 13 और 14 अक्टूबर को एसएस बालिका स्कूल में विद्यालय चुनने की खुली प्रतियोगिता आयोजित कर दी है। इस शिविर में वरीयता के हिसाब से पहले आओ और पहले पाओ की तर्ज पर शिक्षकों को विद्यालय आवंटित किया जाएगा। 13 अक्टूबर को प्रोन्नति वरीयता सूची में 120 क्रमांक तक मौजूद शिक्षकों को विद्यालय चुनने के लिए बुलाया गया है। बचे शिक्षक 14 अक्टूबर के कैंप में मौजूद होकर अपना विद्यालय चुनेंगे। प्रधानाध्यापक की पदस्थापना के लिए शिक्षा विभाग ने 804 रिक्त पद वाले मध्य विद्यालयों की सूची जारी कर दी है। जिसमें पुराना मध्य विद्यालय, प्रोन्नत मध्य विद्यालय के अलावा करीब छह दर्जन उत्क्रमित उच्च विद्यालय वाले मध्य विद्यालय भी हैं। कैंप में सबसे पहले वरीयता सूची में पहले क्रमांक को खुली बैठक में विद्यालय चुनने के लिए बुलाया जाएगा। चुन लिया गया विद्यालय सूची से समाप्त होता चला जाएगा। इसी प्रकार सभी 252 प्रधानाध्यापक को 804 विद्यालयों में से अपनी पसंद का विद्यालय मिल जाएगा।
कोट
शिक्षकों की लंबित प्रोन्नति को बांका में सफलता पूर्वक पूरी की जा रही है। समिति की बैठक में प्रोन्नति को अंतिम रुप मिल गया है। 13 व 14 अक्टूबर को शिविर में खुली बैठक में सभी प्रधानाध्यापक को विद्यालय आवंटित कर दिया जाएगा।

देवनारायण पंडित, डीपीओ स्थापना

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