शेखपुरा । वेतन के अभाव में जिला के एक नियोजित शिक्षक ने मंगलवार को
आखिरकार दम तोड़ दिया। इस बाबत बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के
जिलाध्यक्ष नरेश शास्त्री ने बताया कि मृतक शिक्षक बसंत रजक सदर ब्लॉक के
प्राथमिक विद्यालय चकचाडे में सहायक शिक्षक के पद पर नियोजित थे।
बसंत रजक बगल के ही गांव अवगिल के निवासी थे। नरेश शास्त्री ने बताया कि बसंत रजक पिछले कई महीने से बीमार थे ।शिक्षक संघ के नेता ने बताया कि जिला के नियोजित शिक्षकों को चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा है और इसी संकट से मृतक शिक्षक बसंत रजक भी जूझ रहे थे। शास्त्री ने बताया कि वेतन नहीं मिलने की वजह से बीमार बसंत रजक अपनी बीमारी का इलाज कराने में लाचार थे। और इसी में इलाज के अभाव में बसंत रजक की मंगलवार को मौत हो गई। उनकी मौत की सूचना मिलने के बाद नरेश शास्त्री के नेतृत्व में संघ के प्रतिनिधिमंडल ने उनके घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया तथा आश्रित परिवार से मिला। शास्त्री ने बसंत रजक की मौत का जिम्मेवार शिक्षा विभाग तथा राज्य सरकार को बताते हुए मुआवजे की भी मांग की है। इधर शिक्षा विभाग के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि राज्य से राशि नहीं मिलने की वजह से जिला में नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो रहा है।
बसंत रजक बगल के ही गांव अवगिल के निवासी थे। नरेश शास्त्री ने बताया कि बसंत रजक पिछले कई महीने से बीमार थे ।शिक्षक संघ के नेता ने बताया कि जिला के नियोजित शिक्षकों को चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा है और इसी संकट से मृतक शिक्षक बसंत रजक भी जूझ रहे थे। शास्त्री ने बताया कि वेतन नहीं मिलने की वजह से बीमार बसंत रजक अपनी बीमारी का इलाज कराने में लाचार थे। और इसी में इलाज के अभाव में बसंत रजक की मंगलवार को मौत हो गई। उनकी मौत की सूचना मिलने के बाद नरेश शास्त्री के नेतृत्व में संघ के प्रतिनिधिमंडल ने उनके घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया तथा आश्रित परिवार से मिला। शास्त्री ने बसंत रजक की मौत का जिम्मेवार शिक्षा विभाग तथा राज्य सरकार को बताते हुए मुआवजे की भी मांग की है। इधर शिक्षा विभाग के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि राज्य से राशि नहीं मिलने की वजह से जिला में नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो रहा है।