पूर्णिया। बिहार राज्य अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशक महासंघ पूर्णिया
प्रमंडल के द्वारा बुधवार को समायोजन की मांग को लेकर रैली निकाली गई। यह
रैली इंदिरा गांधी स्टेडियम से निकलकर गिरिजा चौक, आस्था मंदिर, जेल चौक,
टैक्सी स्टैँड, आरएनसाव चौक होते हुए समाहरणालय तक गया।
वहां अनुदेशकों ने समायोजन की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की। उनलोगों का कहना था कि समायोजन के लिए उनलोगों की काउंसि¨लग भी करा ली गई। लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है। बाद में अनुदेशकों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने मिलकर एक ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांगों से अवगत कराया। अनुदेशक महासंघ का कहना था कि उच्च न्यायालय पटना और सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली के आदेशानुसार मार्च 2016 तक जिले के 573 अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों का तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी में समायोजन कर देना था। लेकिन अब तक पूर्ण समायोजन नहीं किया गया है। इस दौरान कई अनुदेशकों की उम्र सीमा समाप्त हो गई। समायोजन को लेकर सभी विभागों से रिक्ति भी मांगी गई थी। लेकिन रिक्ति नहीं भेजी जा सकी है।
महासंघ के अध्यक्ष परवेज आलम और सचिव मनोरंजन ¨सह ने जिलाधिकारी से विभागवार रिक्ति प्राप्त कर उसे विभाग को भेजवाने की मांग की। ताकि उनलोगों के साथ न्याय हो सके। महासंघ के द्वारा आवेदन की एक कॉपी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक डा चंद्रप्रकाश झा को सौंपकर उनसे भी इस दिशा में पहल की मांग की गई। आरडीडीई श्री झा ने अनुदेशकों से उनकी समस्याओं को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के साथ 25 नवंबर को आयोजित बैठक में रखने का आश्वासन दिया। रैली में अध्यक्ष परवेज आल, सचिव मनोरंजन ¨सह, अजय कुमार यादव, मनोज कुमार, महताब आलम, मंजरी देवी, सुजाता देवी, बेबी देवी, कविता देवी, वासुदेव उरांव समेत बड़ी संख्या में अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशक थे।
वहां अनुदेशकों ने समायोजन की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की। उनलोगों का कहना था कि समायोजन के लिए उनलोगों की काउंसि¨लग भी करा ली गई। लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है। बाद में अनुदेशकों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने मिलकर एक ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांगों से अवगत कराया। अनुदेशक महासंघ का कहना था कि उच्च न्यायालय पटना और सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली के आदेशानुसार मार्च 2016 तक जिले के 573 अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों का तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी में समायोजन कर देना था। लेकिन अब तक पूर्ण समायोजन नहीं किया गया है। इस दौरान कई अनुदेशकों की उम्र सीमा समाप्त हो गई। समायोजन को लेकर सभी विभागों से रिक्ति भी मांगी गई थी। लेकिन रिक्ति नहीं भेजी जा सकी है।
महासंघ के अध्यक्ष परवेज आलम और सचिव मनोरंजन ¨सह ने जिलाधिकारी से विभागवार रिक्ति प्राप्त कर उसे विभाग को भेजवाने की मांग की। ताकि उनलोगों के साथ न्याय हो सके। महासंघ के द्वारा आवेदन की एक कॉपी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक डा चंद्रप्रकाश झा को सौंपकर उनसे भी इस दिशा में पहल की मांग की गई। आरडीडीई श्री झा ने अनुदेशकों से उनकी समस्याओं को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के साथ 25 नवंबर को आयोजित बैठक में रखने का आश्वासन दिया। रैली में अध्यक्ष परवेज आल, सचिव मनोरंजन ¨सह, अजय कुमार यादव, मनोज कुमार, महताब आलम, मंजरी देवी, सुजाता देवी, बेबी देवी, कविता देवी, वासुदेव उरांव समेत बड़ी संख्या में अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशक थे।