शेखपुरा। शनिवार को नियोजित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री का
पुतला जलाया। यह आंदोलन समान काम का समान वेतन देने के हाईकोर्ट के फैसले
के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने के सरकार के निर्णय के खिलाफ किया गया। बिहार
राज्य परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के बैनर तले यह आंदोलन आयोजित किया गया।
इसमें संघ के जिलाध्यक्ष रामाशीष यादव सहित बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षक तथा शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। इस आंदोलन के तहत नियोजित शिक्षक शनिवार को स्कूल की अवधि खत्म होने के बाद डीईओ कार्यालय के समक्ष जमा हुए तथा सरकार के इस कदम के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में नियोजित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री का पुतला जलाया। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष रामाशीष यादव ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि वह नियोजित शिक्षकों के साथ बंधुआ मजदूर की तरह बर्ताव कर रही है। यादव ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय ने राज्य के नियोजित शिक्षकों के हित में समान काम के बदले समान वेतन का निर्णय दिया है। मगर राज्य सरकार अब तीन लाख शिक्षकों के हितों को अपने जूते से रौंदकर इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय में ले जाने का निर्णय लिया है।
इसमें संघ के जिलाध्यक्ष रामाशीष यादव सहित बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षक तथा शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। इस आंदोलन के तहत नियोजित शिक्षक शनिवार को स्कूल की अवधि खत्म होने के बाद डीईओ कार्यालय के समक्ष जमा हुए तथा सरकार के इस कदम के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में नियोजित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री का पुतला जलाया। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष रामाशीष यादव ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि वह नियोजित शिक्षकों के साथ बंधुआ मजदूर की तरह बर्ताव कर रही है। यादव ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय ने राज्य के नियोजित शिक्षकों के हित में समान काम के बदले समान वेतन का निर्णय दिया है। मगर राज्य सरकार अब तीन लाख शिक्षकों के हितों को अपने जूते से रौंदकर इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय में ले जाने का निर्णय लिया है।